एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपनी एक्टिंग के दम पर सभी के दिल में अलग जगह बना ली है. वे एक ऐसे कलाकार बन गए हैं जो हर किरदार को खूबसूरती से निभाने का दमखम रखते हैं. लेकिन नवाजुद्दीन ने अपनी जिंदगी में काफी संघर्ष किया है. एक जमाना ऐसा भी था जब उन्हें फिल्में तो मिलती नहीं थी, तो वे कुछ कलाकारों के लिए एक हिंदी कोच की भूमिका निभाया करते थे. वे उन्हें हिंदी सिखाया करते थे.
जब बुरी तरह रोए थे नवाजुद्दीन
एक इंटरव्यू में नवाज ने कमल हासन संग एक ऐसी ही घटना को याद किया है. एक्टर के मुताबिक उन्होंने साल 2000 में रिलीज हुई फिल्म हे राम में काम किया था. वे एक्टिंग तो नहीं कर पाए थे लेकिन कमल हासन के वे हिंदी कोच बने थे. ऐसे में उन्हें उनके साथ काफी समय बिताने का मौका मिल गया था. एक्टर नवाज बताते हैं कि उस फिल्म में कमल ने उन्हें भी एक छोटा रोल देने का वादा किया था. उन्हें फिल्म में एक पीड़ित का रोल दिया गया था जिसको बचाने की जिम्मेदारी कमल हासन की थी. अब नवाज तो उस रोल को पाकर काफी खुश थे,लेकिन उन्हें झटका तब लगा जब उन्हें बिना बताए उनका रोल फिल्म से हटा दिया गया. नवाजुद्दीन बताते हैं कि वे उस घटना के बाद काफी रोए थे. उनका दिल टूट गया था.
नवाज ये भी बताते हैं उस घटना के बाद उन्हें संभालने के लिए खुद कमल हासन की बेटी श्रुति हसन आगे आई थीं. इस बारे में कहते हैं- मैं बहुत रोया था. तब कमल जी की बेटी श्रुति ने मुझे हिम्मत दी थी. अब कमल जी ने जरूर फिल्म से मेरा रोल हटा दिया था लेकिन मेरे दिल में उनके लिए कुछ भी बुरा नहीं था. वे एक बड़े कलाकार हैं जिनके पास काफी ज्ञान है, उनका तो मुझे नाम लेने में भी हिचकिचाहट होती है. वैसे नवाज ने आज भी उम्मीद नहीं छोड़ी है. वे कहने को अब एक बड़े स्टार बन गए हैं,लेकिन कमल हासन संग एक फिल्म में बतौर एक्टर काम करने का उनका सपना अभी भी कायम है. वे अपने रोल मॉडल संग बड़े पर्दे पर दिखना चाहते हैं.