डायरेक्टर अनुभव सिन्हा के नेटफ्लिक्स शो 'IC 814: द कंधार हाईजैक' पर रिलीज के बाद से ही बड़ा विवाद छिड़ गया. रियल घटनाओं पर आधारित इस शो पर आरोप लगा कि इसमें हाईजैक करने वालों के रियल नामा छुपाए गए. विवाद बढ़ा तो भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट चीफ मोनिका शेरगिल को दिल्ली तलब किया. मंत्रालय में मीटिंग के बाद 'IC 814' के डिस्क्लेमर को हाईजैकर्स के रियल नामों के साथ अपडेट किया गया.
हालांकि शो पर छिड़ा विवाद अभी भी जारी है. शो के अन्य पहलुओं को भी लेंस से परखा जा रहा है. अब 1999 में हाईजैक हुए विमान के केबिन क्रू चीफ अनिल शर्मा ने, नेटफ्लिक्स के शो में एक बड़ी गलती बताई है. मेकर्स ने कहानी के फैक्ट्स के लिए जिन दो किताबों का रेफरेंस दिया है, उनमें से एक अनिल शर्मा की किताब 'IA's Terror Trail' भी शामिल है.
अनिल ने कहा शो में हैं आधा दर्जन से ज्यादा गलतियां
जर्नलिस्ट बरखा दत्त के साथ एक बातचीत में अनिल शर्मा ने नेटफ्लिक्स के शो 'IC 814' को लेकर अपनी आपत्तियां बताईं. उन्हें ये शो 'निराशाजनक' और 'मजाकिया' लगा और उन्होंने कहा कि शो देखने के बाद इस पूरी घटना को भुगतने वाले लोगों को गुस्सा आ रहा है और ये जायज भी है.
अनिल शर्मा ने कहा, 'ऐसे भी लोग हैं जो एक जानेमाने डायरेक्टर, अनुभव सिन्हा की तारीफ भी कर रहे हैं और वो यकीनन अपना क्राफ्ट बहुत अच्छे से समझते हैं. लेकिन मुझे उनसे यही समस्या है कि अगर वो अपना क्राफ्ट इतना अच्छे से समझते हैं तो उन्हें असलियत में हुई उन चीजों को बदलने की क्या जरूरत थी, जो वहां पर हुईं. उस घटना में एक्शन का एक बड़ा हिस्सा केबिन के अंदर हुआ. वहां बहुत सारी भयानक चीजें हो रही थीं. लेकिन इन्हें उतनी सेंसिटिविटी से नहीं डील किया गया है और इसमें उतनी डिटेल्स भी नहीं हैं जितनी होनी चाहिए थीं.
अनिल ने शो में बताई ये बड़ी गलती
जब अनिल से पूछा गया कि कौन सी एक चीज उन्हें शो में बिल्कुल ही झूठ लगी? तो उन्होंने कहा, 'मैं कम से कम आधा दर्जन कमियां गिना सकता हूं. लेकिन फिलहाल एक बताता हूं. उन्होंने दिखाया कि एयर होस्टेस को हाईजैकर्स ने तमाचा मारा था. क्रू का एकमात्र व्यक्ति जिसपर उन्होंने हाथ उठाया वो हमारे सबसे जूनियर फ्लाइट पर्सर, मिस्टर सतीश थे. उन्हें सिर के पीछे मारा गया, उनके बाल नोचे गए, कुर्सी पर धक्का दिया गया. हाईजैकर्स को लगा कि उसके साथ वो ऐसा कर सकते हैं.'
शो की बड़ी फैक्चुअल गलती बताते हुए अनिल ने कहा, 'उन्होंने लड़कियों के साथ बिल्कुल भी धक्कामुक्की नहीं की, मेरे साथ ही नहीं की. हालांकि,एक वक्त पर उन्होंने मेरी बहुत गहन तलाशी ली, कह लीजिए कि मेरे शरीर का कोई हिस्सा नहीं था जिसकी उन्होंने तलाशी न ली हो. मुझे इसी बात पर हैरानी हुई कि मेकर्स फ्लाइट में ऐसा (क्रू के साथ मारपीट) होते हुए कैसे दिखा सकते हैं.
सोशल मीडिया पर शो का विरोध कर रहे लोगों ने 'IC 814' पर एक बड़ा आरोप ये भी लगाया है कि शो में आतंकवादियों को 'वाइटवॉश' किया गया है, आतंकवाद और आतंकवादियों को बहुत हल्के में दिखाया गया है. अनिल से पूछा गया कि इस घटना के सर्वाइवर होने के नाते क्या उन्हें शो देखते हुए ऐसा लगा? उन्होंने जवाब देते हुए कहा, 'ये एक प्रचलित फैक्ट है कि इस घटना ने एक देश के तौर पर हमें घुटनों पर बिठा दिया था और इस बात पर बहस की जा सकती है कि सरकार नाकाम रही या कुछ कर नहीं सकी. लेकिन इसे यूं दिखाना (ठीक नहीं है). इसे यूं भी दिखाया जा सकता था कि ये घटना आज के लिए एक सबक बनती.'
अनिल ने ये भी कहा कि 'IC 814' में हाईजैकर्स के साथ नेगोशिएट करने टीम और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल (शो मनोज पाहवा का किरदार उनसे प्रेरित है) को जिस तरह दिखाया गया, उससे भी वो सहमत नहीं हैं. उनका कहना था कि शो में नेगोशिएट करने गई भारतीय टीम को जिस तरह दिखाया गया है, रियल में वो लोग उससे कहीं ज्यादा गंभीर थे. 'IC 814: द कंधार हाईजैक' 29 अगस्त को रिलीज हुआ और नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रहा है.