गौरी खान और शाहरुख खान की जोड़ी फैंस की फेवरेट है. दोनों का साथ 30 साल पुराना है. पिछले 30 सालों में कपल ने साथ में सफलता की ऊंचाइयों को छुआ तो कई बुरे दिन भी देखे. लेकिन कभी एक दूसरे का हाथ नहीं छोड़ा. हालांकि शाहरुख खान से शादी करने के लिए गौरी को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. एक समय ऐसा भी था जब उनके पेरेंट्स शाहरुख से उनकी शादी को राजी नहीं थे. इस बारे में गौरी खान ने अपने एक इंटरव्यू में बात की थी.
गौरी ने बदला था शाहरुख का नाम
साल 2008 में डिजाइनर अबू जानी और संदीप खोसला के शो 'फर्स्ट लेडीज' में गौरी ने ये किस्सा सुनाया था. उन्होंने बताया था कि उनके पेरेंट्स को शाहरुख संग उनकी इंटर-फेथ मैरिज से ऐतराज था. जब गौरी ने शाहरुख से शादी की तब उनकी उम्र 21 साल थी और किंग खान 26 साल के थे. वो बताती हैं कि ऐसे में मां और पिता के सामने शाहरुख को 'हिंदू' दिखाने के लिए उन्होंने उनका नाम अभिनव बताया था.
गौरी ने कहा था, 'हम बहुत यंग थे. शादी का निर्णय लेना और वो भी ऐसे इंसान के साथ जो फिल्मों में जा काम करने रहा हो और दूसरे धर्म का हो, मुश्किल था. हमने उनका नाम अभिनव रख दिया था ताकि मेरे माता-पिता को लगे कि वो हिंदू लड़का है. लेकिन ये बहुत ही बेवकूफी भरी और बचकानी हरकत थी.'
ईद-दिवाली साथ मनाते हैं बच्चे
शाहरुख खान और गौरी खान ने शादी से कुछ साल पहले एक दूसरे को डेट करना शुरू किया था. दोनों के तीन बच्चे हैं- आर्यन खान, सुहाना खान और अबराम खान. गौरी ने जब ये इंटरव्यू दिया था तब अबराम का जन्म नहीं हुआ था. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया था कि उनके बच्चे दोनों धर्मों के त्योहारों को मनाते हैं, जो कि उनके बच्चों के लिए बेहतरीन है.
उन्होंने कहा था, 'जब दिवाली होती है, मैं पूजा करती हूं और मेरा परिवार मुझे फॉलो करता है. और ईद पर शाहरुख प्रेयर करते हैं और हम उन्हें फॉलो करते हैं. मुझे लगता है कि ये सब बहुत सुंदर है और मेरे बच्चे इसे अपना चुके हैं. मेरे बच्चे असल में शाहरुख की बात को ज्यादा मानते हैं. उनके लिए दिवाली, ईद सबकुछ बढ़िया है.'
बच्चों के धर्म पर बोले शाहरुख
साल 2013 में आउटलुक टर्निंग पॉइंट के दौरान शाहरुख खान ने अपने बच्चों के धर्म को लेकर बात की थी. उन्होंने कहा था, 'मेरे दोनों बच्चों को ये बात हमेशा कन्फ्यूज करेगी. कभी-कभी वो मुझसे पूछते हैं कि उनका धर्म क्या है. मैं एक अच्छे हिंदी फिल्म के हीरो की तरह उनके सामने फिलॉसफी झाड़ता हूं. मैं कहता हूं कि तुम भारतीय पहले हो और तुम्हारा धर्म इंसानियत है. या फिर गंगनम स्टाइल में गाते हुए कहते हूं- तू हिंदू बनेगा, ना मुसलमान बनेगा- इंसान की औलाद है इंसान बनेगा.'