फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म हमेशा से ही एक चर्चा का विषय रहा है. इरफान खान की ऑनस्क्रीन बेटी राधिका मदान ने फिल्म 'पटाखा' से डेब्यू किया था. इसके बाद इन्हें फिल्म 'मर्द को दर्द नहीं होता' में देखा गया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि राधिका मदान ने करण जौहर की फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' के लिए भी ऑडिशन दिया था, लेकिन तबीयत खराब होने के चलते वह ठीक तरह से परफॉर्म नहीं कर पाई थीं, जिसके कारण वह रिजेक्ट हो गई थीं. हालांकि, राधिका को इस बात का कोई मलाल नहीं. इरफान खान संग स्क्रीन शेयर करने को लेकर काफी संतुष्ट रही हैं.
कैसे मिली 'पटाखा'
स्टार किड्स और आउटसाइडर्स पर बात करते हुए राधिका मदान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि आपका काम सिर्फ इतना होता है कि आप ऑडिशन के बारे में पूछें. मैं प्रोड्यूसर्स के पास गई और उनसे ऑडिशन लेने के लिए कहा. इसके बाद जाकर मुझे बड़े पर्दे पर रोल्स मिलने शुरू हुए. इसी तरह मुझे अपनी डेब्यू फिल्म 'पटाखा' भी मिली. इसी तरह 'अंग्रेजी मीडियम'. मैं बस थिएटर में गई और कहा कि क्या मैं ऑडिशन दे सकती हूं? एक आउटसाइडर केवल यही कर सकता है. आपको क्रिब करना बंद करना होगा और खुद पर काम करना शुरू करना होगा. यही सच्चाई है, समझ जाओ इसे और आगे बढ़ो. यह नहीं बदलने वाली है. और ये चीजें कई बार सामने आ चुकी हैं और इन पर बातें भी कई बार हो चुकी है.
इसलिए हुईं करण की फिल्म से रिजेक्ट
राधिका मदान ने एक इंटरव्यू के दौरान यह बताया था कि स्वास्थ्य के कारण उनके हाथ से एक बहुत बड़ी फिल्म निकल गई थी. इसके बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि मैंने धर्मा के लिए ऑडिशन दिया था. मैंने खुद का सबसे खराब ऑडिशन दिया था, क्योंकि मैं डरी हुई थी. मैंने स्टूडेंट ऑफ द ईयर के लिए ऑडिशन दिया, लेकिन मुझे बुखार आ गया और इसी तरह परफॉर्म किया जो बहुत खराब था. मैं धर्मा को ब्लेम नहीं करती मुझे कास्ट करने के लिए, यह मेरा कॉल था, मुझे मौका मिला, मैंने ठीक तरह से परफॉर्म नहीं किया और प्रोजेक्ट मेरे हाथ से चला गया.
जब इरफान खान ने बनाया अपना ही मीम, बेटे ने शेयर की फनी तस्वीर
राधिका का कहना है कि हम सभी को मिलकर काम करना होगा, तभी इंडस्ट्री को आगे बढ़ाया जा सकता है. अंदर ही लड़ाई करने से कोई फायदा नहीं. चीजों को अगले पड़ाव पर लेकर जाओ और यही मेरा गोल है. अपने काम पर ध्यान दो, इंडस्ट्री आगे बढ़ेगी.