हॉलीवुड के पॉपुलर शो 'द बिग बैंग थ्योरी' पर के एक सीन पर घमासान छिड़ गया है. इसके एक एपिसोड में ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित की बेहद ही भद्दी तुलना की गई है. इसे लेकर नेटफ्लिक्स को नोटिस भी जारी किया जा चुका है. इस पूरे मामले पर जया बच्चन, उर्मिला मातोंडकर ने भी अपनी राय दी है. भद्दे कमेंट्स करने वाले एक्टर कुणाल नायर पर जया जमकर भड़की हैं, वहीं उन्हें पागलखाने भेजने की बात कह दी है.
जया ने सुनाई खरी-खरी
'द बिग बैंग थ्योरी' शो में माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर जया बच्चन का गुस्सा भड़क गया है. उन्होंने एक्टर को पागलखाने तक भेज देने की बात कह डाली है. TOI से बातचीत में उन्होंने बेहद गुस्से में जवाब दिया. जया ने कहा- क्या ये आदमी कुणल नायर पागल है? बड़ी गंदी जुबान है. उसे तो पागलखाने भेज देना चाहिए. ये सवाल तो उसकी फैमिली से पूछना चाहिए कि उन्हें कैसा लगता है इस कमेंट पर.
उर्मिला को लगा शॉक
वहीं उर्मिला मातोंडकर को एक्टर के इस बेतुके कमेंट पर गहरा शॉक लगा है. एक्ट्रेस ने कहा- ये कैसा बेतुका कमेंट है. मुझे इस पूरे एपिसोड का कोई आईडिया नहीं है. तो मुझे कोई कमेंट नहीं करना चाहिए. लेकिन अगर ये सच है तो सच में बहुत भड़काऊ है. ये उनकी चीप मेंटालिटी को दिखाता है. उन्हें ये सच में मजाकिया लगता है, हैरानी हो रही है.
क्या है द बिग बैंग थ्योरी का मामला
नेटफ्लिक्स पर रिलीज बिग बैंग थ्योरी शो के एक एपिसोड में ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित की बेहद ही भद्दी तुलना की गई है. दरअसल, सेकेंड सीजन के पहले एपिसोड में जिम पार्सन्स जो शेल्डन कूपर के रोल में हैं, वो माधुरी और ऐश्वर्या का कम्पेरिजन करते हैं. डायलॉग देते हुए जिम कहते हैं- ऐश्वर्या गरीबों की माधुरी दीक्षित हैं. इसके बाद राज कुथरापल्ली का किरदार निभा रहे कुणाल नायर ने कहा, ''ऐश्वर्या राय देवी की तरह थीं और उनकी तुलना में माधुरी दीक्षित लेपरस प्रॉस्टिट्यूट हैं."
माधुरी के लिए इस्तेमाल किए गए इस तरह के कमेंट्स पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. माधुरी के लिए इस शो को अपमानजनक बताते हुए, मिथुन विजय कुमार ने नेटफ्लिक्स को नोटिस जारी किया है. इस एपिसोड को उन्होंने सेक्सिजम और महिलाओं के लिए नीचता की भावना को बढ़ावा देने वाला भी बताया है.
मिथुन विजय कुमार ने कहा, 'नेटफ्लिक्स जैसी ओटीटी कंपनियों को अपने काम के लिए जवाबदेह होना जरूरी है. ये जरूरी है कि वह उन समुदायों के सांस्कृतिक मूल्यों और भावनाओं के प्रति संवेदनशील रहे, जिन्हें वे सर्विस दे रहे हैं. मेरा मानना है कि स्ट्रीमिंग सर्विस प्रोवाइडर्स की जिम्मेदारी है कि वे अपने प्लेटफॉर्म पर परोसी जाने वाली कंटेंट पर ध्यान दें.ये किसी को आहत ना पहुंचाए.'