एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने छोटे छोटे रोल्स से फिल्म इंडस्ट्री में शुरुआत की थी, लेकिन आज वो किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. भले ही नवाज उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव से आते हैं, लेकिन फैंस ने बांहें फैलाए स्वीकार किया है, जिसके लिए वो शुक्रगुजार हैं. नवाज बताते हैं कि अगर आपके अंदर लगन है तो धर्म और क्षेत्र जैसी कोई चीज आपकी कामयाबी के आड़े नहीं आ सकती है.
कई बार एक्टर्स ने ये खुलासा किया है कि एक धर्म विशेष का होने पर उन्हें काम मिलने में दिक्कत हुई. उनके हाथ से प्रोजेक्ट छीन लिए गए. उनके साथ भेदभाव किया गया.एक इंटरव्यू में नवाजुद्दीन ने अपने धर्म विशेष का होने पर बात की और बताया कि क्या कभी उन्होंने ने भी ऐसा कुछ फेस किया है. क्या कभी उनके हाथ से भी फिल्में छीन ली गई हैं. क्योंकि वो मुस्लिम धर्म से आते हैं तो क्या कभी उनके साथ कोई भेदभाव किया गया है.
नवाज हुए भेदभाव का शिकार?
नवाजुद्दीन ने कहा- बिल्कुल नहीं. बल्कि, बाकी समाज को बॉलीवुड से सीखना चाहिए... क्या आप जानते हैं कि जहां तक एक्टिंग का सवाल है, अनुपम खेर नसीरुद्दीन शाह का बहुत सम्मान करते हैं? मैं बस इतना कह सकता हूं कि सांप्रदायिक राजनीति ऐसी चीज नहीं है जो मैं..." कहते हुए वो रुक हए. फिर ये पूछे जाने पर कि क्या उन्हें खुद अपनी मुस्लिम पहचान के कारण भेदभाव का सामना करना पड़ा है, नवाज ने कहा- कभी नहीं.
एक्टर ने आगे कहा- मैं इस इंडस्ट्री का हिस्सा हूं. मेरा देश खूबसूरत है. मुझे यहां जो प्यार और सम्मान मिलता है, वो मुझे कहीं और नहीं मिल सकता. मैं आम लोगों के बीच आकर बहुत खुश हूं क्योंकि वो मुझे प्यार देते हैं, चाहे उनका बैकग्राउंड कुछ भी हो. आपको दुनिया में ऐसा कहीं और देखने को नहीं मिलेगा. मैं अपने देश के अंदरूनी इलाकों में घूम चुका हूं, मुझे नहीं पता कि वे न्यूज में क्या दिखाते हैं, लेकिन हमारे देश के लोग खूबसूरत हैं, वो मासूम हैं.
ठाकरे के लिए मिली आलोचना
बता दें, नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने बाल ठाकरे की बायोपिक फिल्म में लीड कैरेक्टर निभाया था. इसके लिए उन्हें काफी बैकलैश का भी सामना करना पड़ा था. कम्यूनिटी विषेश ने उन्हें बाल ठाकरे का रोल निभाने पर खूब खरी खोटी सुनाई थी. इस पर बात करते हुए नवाज ने कहा- मेरा राजनीति से कोई लेना देना नहीं है. मैं मानता हूं कि मुस्लिम कम्यूनिटी का पढ़ाई पर फोकस करना बहुत जरूरी है. क्योंकि मैं पर्सनली इसकी वैल्यू समझता हूं. मैं राजनीतिक किरदार निभाकर खुश हूं. हां, कुछ आलोचना तो हुई, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं.
नवाजुद्दीन सिद्दीकी की 'ठाकरे' फिल्म 2019 में रिलीज हुई थी. फिल्म में उनके साथ अमृता राव भी थीं. ठाकरे मराठी पॉलिटिशियन बालासाहेब ठाकरे की जिंदगी पर आधारित थी, जिन्होंने शिवसेना पार्टी का निर्माण किया था. फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर ठीक ठाक रिस्पॉन्स मिला था.