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'तुम बोझ हो' ये कहकर जब 'लापता लेडीज वाले छोटू' को मारा ताना, ऐसे एक्टर बने सतेंद्र

मध्य प्रदेश के सिहोरा के रहने वाले सतेंद्र को एक्टिंग की प्रेरणा पेपर में छपे एक नाटक से मिली थी. उसके बाद वो गांव में छोटा-मोटा रोल नाटकों में करने लगे. उनका चेहरा कपिल शर्मा शो से पॉपुलर हुआ था.

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सतेंद्र सोनी
सतेंद्र सोनी

'लापता लेडीज' का छोटू आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है. लेकिन सतेंद्र सोनी का ये सफर आसान नहीं था. मध्य प्रदेश के सिहोरा के रहने वाले सतेंद्र को एक्टिंग की प्रेरणा पेपर में छपे एक नाटक से मिली थी. उसके बाद वो गांवों में छोटा-मोटा नाटक करने लगे. उनका चेहरा कपिल शर्मा शो से पॉपुलर हुआ था. उसके बाद सतेंद्र ने अपने एक्टिंग स्किल में निखार लाने के लिए 1 साल थिएटर भी किया था.

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कभी मुंबई छोड़ घर वापस आ गए थे

फिर एक फिल्म में ऑडिशन के दौरान उनकी मुलाकात जानी अंगराज (राइटर-डायरेक्टर) से हुई थी. उसके बाद सतेंद्र उनके साथ मुंबई आ गए. जानी उनके संघर्ष के दिनों में हमेशा उनके साथ रहे. यहां तक की आज भी दोनों साथ ही रहते हैं. जब सतेंद्र मुंबई में काम की तलाश कर रहे थे तब शुरुआत में उन्हें काफी रिजेक्शन मिले थे. यहां तक की 6 महीने बाद वो वापस घर चले गए. पर वहां जाने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि यहां रहने से कुछ नहीं होने वाला. आखिर बनना तो एक्टर ही है और वो वापस मुंबई आ गए और यहां उन्हें असिस्टेंट का काम मिला.

फिल्म इंडस्ट्री में काफी सपोर्ट मिला

सतेंद्र को किस्मत पर यकीन था. उनका कहना है कि आपकी सफलता में हार्ड वर्क के साथ-साथ आपकी किस्मत का भी बहुत बड़ा रोल होता है. किस्मत ही है जिसकी वजह से मैं आज यहां हूं. सतेंद्र का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री में मुझे काफी सपोर्ट मिला है. जो संघर्ष था वो मेरा पर्सनल था इंडस्ट्री के लोगों ने मेरा बहुत साथ दिया.

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शुरुआत में कोई भी धमकी देकर चला जाता था

वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या कभी बॉडी शेमिंग का भी सामना करना पड़ा है? इस पर वो कहते हैं, जब वो मुंबई में काम ढूंढ रहे थे तब उन्हें एक शख्स ने काफी ज्यादा डिमोटिवेट किया था. उसने फेसबुक लाइव के दौरान कहा  'ये सतेंद्र सोनी है और एक्टर बनने मुंबई आए हैं. मुझे नहीं लगता कि ये कभी एक्टर बन पाएंगे.' सतेंद्र कहते हैं, उस शख्स ने मुझे बाद में भी समझाया कि आप अपने परिवार वालों पर बोझ हो. यहां तक की जिसके यहां रह रहे हो उस पर भी बोझ हो.

सतेंद्र कहते हैं मैने लाइफ में पहली बार बोझ शब्द सुना था. इससे पहले कभी किसी ने ये बात नहीं कही थी. सतेंद्र ने बताया कि शुरू में मुझे कोई भी धमकी दे कर चला जाता था.  बच्चे सड़कों पर तंग किया करते थे.

कई रिजेक्शन का सामना करना पड़ा

जब सतेंद्र से पूछा गया कि आप रिजेक्शन का सामना कैसे करते हैं, तब सतेंद्र कहते हैं, 'रिजेक्शन तो शुरू के 6 महीने लगातार मिला. जिस भी ऑडिशन के लिए जाता था 'नॉट फिट' कह दिया जाता था. तब तो बहुत दुख होता था यहां तक की घर जा कर भी रोता था. लेकिन अब लगता है कि जो होता था अच्छे के लिए होता था. अब रिजेक्शन मिलने पर लगता है कि ये रोल मेरे लिए नहीं है.' 

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सतेंद्र ने कपिल शर्मा शो के 22-23 एपिसोड किए थे. उनकी पहली फिल्म 'अब तो सब भगवान भरोसे' 2023 में रिलीज हुई थी. इसमें वो लीड रोल में थे. उसके बाद उन्होंने किरण राव की फिल्म 'लापता लेडीज' में छोटू का किरदार निभाया था. सतेंद्र की आखिरी फिल्म 'वनवास' थी जिसमें उन्होंने नाना पाटकर के साथ काम किया है.

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