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मेल एक्टर्स से बेहतर काम, फिर भी फीस मिलती है कम, जानें क्या बोलीं कृति सेनन

पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस ने काफी तहलका मचाया है. 'क्वीन', 'छपाक', 'सांड की आंख' समेत कई फिल्मों में एक्ट्रेस ने अपने बल पर फिल्म को हिट करवाया, लेकिन इसके बावजूद भी इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. पुरुष एक्टर्स के मुकाबले एक्ट्रेसेस को कम सैलरी दी जाती है.

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कृति सेनन
कृति सेनन
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बॉलीवुड में होती है पुरुष-महिलाओं के बीच सैलरी असमानता
  • कृति सेनन ने उठाई आवाज
  • फिल्म 'मिमी' हुई रिलीज

पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस ने काफी तहलका मचाया है. 'क्वीन', 'छपाक', 'सांड की आंख' समेत कई फिल्मों में एक्ट्रेस ने अपने बल पर फिल्म को हिट करवाया, लेकिन इसके बावजूद भी इंडस्ट्री में एक्ट्रेसेस को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. पुरुष एक्टर्स के मुकाबले एक्ट्रेसेस को कम सैलरी दी जाती है.  

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इस मुद्दे पर पहले बॉलीवुड इंडस्ट्री की कई एक्ट्रेसेस बात कर चुकी हैं. हाल ही में 'रामायण' में सीता का रोल करने को लेकर करीना कपूर भी काफी सुर्खियों में रही थीं. इसके अलावा, तापसी पन्नू, स्वरा भास्कर समेत कई एक्ट्रेसेस भी पुरुष एक्टर्स की तुलना में कम सैलरी मिलने का मुद्दा उठा चुकी हैं.

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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कृति सेनन ने रखी अपनी राय
पिछले कुछ सालों में कृति सेनन में काफी बदलाव देखा गया है. इंडस्ट्री में सेक्सिज्म और सैलरी में होने वाली असमानता के बारे में बात करते हुए एक्ट्रेस ने बॉलीवुड बबल से कहा, "मुझे लगता है कि जो सबसे ज्यादा है, वह दोनों को मिलने वाले सैलरी में अंतर है. यह अंतर काफी ज्यादा होता है और यही दिक्कत है. लेकिन, इसके साथ ही मेरा यह भी मानना है कि आपका टैलेंट उस हिसाब से होना चाहिए कि आप अपने बलबूते पर कितने दर्शकों को थिएटर हॉल तक खींच कर ला पाती हैं.''

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उन्होंने आगे कहा, ''मेरी बात यह है कि पुरुषों को ऐसा नहीं करना पड़ता है कि उसे मेल-सेंट्रिक फिल्म करनी पड़े, लेकिन कई बार महिलाओं को फीमेल सेंट्रिंक फिल्म करके खुद को साबित करना पड़ता है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितनी फिल्में की हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि फिल्म में आपकी भूमिका क्या है, एक्टर्स के तौर पर आपके पास कितने दर्शक हैं, इससे आपकी सैलरी तय होनी चाहिए.'' एक्ट्रेस ने आगे बताया कि कई बार मेरे पुरुष दोस्तों और फैन्स को लगता है कि अगर टाइगर श्रॉफ दर्शकों को थिएटर तक लाने में सक्षम हैं तो फिर उनकी सैलरी ज्यादा होनी चाहिए, लेकिन दिक्कत यह है कि हमारी सोसाइटी काफी पितृसत्तात्मक है.

 

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