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आरे पर महाराष्ट्र सरकार के फैसले से खुश नहीं कंगना, बताया एजेंडे का हिस्सा

कंगना रनौत हमेशा से अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती रही हैं और अपनी विचार व्यक्त करने में कभी पीछे नहीं हटतीं. कंगना ने आरे जंगल पर लिए गए फैसले का समर्थन नहीं किया है उल्टा उन्होंने महाराष्ट्र सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले को पॉलिटिकल एजेंडा बता दिया है.

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कंगना रनौत
कंगना रनौत

देशभर में पर्यावरण संरक्षण को लेकर वैसे तो काफी काम किया जाना बाकी है मगर पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों के बीच जागरुकता अब बढ़ने लगी है. गत वर्ष जब महाराष्ट्र के आरे में मेट्रो का शेड बनाने की घोषणा की गई तो लोगों का भारी विरोध देखने को मिला. उनका मानना था कि इससे आरे के जंगलों को काफी नुकसान होगा. प्रदर्शनकारियों के लिए अब ये राहत की बात है कि सरकार ने घोषणा कर दी है कि आरे की जगह कांजुरमार्ग पर मेट्रो शेड बनाए जाएंगे. इस पर लोग खुशी जता रहे हैं. कंगना रनौत ने भी इस पर रिएक्ट किया है पर उनकी प्रतिक्रिया जरा अलग है. 

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कंगना रनौत हमेशा से अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती रही हैं और अपनी विचार व्यक्त करने में कभी पीछे नहीं हटतीं. कंगना ने आरे जंगल पर लिए गए फैसले का समर्थन नहीं किया है उल्टा उन्होंने महाराष्ट्र सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले को पॉलिटिकल एजेंडा बता दिया है. कंगना ने कहा- जो दुनिया की बड़ी समस्या है दरअसल वो मुबईकर्स की समस्या नहीं है पिछले साल मैंने एक लाख से ज्यादा पौधे लगाए थे. पेड़ों को ना काटना अच्छी बात है मगर सिर्फ अपने एजेंडा के लिए शहरीकरण को रोक देना कोई समाधान नहीं है, बल्कि समस्या का एक हिस्सा ही है.

 

कंगना ने बताया एजेंडा

बता दें कि कंगना रनौत की पहले से ही महाराष्ट्र और शिवसेना के साथ बन नहीं रही. शिवसेना के नेता संजय राउत के साथ कंगना का विवाद हुए अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं. ऐसे में जहां एक तरफ सभी आरे के जंगलों के हित में महाराष्ट्र सरकार द्वारा लिए गए फैसले की सराहना कर रहे हैं वहीं कंगना इस डिसीजन को एजेंडा का नाम दे रही हैं. बता दें कि एक्ट्रेस ने लॉकडाउन के बाद दोबारा से शूटिंग शुरू कर दी है. वे साउथ की दिग्गज पॉलिटीशियन जयललिता की बायोपिक में लीड रोल प्ले कर रही हैं.

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