गुजरे जमाने के जाने-माने डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक्टर जॉनी बख्शी ने शनिवार को अपनी आखिरी सांस ली. जॉनी 83 वर्ष के थे. पिछले दिनों सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर उन्हें आरोग्य निधि अस्पताल में एडमिट किया गया था जहां उन्होंने हमेशा के लिए अपनी आंखे मूंद ली. उनका कोरोना टेस्ट भी करवाया गया था जो कि निगेटिव आया था.
जॉनी बख्शी की बेटी प्रिया ने पीटीआई को बताया कि उनके पिता जॉनी को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटपर पर रखा गया था. कोरोना का टेस्ट निगेटिव आया था. सुबह डेढ़ से 2 बजे के बीच कार्डियक अरेस्ट के कारण उनकी मौत हो गई. जॉनी का अंतिम संस्कार परिवारवालों की मौजूदगी में किया गया.
Deeply saddened to know about the demise of dear #JohnnyBakshi. He was a very integral part of my early life in Mumbai. As a producer, friend, a supporter and as a motivator. He had the most infectious laughter which made everybody happy around him. अलविदा मेरे दोस्त ।ओम शांति🙏 pic.twitter.com/xmlcldfk9k
— Anupam Kher (@AnupamPKher) September 5, 2020
Sorry to learn about the passing away of filmaker Johny Bakshi this morning.. Did a film with him Vishwasghat very early in my career. He was invested in cinema.Condolences to the family and friends.
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) September 5, 2020
Saddened to hear about the passing of #JohnnyBakshi sir. Met him during my days in #PlusChannel with @MaheshNBhatt & @amitkhanna. He was a sweet helpful man. Always smiling. Part of the old guard of the film Industry. RIP sir.
— kunal kohli (@kunalkohli) September 5, 2020
जॉनी की मौत पर बॉलीवुड सेलेब्स ने शोक जताया है. अनपुम खेर ने ट्वीट कर लिखा- 'जॉनी बख्शी के निधन की खबर से शोकग्रस्त हूं. मुंबई में मेरे शुरुआती दिनों में वे मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा थे. प्रोड्यूसर, दोस्त, सहयोगी और मोटिवेटर के तौर पर. उनकी हंसी बेहद शानदार थी जो कि आसपास के लोगों को भी खुश रखती थी. अलविदा मेरे दोस्त. ओम शांति'. अनुपम के अलावा शबाना आजमी, कुणाल कोहली आदि ने भी अफसोस जताया है.
जॉनी बख्शी के फिल्म ट्रैक पर नजर डालें तो उन्होंने 1974 में फिल्म मंजिलें और भी हैं, 1984 में रावण, 1993 में फिर तेरी कहानी याद आई जैसी फिल्में प्रोड्यूस की हैं. इसके अलावा निर्देशन के क्षेत्र में उन्होंने डाकू और पुलिस (1992), खुदाई (1994) फिल्में बनाई जिनमें राजेश खन्ना लीड रोल में थे.