देशभर में गुरु नानक जयंती के जश्न के बीच लोगों को खुश होने का एक और बड़ा मौका मिल गया है. भारत सरकार ने कृषि कानून को वापस ले लिया है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार के दिन देश को संबोधित करते हुए ये ऐलान किया. पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान पिछले एक साल से दिल्ली बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. अब देशभर में इस कानून के वापस लेने के बाद खुशी की लहर है. बॉलीवुड एक्ट्रेस शबाना आजमी ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
आजतक से बातचीत के दौरान शबाना ने कहा कि- 'बहुत ज्यादा खुशी की बात है. किसानों ने बड़ी शिद्दत से इस आंदोलन को आगे बढ़ाया. उन्होंने साबित कर दिया कि लोकतांत्रिक देश में लोगों की आवाज सरकार को सुननी ही पड़ेगी. ये बड़ी बात है कि मोदी जी ने लोगों की बात मानीं, समझा और कुबूला कि ये गलती हो गई इसे हम वापस लेते हैं. ये किसानों की बहुत बड़ी जीत है और उन्होंने ये साबित कर दिया है कि जन आंदोलन की ताकत क्या है. उन्हें तोड़ने के लिए कितना कुछ नहीं किया गया मगर किसान भाई-बहन हार नहीं माने और अंत तक लड़ते रहे.'
CAA-NRC पर कही ये बात
CAA-NRC पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शबाना ने कहा कि- 'मुझे यकीन है कि सरकार इस आंदोलन में गई लोगों की जान के लिए मुआवजा देगी. जब एक एक्सिडेंट में दिया जाता है तो इसमें क्यों नहीं देंगे. मैं तो यही चाहूंगी कि सीएए एनआरसी को भी वापस लिया जाए. ये लोगों के हित में नहीं है. अगर हम पूरी तरह से अपनी ताकत बनाए रखे तो फिर जरूर बदलाव आएगा और उन कानूनों को भी वापस लिया जाएगा.'
एक्सप्रेस वे पॉलिटिक्स पर शबाना की बेबाक राय !
शबाना ने एक्सप्रेस वे पर चल रही पॉलिटिक्स पर कहा कि 'ये बात तो सही है कि अखिलेश जी ने ही उसे शुरू कराया था. मगर मेरा ऐसा मानना है कि ये काफी अच्छी बात है कि अगर एक सरकार ने इसे शुरू किया तो दूसरी ने खत्म किया. ऐसा ही होना चाहिए. कई बार ऐसा देखा गया है कि पिछली सरकार द्वारा चलाया गया कोई काम अगली सरकारें छोड़ देती हैं और वो छूटा रह जाता है. मगर यही होना चाहिए कि दोनों सरकारों को इसके लिए क्रेडिट मिले.
पहले भूमि अधिग्रहण, अब कृषि कानून...जब किसानों के सामने बैकफुट पर आई मोदी सरकार
आजमगढ़ के नाम को लेकर चल रही पॉलिटिक्स पर शबाना ने किया रिएक्ट
'मुझे बहुत दुख हुआ. क्योंकि मेरा नाम आजमी है और मेरे पिता कैफी आजमी ने इस जगह का नाम बड़े स्तर पर आगे बढ़ाया है. अगर आप किसी चीज से उसकी आइडेंटिटी ही दूर कर देंगे तो क्या बचेगा! मेरी सरकार से उम्मीद ये है कि विकास पर काम हो. नाम बदलने से क्या होगा? नौजवानों को काम मिलना चाहिए. सही मुद्दों पर काम किया जाना चाहिए. इस मुल्क में बहुत गंभीर स्थितियां हैं जिसमें मेरी दिलचस्पी है दो धर्मों के बीच की सियासत से मेरा कोई वास्ता नहीं. कैफी आजमी ने कहा है कि तोड़ना अपना काम नहीं है हम दिलों को जोड़ने वाले.'