कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है. इसकी रिलीज से पहले काफी विवाद हुआ था. सेंसर सर्टिफिकेट पाने के लिए पापड़े बेलने पड़े थे. कोर्ट के चक्कर तक लगाने पड़े. आज यानी 17 जनवरी को फिल्म रिलीज हुई तो एक बार फिर कंट्रोवर्सी हो गई है. पंजाब में फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है.
इमरजेंसी की रिलीज के खिलाफ SGPC
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने किया ऐलान है अगर पंजाब में कंगना की फिल्म रिलीज हुई तो सिनेमाघरों के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा. पंजाब भर में SGPC मुलाजिमों की डयूटी लगाई गई है. उनका कहना है अगर हालात खराब हुए तो ये पंजाब सरकार की जिम्मेदारी होगी. गुरुवार को अमृतसर के डीसी को मांग पत्र दिया गया था. विरोध के चलते अमृतसर के सिनेमाघरों के बाहर सिक्योरिटी टाइट कर दी गई है.
कैंसिल हुए शो
इस बीच खबर आई है कि शुक्रवार को अमृतसर के पीवीआर सिनेमा में फिल्म इमरजेंसी के शो को कैंसिल किया गया है. वहीं मुंबई में अंधेरी स्थित Cinepolis के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ दिखा. फर्स्ट डे फर्स्ट शो में फिल्म को लेकर 1% ऑक्यूपेंसी देखी गई है. ये आंकड़ा वाकई शॉकिंग है.
SGPC ने फिल्म को पंजाब में बैन करने की मांग की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, SGPC के प्रेजिडेंट हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक खत लिखा था. जिसमें फिल्म को पंजाब में बैन करने की मांग रखी गई थी. उनका आरोप है कंगना ने फिल्म में सिखों को बदनाम किया है. वैसे ये पहली बार नहीं है जब गुरुद्वारा कमेटी ने कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ विरोध जताया हो. पिछले साल भी मूवी का ट्रेलर रिलीज होने के बाद सिखों के संगठन ने विरोध प्रदर्शन किया था. जिसे देखते हुए सेंसर बोर्ड ने इसके सर्टिफिकेट को रोक दिया था. फिल्म में कई बदलावों का सुझाव दिया, फिर जाकर इसे रिलीज के लिए हरी झंडी दी.
मूवी इमरजेंसी को कंगना रनौत ने डायरेक्ट भी किया है. इसमें वो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रोल में दिखेंगी. इमरजेंसी 1975 में इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए 21 महीने के आपातकाल को दिखाती है. मूवी में अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन और विशाक नायर अहम रोल में दिखते हैं.