नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज 'हीरामंडी' में नजर आईं वेटरन एक्टर फरीदा जलाल का एक्टिंग करियर बहुत लंबा रहा है. जहां 30 साल के एज ग्रुप वाले, बहुत सारे लोगों को वो पॉपुलर टीवी शो 'शरारत' में नानी का किरदार निभाने के लिए याद रहती हैं. वहीं एक पीढ़ी पहले के लोगों को ये याद होगा कि उन्होंने अपनी जवानी के दौर में, उन्होंने फरीदा को कई यादगार फिल्मों में देखा है.
1967 में करियर शुरी करने वालीं फरीदा ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में दिलीप कुमार से लेकर, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान और ऋतिक रोशन तक के साथ फिल्में की हैं. अब फरीदा ने बताया है कि दिलीप कुमार और राजेश खन्ना को लेकर उनके अनुभव बिल्कुल अलग-अलग रहे. उन्होंने बताया कि जहां दिलीप कुमार को आजतक अपना भाई मानती हैं, वहीं राजेश खन्ना उन्हें एक 'अकडू' आदमी लगे, जिसने सेट पर उनके साथ सही बर्ताव नहीं किया.
बूढ़े लाइटमैन की जूठी चाय पी लेते थे दिलीप कुमार
फरीदा ने बॉलीवुड बबल के साथ बातचीत में, 'गोपी' फिल्म में दिलीप कुमार के साथ काम करने का अनुभव शेयर किया. उन्होंने बताया कि वो आज भी दिलीप साहब और मीना कुमारी की पक्की फैन हैं. फरीदा ने कहा, 'मैंने 'गोपी' के दौरान उनसे बहुत कुछ सीखा, एक्टर के तौर पर भी इंसान के तौर पर भी. वो इस तरह के आदमी थे जो अगर एक बूढ़े लाइटमैन को अकेले चाय पीते देखते तो बोल देते थे'आप अकेले क्यों बैठे हो?' वो जाकर उसके साथ चाय पी लेते थे, उसी के सॉसर से. मुझे यकीन ही नहीं होता था.'
फरीदा ने आगे बताया कि कुछ लोग इम्प्रेशन बनाने के लिए भी ऐसे काम करते थे, लेकिन दिलीप साहब उनमें से नहीं थे. वो बीच-बीच में फरीदा को इस बात के लिए डांटने लगते कि वो अपने अपीयरेंस का ध्यान नहीं रखतीं और वजन बढ़ा लिया है. दिलीप कुमार उनकी डाइट भी कंट्रोल करने लगते थे. मगर फिर उन्हें लगता कि वो ज्यादा कड़क हो रहे हैं और फिर ढील देने लगते. फरीदा ने कहा, 'उनके जैसा कोई और था ही नहीं. मैं उन्हें अपना भाई मानती थी.' उन्होंने दिलीप साहब से ये भी सीखा कि चाहे जितनी भी कामयाबी मिल जाए, अपने पैर जमीन पर ही रखने चाहिए.
राजेश खन्ना लगते थे 'एरोगेंट'
दिलीप कुमार की जमकर तारीफ करने वालीं फरीदा के पास राजेश खन्ना के बारे में कहने के लिए बहुत पॉजिटिव चीजें नहीं थीं. हिंदी सिनेमा के पहले 'सुपरस्टार' कहे जाने वाले राजेश खन्ना के बारे में उन्होंने बताया, 'मुझे लगता था ये आदमी थोड़ा घमंडी है, बहुत एरोगेंट है. जब मैं रिहर्सल के लिए पूछती थी तो वो कहते 'कितनी रिहर्सल करनी है?' मैं न्यूकमर थी. मुझे बहुत बुरा लगता था. मैं कहा भी 'आप मुझसे ऐसे कैसे बात कर सकते हैं? मुझे जरूरत होगी तो 10 बार भी रिहर्सल के लिए पूछ सकती हूं.''
फरीदा ने बताया कि वहां उनकी राजेश खन्ना से लड़ाई हो गई थी और शर्मिला टैगोर ने मामला संभाला. फरीदा ने कहा कि शर्मिला उनको प्रोटेक्ट करती थीं और उनके पक्ष में बोलती थीं.
ऑलमोस्ट 60 साल लंबे एक्टिंग करियर का अनुभव रखने वालीं, फरीदा जलाल ने पिछले कुछ सालों में बड़े पर्दे पर थोड़ा कम काम किया है. 'हीरामंडी' में जब वो कुदसिया बेगम के किरदार में नजर आईं तो जनता ने फिर से उनकी खूब तारीफ की.