अपनी फिटनेस और हेल्थ को लेकर जाने जाते हैं. 57 साल की उम्र में एकदम फिट और हैंडसम मिलिंद सोमन अपने खाने-पीने को लेकर शुरुआत से ही काफी ध्यान रखते हैं. मिलिंद ने बतौर सुपरमॉडल अपने करियर की शुरुआत की थी. अपने लुक्स के साथ-साथ उन्होंने अपनी बॉडी और हेल्थ को भी मेंटेन किया है. अब उन्हें एक किस्सा वायरल हो रहा है, जो बताता है कि वो अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बिल्कुल सहन नहीं करते हैं.
मिलिंद ने छोड़ी थी आमिर की फिल्म
बात 1992 की है. उस समय मॉडल से एक्टर बने मिलिंद सोमन को फिल्म 'जो जीता वही सिकंदर' ऑफर हुई थी. इस फिल्म में मिलिंद को शेखर मल्होत्रा का रोल मिला था. लेकिन समय पर नाश्ता न मिलने की वजह से इस फिल्म उन्होंने को छोड़ दिया था. इस बात का खुलासा मिलिंद सोमन की किताब Made In India: A Memoir में किया था.
इसी बात के बारे में मिलिंद सोमन ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था. उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी साइकिल फेंकी और पूछा था 'मेरा नाश्ता कहां है?' उन्होंने मुझे कुछ भी नहीं दिया. मैं घर पर नहीं था. मेरे खाना खाने की जिम्मेदारी प्रोडक्शन वालों की दया पर निर्भर थी.' उन्होंने आगे कहा, 'उस समय मेरे लिए यह जरूरी नहीं था. मेरे लिए जरूरी बात ये थी कि मैं जो कर रहा हूं उससे मुझे खुशी मिलनी चाहिए. और अगर मैं खुश नहीं हूं, तो ये मेरे लिए काम नहीं कर रहा.'
नहीं है कोई पछतावा
मिलिंद सोमन ने बताया था कि प्रोडक्शन हाउस के 'बाद में खाएंगे' वाली मानसिकता से उन्हें दिक्कत थी. इसी को देखते हुए उन्होंने फिल्म से बाहर निकलने का फैसला किया था. मिलिंद ने ये भी बताया था कि भले ही फिल्म 'जो जीत वही सिकंदर' आगे कहकर सुपरहिट साबित हुई हो, लेकिन उन्हें इसे छोड़ने का कभी पछतावा नहीं हुआ.
75% फिल्म पूरी कर चुके थे मिलिंद
मिलिंद के इस फिल्म को छोड़ने के बाद ये दीपक तिजोरी के पास गई थी. तिजोरी पहले बता चुके हैं कि मिलिंद सोमन ने 'जो जीत वही सिकंदर' की 75 पर्सेन्ट शूटिंग पूरी कर ली थी. साथ ही उन्होंने बताया था कि शेखर के रोल के लिए उन्हें ऑडिशन में रिजेक्ट कर मिलिंद को रख लिया गया था. अंत में दीपक तिजोरी ने ही इस रोल को निभाकर पहचान बनाई.