बॉलीवुड वेटरन जया बच्चन दिल खोलकर अपनी बात रखने के लिए जानी जाती हैं. अपनी नातिन नव्या नवेली नंदा के पॉडकास्ट 'व्हाट द हेल नव्या 2' के लेटेस्ट एपिसोड में जया ने ऐसी ही एक बात कही. इस एपिसोड में नव्या अपनी मां श्वेता बच्चन नंदा, नानी जया बच्चन और भाई अगस्त्य नंदा के साथ 'मॉडर्न पुरुषों' के टॉपिक पर बात कर रही थीं.
इस बातचीत में नव्या पुरुषों और उनके टॉक्सिक बर्ताव को लेकर बात कर रही थीं. उन्होंने जब ये कहा कि महिलाएं कैसे इंडिपेंडेंट फील करना चाहती हैं और डेट्स पर खाने के लिए पेमेंट करना चाहती हैं, तो जया ने कहा कि ऐसा करना 'बेवकूफी' है.
'हम खुद कर सकते हैं ये काम'
नव्या अपने पॉडकास्ट पर ये एक्सप्लेन कर रही थीं कि कैसे फेमिनिज्म के बाद एम्पावर्ड फील कर रहीं महिलाएं, खुद से सबकुछ करना चाहती हैं. अगस्त्य को एड्रेस करते हुए उन्होंने कहा, 'जैसे, आजकल अगर आप एक लड़की को डेट पर बाहर लेकर जाएं और पेमेंट करना चाहते हैं, तो उनमें से कई इस बात पर बुरा मान जाती हैं. क्योंकि अब महिलाओं को लगता है कि वो बराबरी से...' नव्या की बात पूरी होने से पहले ही जया ने बीच में ही कहा, 'ऐसी महिलाएं कितनी बड़ी बेवकूफी करती हैं. आपको पुरुषों को खर्च करने देना चाहिए.'
नव्या ने आगे कहा, 'नहीं, मैं ये कह रही हूं कि ऐसी चीजें होती हैं. कि- 'हम अपने लिए दरवाजा खोल सकते हैं, आपको हमारे लिए दरवाजा खोलने की जरूरत नहीं है.' तो इसकी क्या लिमिट तय होनी चाहिए? क्या आप लोगों के लिए दरवाजा खोलते हैं? क्या आप कभी ऐसी सिचुएशन में रहे हैं कि आपने शिष्टता दिखाई हो और किसी महिला ने कहा हो- मैं ये खुद कर सकती हूं.' उनकी बात पर जया ने फिर से कहा, 'बेसिकली वो ये ऐसा कहने जैसा है कि- आप शिष्टता मत दिखाइए. कितनी बड़ी बेवकूफी है ये?!'
'इरादे से फर्क पड़ता है'
नव्या के भाई अगस्त्य की राय इस बारे में बिल्कुल अलग थी. शालीनता और टॉक्सिक बर्ताव में अंतर एक्सप्लेन करते हुए उन्होंने बताया कि महिलाओं को ऐसा क्यों फील होता है. अगस्त्य ने कहा, 'जबतक आप विनम्रता से ऐसा कर रहे हैं और ये दिखाने के लिए नहीं कि 'मैं मर्द हूं', तबतक आप गलत नहीं हैं.' अगस्त्य ने कहा कि अगर मर्द पुरुष इस नीयत से महिलाओं के लिए दरवाजा नहीं खोल रहे कि 'देखिए मैंने आपके लिए दरवाजा खोला', बल्कि इसलिए खोल रहे हैं कि 'मैं आपकी मदद करना चाहता हूं' तो आप कभी गलत नहीं लगेंगे.
अगस्त्य ने अपनी बात समझाते हुए कहा अगर आप ये कहते हैं कि 'मैं इस मील के लिए पेमेंट करना चाहूंगा' तो ये गलत नहीं लगेगा क्योंकि आप विनम्रता से ऐसा कर रहे हैं. ये नहीं चलेगा कि 'मैं कमाऊ हूं, तो मैं पे करूंगा'. सारा फर्क इरादे का है.'
अगस्त्य ने कुछ समय पहले ही नेटफ्लिक्स की फिल्म 'द आर्चीज' से अपना एक्टिंग डेब्यू किया है. अब वो श्रीराम राघवन की फिल्म 'इक्कीस' में लीड रोल करते नजर आएंगे.