लेजेंड्री सिंगर लता मंगेशकर के परिवार ने उन्हें आखिरी अलविदा कह दिया है. गुरुवार को लता दीदी की अस्थियों को उनके परिवार ने नासिक के पवित्र रामकुंड में विसर्जित कर दिया. रामकुंड, गोदावरी नदी के किनारे है. लता मंगेशकर का निधन 6 फरवरी को हुआ था.
इस अस्थि विसर्जन में लता मंगेशकर के भतीजे आदिनाथ मंगेशकर के साथ कुछ परिवारवाले शामिल हुए थे. इसके अलावा नासिक में रहने वाले कुछ आम लोग भी गोदा घाट पर लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. पंडितों ने लता दीदी के परिवार और करीबी दोस्तों की मौजूदगी में एक छोटी सी प्रार्थना सभा भी रखी थी.
लता दीदी की चिता को जलते नहीं देख सकता था... रोता हुआ वापस लौट आया, बोले राहुल वैद्य
लता की बहन उषा ने बताया
लता मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर ने बताया कहा- वह मेरी बहन नहीं मेरी मां थीं. सभी रीतिओं को मुहूर्त के समय में अच्छे से पूरा कर लिया गया है. लता मंगेशकर के अस्थि विसर्जन की विधि को नासिक पुरोहित संघ के प्रेजिडेंट सतीश शुक्ला ने पूरा किया है. इसमें कुछ लोकल राजनेताओं ने भी हिस्सा लिया था.
इस विधि के लिए शहर के प्रशासन ने जरूरी तैयारियां की थीं. विधि होने की जगह पर एक छोटा प्लेटफॉर्म और पंडाल भी लगाया गया था. एरिया में पुलिस को तैनात किया गया था. साथ ही ट्रैफिक को भी कुछ समय के लिए रोक दिया गया था.
6 फरवरी को लता मंगेशकर ने अपनी अंतिम सांस ली थी. उनका अंतिम संस्कार उसी शाम मुंबई के शिवाजी पार्क में हुआ. लता दीदी के अंतिम संस्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाहरुख खान, आमिर खान, पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर संग कई अन्य सेलेब्स, नेता और राजनेता पहुंचे थे.