साल 2021 की शुरुआत में कंगना ने फिल्म 'मणिकर्णिका रिटर्न्स : द लीजेंड ऑफ दिद्दा' की घोषणा थी. फिल्म की घोषणा के बाद से ही कंगना पर एक बार फिर स्टोरी चोरी का आरोप लगाया जा रहा था. जाने-माने लेखक आशीष कौल ने कंगना पर ये आरोप लगाया था कि कंगना की फिल्म उनकी किताब ‘Didda: The Warrior Queen Of Kashmir’ से प्रेरित है.
आजतक से बात करते हुए लेखक आशीष कौल ने बताया- ‘मुम्बई के बांद्रा मेट्रोपोलिटन कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार पुलिस ने कंगना रनौत, उनकी बहन रंगोली चंदेल और प्रोड्यूसर कमल जैन पर फ्रॉड, षडयंत्र और कॉपीराइट एक्ट के उल्लंघन के तहत FIR दर्ज कर लिया है’.
आशीष कौल कहते हैं -‘मैंने जनवरी 2021 में कंगना रनौत, उनकी बहन रंगोली और प्रोड्यूसर कमल जैन को इसके लिए लीगल नोटिस भी भेजा था जिसका जवाब देते हुए कंगना के वकील ने जल्द ही अपना पक्ष रखने की बात कही थी. लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी कंगना और उनकी टीम की तरफ से कोई जवाब नहीं आया और फिर मैंने पुलिस की मदद लेने की ठानी. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि काफी दिनों तक पुलिस स्टेशन के चक्कर काटने के बाद भी पुलिस ने मेरी FIR दर्ज नहीं की. आखिर में मुझे थक हारकर माननीय कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा और तब जाकर पुलिस ने मेरी FIR दर्ज की’.
हमारा भारतवर्ष साक्षी रहा है झाँसी की रानी जैसे कई वीरांगनाओं की कहानी का. ऐसी ही एक और अनकही वीरगाथा है कश्मीर की एक रानी की, जिसने महमूद गजनवी को एक नहीं, दो बार हराया. ले कर आ रहे हैं @KamalJain_TheKJ और मैं, #ManikarnikaReturns: The Legend of Didda 🙏 pic.twitter.com/sgrqkqilj6
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) January 14, 2021
आशीष कौल ने अपनी तकलीफ साझा करते हुए कहा- ‘मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कंगना दिद्दा पर फिल्म बना रही हैं लेकिन मुझे इस बात से फर्क जरुर पड़ता है कि कंगना जिस कहानी को लेकर फिल्म बनाने जा रही हैं, जो कॉन्सेप्ट इस्तेमाल कर रही हैं, जो डेटा यूज कर रही हैं वो मेरे द्वारा लिखा गया है और इसके अलावा कंगना मेरी किताब के कवर पेज का इस्तेमाल कर रही हैं जो सरासत गलत और बेईमानी है’.
हमने गलत इंसान को अपना हीरो समझा- आशीष कौल
इससे पहले भी आशीष कौल ने कंगना पर कॉपीराइट एक्ट उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा था- 'मुझे इस बात का काफी दुख है कि जिसे मैंने एक NATIONALIST WOMAN समझा, उसी ने मेरे साथ धोखा किया. मैं एक कश्मीरी ब्राह्मण हूं और कंगना ने जिस तरह से कश्मीरियों की समस्यों की तरफ देश का ध्यान आर्कषित किया था. उसे देखते हुए लग रहा था कि कंगना हमारे दुख को समझती और कश्मीरी हिन्दू भी उन्हें काफी आदर देने लगे थे. लेकिन जिस तरह उसने मेरी कहानी चुराई और फिर मुझे ही झूठा साबित करने की कोशिश की. उसे देखते हुए लगता है कि शायद हमने गलत इंसान को अपना हीरो समझ लिया था.'