आलिया भट्ट स्टारर फिल्म 'जिगरा' के परफॉरमेंस आजकल हर जगह चर्चा में है. आलिया को एक ताबड़तोड़ एक्शन अवतार में लेकर आई इस फिल्म से बहुत उम्मीदें की जा रही थीं, मगर बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म फ्लॉप हो चुकी है. फिल्म को लेकर तरह-तरह के विवाद भी हुए और हमेशा की तरह, सोशल मीडिया ट्रोल्स के लिए फिल्म के प्रोड्यूसर करण जौहर आसान टारगेट रहे.
अब 'जिगरा' के डायरेक्टर वासन बाला ने आलिया और करण को डिफेंड किया है. बाला ने कहा कि वो 'जिगरा' पर आए जनता के रिएक्शन से तो नाराज नहीं हैं, लेकिन फिल्म की कमर्शियल परफॉरमेंस से थोड़े परेशान हैं क्योंकि ये इतने बड़े स्केल पर उनकी पहली फिल्म थी.
आलिया और करण के पक्ष में बोले वासन बाला
वी.ओ.ए. इंडिया के साथ बातचीत में बाला ने करण और आलिया की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि इन दोनों ने इंडस्ट्री में अपनी रेपुटेशन बड़ी मेहनत से कमाई है. 'जिगरा' से आलिया और करण की उम्मीदों पर खरा न उतरने का गिल्ट मानते हुए बाला ने कहा, 'बॉक्स ऑफिस मैटर करता है, क्योंकि ये मेरा पैसा नहीं है. ये फिल्ममेकर होने की प्राइमरी जिम्मेदारियों में से एक है. ये (फिल्ममेकिंग) एक आर्ट है, मगर एक महंगा आर्ट फॉर्म. एक फिल्म बनाने में बहुत सारे रिसोर्सेज लगते हैं, और ये बात भी है कि प्रोड्यूसर और स्टार दोनों ने अपने लिए एक रेपुटेशन कमाई है. करण को विरासत में नहीं मिली है, उन्होंने सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर्स डिलीवर की हैं और अपने लिए ये पोजीशन कमाई है. और आलिया ने भी पिछले 10 साल में अपन लिए रेपुटेशन कमाई है.'
वासन ने कहा 'ज्ञानी' हैं आलिया
वासन ने कहा कि फिल्म से एक मिनिमम कमाई करने की जिम्मेदारी उनकी थी, जिसे पूरा करने में वो नाकाम रहे. बता दें, रिपोर्ट्स के हिसाब से 'जिगरा' पर मेकर्स ने करीब 90 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. जबकि अभी तक वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर आलिया की ये फिल्म 50 करोड़ का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है. आलिया के साथ काम करने को लेकर बाला ने कहा, 'वो बहुत इंस्टिंक्ट पर चलने वाली हैं. मैं उनके लिए हमेशा 'ज्ञानी' शब्द का इस्तेमाल करूंगा, क्योंकि वो कभी भी कैलकुलेशन नहीं करतीं.'
वासन ने कहा कि आलिया को स्टोरीटेलिंग की बहुत समझ है और वो नए आईडिया को पकड़ने में बिल्कुल वक्त नहीं लगातीं. उन्होंने कहा, 'हर बार जब हमने सीन से पहले कुछ तय किया, तो एक छोटा सा डिस्कशन होता था. और ये डिस्कशन बहुत जल्दी खत्म भी हो जाता था. सत्या (जिगरा में आलिया का किरदार) हमेशा जरूरत के हिसाब से चलती है, अपनी हिस्सा के हिसाब से नहीं. चाहने के साथ एक तरह का लालच जुड़ा होता है, लेकिन जरूरतें बहुत प्योर होती हैं.'