
'स्कूल के दिनों में मैं फैंसी ड्रेस कॉम्पिटीशन को लेकर बहुत एक्साइटेड रहता था. और पता नहीं क्या ही बात थी कि हर बार मैं एक 'भिखारी' ही बनता था. बच्चे मुझपर बहुत हंसते थे. मेरा मजाक उड़ाते थे जो मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था. पर जब मैं अपने लुक के लिए प्राइज जीतता था तो सबके मुंह बंद हो जाते थे. मैंने कभी फर्स्ट प्राइज तो नहीं जीता, पर हां, सेकेंड या थर्ड जरूर जीत लेता था.'
एक्टर हरमन बावेजा को लोग प्रियंका चोपड़ा के साथ फिल्म 'वाट्स योर राशि' से पहचानते हैं. प्रोड्यूसर का बेटा होकर एक्टिंग में दिलचस्पी लेना एक अलग चॉइस तो है ही. अपनी इस चॉइस के पीछे का किस्सा आगे कंटीन्यू करते हुए हरमन बताते हैं, 'स्कूल से ही मुझे इस तरह के कॉम्पिटीशन काफी फैसीनेट करते थे. फिर मैं 16 साल की उम्र में विदेश चला गया. वहां होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की और वापस लौटा. और सीधा नानी से मिलने चंडीगढ़ चला गया. वहां, मुझे मां की कॉल आई.
उन्होंने कहा- 'पापा चाहते हैं कि तू उनके साथ बिजनेस करे. यानी पापा का प्रोडक्शन हाउस संभाले. उनसे काम सीख ले, फिर उसे आगे बढ़ाए.' मैं मां की बात सुनकर चुप हो गया. क्योंकि मुझे प्रोडक्शन का P भी नहीं पता था. पर हां, थोड़ा-बहुत एक्टिंग का शौक मैं रखता था.'
पापा के आगे रखी हरमन ने एक्टिंग करने की इच्छा
हरमन ने अपनी एक्टिंग की इच्छा पापा के आगे रखी. उन्होंने सोच-विचार करके बेटे को किशोर नमित कपूर के एक्टिंग स्कूल में डाल दिया. वहां कुछ 6 महीने बिताने के बाद हरमन यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया चले गए. वहां एक्टिंग की A, B, C, D सीखी और वापस इंडिया आए. हरमन बताते हैं कि वो तब तक पूरी तरह से फिल्म इंडस्ट्री में ही करियर बनाने का मन बना चुके थे. लेकिन एक्टिंग में उनकी शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही.
हरमन कहते हैं, 'मैंने सोचा कि यहां मुझे नए-नए रोल करने को मिलेंगे जो मुझे स्कूल में फैंसी ड्रेस कॉम्पिटीशन में करने को नहीं मिले. पर किसे पता था कि मेरी किस्मत ही खराब निकलेगी. पहली फिल्म 'लव स्टोरी 2050' इस कदर पिट जाएगी, जिसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी. मैं खुद को एक खराब एक्टर समझता हूं. शायद मुझे पापा की बात मान लेनी चाहिए थी. प्रोडक्शन हाउस संभालना सही होता जो आज के समय में मैं कर भी रहा हूं, वो भी सक्सेसफुली.'
करियर में सक्सेसफुल नहीं हो पाए हरमन
13 नवंबर 1980 में चंडीगढ़ में जन्मे हरमन बवेजा पेशे से प्रोड्यूसर हैं. हालांकि, इन्होंने एक्टिंग में भी हाथ आजमाया पर सक्सेसफुल नहीं हुए. हरमन ने अपने पूरे करियर में केवल 6 फिल्में कीं और इनमें से एक भी नहीं चली. अब इन्हें जल्द 'स्कूप' वेब सीरीज में देखा जाएगा जो 2 जून को रिलीज होने वाली है. देखना होगा कि आखिर हरमन इतने सालों बाद ऑडियन्स के बीच अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा पाते हैं या नहीं. इन्हें दर्शक पसंद करते हैं या नहीं, यह हम वक्त पर छोड़ देते हैं. जब वेब सीरीज रिलीज होगी तो पता चल ही जाएगा.
'खानदानी' फिल्म थी 'लव स्टोरी 2050'
फिल्म 'लव स्टोरी 2050' एक तरह से हरमन बवेजा के लिए काफी 'खानदानी' फिल्म थी. इसे उनके पेरेंट्स पम्मी और हैरी बवेजा ने मिलकर प्रोड्यूस किया था. कहा जाता है कि फिल्म 40 करोड़ के बजट में बनी थी. पर कमाई के मामले में यह बजट से आधी ही कर पाई. यानी 20 करोड़. पर हरमन के साथ इस फिल्म के जरिए एक चीज अच्छी हो गई थी. वह यह कि इन्हें ऋतिक रोशन का हमशक्ल कहा जाने लगा था. कद-काठी से एकदम हूबहू ऋतिक. शायद इसी वजह से यह थोड़े-बहुत पॉपुलर भी हो सके, वरना तो वो भी इनके नसीब में नहीं होता.
वो आखिरी फिल्म जिसके बाद हरमन ने सोच लिया था कि एक्टिंग उनके बस की बात नहीं
साल 2020 में फिल्म आई थी 'इट्स माई लाइफ', यह नहीं चली थी. पांच फिल्मों में हरमन की किस्मत अच्छी नहीं निकली तो छठी में भी यही दौर चला. इस फिल्म के फ्लॉप होने के बाद हरमन ने सोच लिया था कि उन्हें एक्टिंग से दूरी बनानी है, पर इंडस्ट्री से नहीं. हरमन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैंने 2020 में सोच लिया था मुझे अब ब्रेक ले लेना चाहिए. इस बात पर गौर करने की जरूरत है कि आखिर मैं फिल्मों में परफॉर्म क्यों नहीं कर पा रहा हूं.
"मेरे अंदर क्या कमी रह गई है, जिसके कारण लोग मुझे और मेरी फिल्मों को पसंद ही नहीं कर रहे हैं. मैं खुद को समय देना चाहता था. अपने अंदर के उस टैलेंट को पहचानना चाहता था जो मुझे खुशी दे सके. मैंने सोचा था कि फिल्म इंडस्ट्री मेरा जॉनर है. पर मैं गलत था. मैं वो करना चाहता था, जिससे मैं कनेक्टेड महसूस कर सकूं. मैंने जो किया, वह अनसक्सेसफुल रहा. लोगों ने मुझे काफी क्रिटिसाइज किया. पर अब मैं सुधार करना चाहता हूं. हरमन प्रोडक्शन का बिजनेस बहुत अच्छी तरह चला रहे हैं. आखिर लेगेसी जो संभालनी है."