बॉलीवुड और क्रिकेट दोनों ही इंडस्ट्री आज दुखी है. जहां एक तरफ हाल ही में हमने बॉलीवुड के ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार को खो दिया उसी तरह मंगलवार सुबह क्रिकेट जगत से एक बुरी खबर सुनने को मिली. भारत को 1983 वर्ल्ड कप दिलाने में अहम रोल प्ले करने वाले क्रिकेटर यशपाल शर्मा नहीं रहे. 66 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट आने से उनका निधन हो गया. और संजोग देखिए कि हफ्ते भर के अंदर जो बड़ी फील्ड के बड़े दिग्गज नहीं रहे जो आपस में कनेक्टेड भी थे. जी हां. दिलीप कुमार ही वो शख्स थे जिनकी मदद से यशपाल शर्मा को भारतीय टीम की तरफ से क्रिकेट खेलने का मौका मिला था.
दरअसल दिलीप कुमार को क्रिकेट का बहुत शौक था. वे अपने साथी राज कपूर संग क्रिकेट खेलते भी थे. साथ ही वे क्रिकेट के मैच देखना भी पसंद करते थे. यशपाल ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि कैसे एक दफा दिलीप कुमार पंजाब और यूपी के बीच एक डोमेस्टिक मैच देखने आए थे. उस मैच में यशपाल भी खेल रहे थे. दिलीप कुमार ने यशपाल के अंदर के टैलेंट पहचान गए थे.
दिलीप कुमार को पिता समान मानते थे यशपाल
यशपाल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि- यूसुफ साहब मेरे पिता समान थे. उनरे मर जाने की खबर से मैं बहुत दुखी महसूस कर रहा हूं. मैं बताना चाहता हूं कि यूसुफ भाई ने मेरी जिंदगी बदल डाली. 1974-75 को एक डोमेस्टिक सेशन था. वे दिल्ली के मोहन नगर ग्राउंड में पंजाब और दिल्ली का मैच देखने आए थे. मैंने उस मैच की दोनों पारियों में पंजाब की तरफ से शतक मारा था. मैंने नोटिस किया कि कोई महान हस्ती मैच देखने के लिए आया है. मुझे कोई टॉप पॉलिटीशियन लग रहा था. उन्होंने क्रिकेट एडमिनिसट्रेटर राज सिंह दुंगारपुर को मेरा नाम रिकमेंड किया था. उनका मानना था कि मैं भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से खेलना डिजर्व करता हूं.
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पाकिस्तान के खिलाफ किया था डेब्यू
बात में दिलीप साहब ने मुझे बुलाया और मेरे साथ गुफ्तगू की. उन्होंने शानदार शतक के लिए मेरा शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा की मैंने श्रेष्ठ क्रिकेट खेली. मैं तुम्हारा नाम किसी ना किसी को जरूर सुझाऊंगा. अलगे दिन दिलीप कुमार के साथ मेरी तस्वीर अखबार में आई और मैं चकित रह गया. बता दें कि 7 जुलाई को 98 साल की उम्र में दिलीप कुमार का निधन हो गया. वहीं यशपाल शर्मा की बात करें तो उन्होंने भारत की तरफ से 42 वनडे और 37 टेस्ट मैच खेले. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ साल 1978 में अपना डेब्यू किया था.