कहते हैं कि इंसान बुलंदियों पर पहुंचकर अकेला हो जाता है. इसका उदाहरण फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बेहतरीन अदाकाराओं में शुमार रही मीना कुमारी थीं. बड़े पर्दे पर करीब 33 सालों तक राज करने के बाद भी महजबीन बानो उर्फ मीना कुमारी को कभी अपनी निजी जिंदगी में सुकुन नहीं मिला. उन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की ट्रेजेडी क्वीन के नाम से जाना जाता था. उनकी पर्सनल लाइफ भी हमेशा सुर्खियों में रही. वहीं जिंदगी का अंत होने पर उन्हें पूछने वाला तक कोई नहीं था. आज मीना कुमारी की बर्थ एनिवर्सरी पर हम इसी बारे में बात कर रहे हैं.
मीना कुमारी का जन्म 1 अगस्त 1933 को हुआ था. कहा जाता है कि उनकी जिंदगी की ट्रेजेडी उनके जन्म के शुरू हुई थी. उनके पिता के पास डॉक्टर को देने के लिए पैसे नहीं थे. ऐसे में वो मीना को छोड़कर चले गए थे. हालांकि कुछ घंटों के बाद वो उन्हें घर लेकर गए. विनोद मेहता ने एक्ट्रेस की बायोग्राफी में इस बारे में बताया था. उनका कहना था मीना पर इस बात का असर हमेशा रहा था.
शादी के खिलाफ थे मीना के पिता
मीना कुमारी ने फेमस डायरेक्टर कमाल अमरोही से ब्याह रचाया था. दोनों के प्यार की शुरुआत मीना के कार एक्सीडेंट के बाद हुई थी. एक्ट्रेस को एक्सीडेंट में हाथ में चोट आई थी जिसके चलते वो अस्पताल में भर्ती थीं. इस दौरान अमरोही रोज उनसे मिलने जाते थे. चार महीनों तक दोनों का प्यार यूं ही चला. वो शादी करना चाहते थे. लेकिन मीना के पिता इस शादी के सख्त खिलाफ थे. कमाल के दोस्त ने मीना को शादी के लिए मना लिया था. उन्होंने मीना से कहा कि अभी निकाह कर लें और बाद में अम्मी-अब्बा को मना लेंगे. मीना कुमारी भी मान गईं.
कमाल और मीना ने 14 फरवरी 1952 को गुपचुप निकाह कर लिया था. बताया जाता है कि दोनों का निकाह दो घंटे के अंदर हुआ था. मीना कुमारी की फिजियोथेरेपी चल रही थी. वो जिस क्लीनिक में जाती थी, वहां उनके पिता रोज आठ बजे छोड़कर जाते थे और दस बजे लेने जाते थे. इस दौरान उनकी बहन मधु भी साथ होती थी. 14 फरवरी को दोनों इस दो घंटे के दौरान ही निकाह किया. फिर कमाल सिऑन चले गए और मीना बहन मधु संग घर लौट गईं.
इस शादी को एक्ट्रेस ने मीडिया और अपने परिवार से छुपाकर रखा था. कमाल अमरोही पहले से शादीशुदा थे और उनके तीन बच्चे भी थे. हालांकि कुछ महीनों बाद मीना और कमाल की शादी का राज भी खुल गया. मीना कुमारी ने पिता का आशीर्वाद मांगा था लेकिन उन्हें ये मिला नहीं. इसके बाद वो पति कमाल अमरोही संग रहने सिऑन चली गई थीं. शादी के कुछ समय बाद ही मीना और कमाल के बीच भी अनबन शुरू हो गई थी.
मीना के लिए मुश्किल रहा समय
शादी के बाद भी अमरोही ने मीना को फिल्मों में काम करने की इजाजत दी थी. लेकिन उनके सामने कई शर्तें भी रखी थीं. इन शर्तों को कुमारी ने माना तो था, लेकिन उन्हें तोड़ती भी वो खूब थीं. अमरोही, मीना को हमेशा शक की निगाह से देखते थे. विनोद मेहता की लिखी बायोग्राफी के मुताबिक, मीना कुमारी शारीरिक शोषण का भी शिकार अपनी शादी के दौरान भी रही थीं. अमरोही ने कभी इस बात को नहीं माना लेकिन एक्ट्रेस नरगिस ने भी इस बारे में बात की थी. 1964 में मीना और अमरोही अलग हो गए थे.
मौत के बाद नरगिस ने लिखा खत
साल 1968 में मीना कुमारी को पता चला था कि वो लीवर सिरोसिस से पीड़ित हैं. उनका निधन का 31 मार्च 1972 को हुआ था. उनकी मौत के बाद उनकी बेहद करीबी दोस्त रहीं एक्ट्रेस नरगिस दत्त ने उन्हें एक खत लिखा था. इतना ही नहीं, वो नरगिस ही थीं जिन्होंने मीना के अंतिम संस्कार का खर्च उठाया था. कहा जाता है कि मीना के अस्पताल का खर्च जब हद से ज्यादा बढ़ गया था तो उनके पूर्व पति कमाल अमरोही गायब हो गए थे.
नरगिस ने दोस्त मीना कुमारी के नाम खत लिखा था. उन्होंने लिखा था, 'मीना, मौत मुबारक हो! आपकी मौत पर बधाई मैंने ऐसा पहले कभी नहीं कहा. मीना, आज तुम्हारी बाजी तुम्हें तुम्हारी मौत पर बधाई देती है और कहती है कि तुम फिर कभी इस दुनिया में कदम मत रखना. यह जगह तुम जैसे लोगों के लिए नहीं है.'
कहा जाता है कि मीना कुमारी की जिंदगी में धर्मेंद्र खास जगह रखते थे. मीना, धर्मेंद्र को पसंद करती थीं और उन्हें कुछ समय के लिए इससे खुशी मिली थी. नरगिस ने अपने खत में इस बारे में भी लिखा था. उन्होंने लिखा, 'अगर मीना ने कभी किसी से दिल से प्यार किया है तो वह हैं धर्मेंद्र. अगर मीना कभी किसी के प्यार में पागल हुई तो वह धर्मेंद्र थे.' नरगिस ने कहा कि ये उनके जीवन का 'सबसे खूबसूरत' हिस्सा था. हालांकि एक गलतफहमी के कारण, वह उसकी जिंदगी से चला गया और वह टूट गई. और धीरे-धीरे वो मौत की ओर बढ़ने लगी.'