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नेटफ्लिक्स के शो 'स्कूप' का ट्रेलर आ चुका है और काफी चर्चा बटोर रहा है. इस ट्रेलर के एक सीन में, एक बच्चा जेल में अपनी मां से मिल रहा है. वो कहता दिखता है- 'मेरी मां एक सिंगल कॉकरोच' नहीं मार सकती.' और ये कहते हुए वो अपनी मां से लिपट जाता है. उसकी मां के रोल में एक्ट्रेस करिश्मा तन्ना हैं. उनके किरदार का नाम है जागृति पाठक.
'स्कूप' के ट्रेलर की शुरुआत में ही पता चलता है कि क्राइम रिपोर्टर जागृति पाठक, एक मीडिया संस्थान में डिप्टी ब्यूरो चीफ हैं. जागृति इस ट्रेलर में मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का इंटरव्यू लेती दिखती हैं. फिर उनके एक साथी जर्नलिस्ट, जयदीप सेन की हत्या का सीन भी है. और एक सीन में छोटा राजन फोन पर पुलिस को बता रहा है कि जागृति पाठक ने ही सेन को मारने के लिए उसे उकसाया था. छोटा राजन कॉल पर ये भी बता रहा है कि जागृति ने ही उसे से की डिटेल्स भी दी थीं. पुलिस जागृति को जेल में डाल देती है और उनपर मकोका लगा देती है. 'स्कूप' में आपको ये पूरा मामला नजर आएगा.
कहा जाता है कि रियलिटी, फिक्शन से भी ज्यादा चौंकाने वाली हो सकती है. हंसल मेहता का शो 'स्कूप' कोई फिक्शन नहीं है. ये एक रियल कहानी पर बेस्ड है और इस कहानी के सेंटर में रही जर्नलिस्ट ने इसे अपनी किताब 'बिहाइंड बार्स इन बायकुला' में लिखा था. आइए बताते हैं क्या है ये रियल कहानी.
जब एक रिपोर्टर की हत्या से हिल गया देश
11 जून 2011 को, मुंबई के पवई इलाके में एक जाने माने मीडिया संस्थान के रिपोर्टर ज्योतिर्मय डे की हत्या ने पूरे देश को शॉक कर दिया था. अनजान हमलावरों ने दिनदहाड़े उनपर गोलियों की बरसात कर दी थी. पुलिस की जांच में सामने आया कि इस हत्या को सात लोगों के एक ग्रुप ने अंजाम दिया है, जिनका कनेक्शन अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन से है. मुंबई पुलिस ने इस केस में छोटा राजन को तो आरोपी बनाया ही, लेकिन केस में दूसरी आरोपी के तौर पर जिगना वोरा का नाम सभी के लिए चौंकाने वाला था.
पुलिस ने 11 नवंबर, 2011 को इस मामले में जिगना को डिटेन कर लिया. उनपर आरोप था कि उन्होंने ही छोटा राजन को, ज्योतिर्मय डे की डिटेल्स दी थीं. इन डिटेल्स में डे के घर का पता और बाइक की नंबर प्लेट भी शामिल थी. फरवरी 2012 में जब मुंबई पुलिस ने चार्जशीट फाइल की, तो जिगना को MCOCA (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ आर्गेनाईज्ड क्राइम एक्ट) की सख्त गाइडलाइन्स के तहत चार्ज किया गया था.
डॉन के बयान पर अरेस्ट हुई पत्रकार
रिपोर्ट्स बताती हैं कि जांच टीम को वोरा के खिलाफ 'सर्कमस्टांशियल एविडेंस' मिले थे, जिसमें छोटा राजन को की गईं तीन फोन कॉल भी शामिल थीं. बाद में अपनी सफाई में जिगना ने कहा था कि उन्होंने ये फोन कॉल सिर्फ इंटरव्यू अरेंज करने के लिए किए थे.
राजन ने पुलिस के आगे ये भी दावा किया था कि जिगना ने ही उसे डे की हत्या करने के लिए उकसाया था क्योंकि दोनों में 'प्रोफेशनल राइवलरी' थी. उस समय जिगना के सीनियर रहे सचिन कालबाग ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में इस दावे को गलत बताया था. सचिन का कहना था कि वोरा, डे से बहुत जूनियर थीं और इसलिए दोनों की राइवलरी का सवाल ही नहीं उठता.
27 जुलाई 2012 को जिगना को इस मामले में बेल मिली. रिपोर्ट्स बताई हैं, उन्हें इस आधार पर बेल दी गई कि वो एक छोटे बच्चे की अकेली पेरेंट हैं. जिगना ने 'बिहाइंड द बार्स इन बायकुला' में इस केस की सुनवाई, अपने जेल में बिताए समय और उन क्राइम स्टोरीज की कहानी लिखी हैं, जो उन्होंने ब्रेक की थीं.
खुद एक क्राइम रिपोर्टर रहे, राइटर एस. हुसैन जैदी ने 2018 के एक इंटरव्यू में बताया कि जिगना एक तेज तर्रार रिपोर्टर थीं. वो अपना काम करने में बहुत रफ थीं, खुलकर बोलती थीं और हिचकना उनके स्वभाव में नहीं था. उनके काम करने के तरीके की वजह से कई पुलिस ऑफिसर्स भी खार खाते थे. जैदी ने कहा, 'जहां बाकी रिपोर्टर्स किसी सीनियर पुलिस ऑफिसर के लिए वोटिंग एरिया में इंतजार करते थे, जिगना सीधा अंदर घुस जाती थीं. ये बर्ताव नोटिस किया जा रहा था.'
जिगना के काम करने तौर-तरीकों से लोगों को थी परेशानी
जैदी ने इंटरव्यू में कहा था कि डे के हत्यारों को खोजने में पुलिस परेशान हो रही थी और मीडिया की तरफ से बहुत दबाव बन चुका था. उन्होंने कहा, 'इस प्रेशर कुकर माहौल में किसी का नाम तो आगे किया जाना था. मीडिया के सामने खुद एक रिपोर्टर को खड़ा कर देना एक मास्टरस्ट्रोक था. इससे सबके मुंह बंद हो सकते थे! कुछ दिन में, ऐसी खबरें सर्कुलेट होने लगीं कि इस हत्या में एक महिला जर्नलिस्ट शामिल है. जल्दी ही हमें एक नाम भी मिल गया.'
'स्कूप' के ट्रेलर में करिश्मा तन्ना की एक लाइन है, 'बाहर सब सेन के लिए लड़ रहे हैं, मेरे लिए मैं अकेली लड़ रही हूं.' जैदी ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि रियल माहौल कुछ ऐसा ही था. मीडिया ट्रायल्स में जिगना को दोषी करार दे दिया गया था और उनकी लाइफ की एक-एक चीज पर सवाल उठने लगे थे. जैसे- उनके पास दो मोबाइल क्यों थे? उनके पास सोने की दो अंगूठियां क्यों थीं? क्या मुंबई अंडरवर्ल्ड ने उन्हें ज्यूलरी गिफ्ट की थी?' मीडिया में पुलिस के वर्जन को पूरी तरह स्वीकार कर लिया गया. किसी ने ये पूछना भी जरूरी नहीं समझा कि जिगना और छोटा राजन की फोन कॉल्स के ट्रांसक्रिप्ट कहां हैं!
अब स्क्रीन पर आ रही है जिगना की कहानी
'स्कैम 1992' बनाने वाले हंसल मेहता अब इस कहानी को अपने शो में स्क्रीन पर लेकर आ रहे हैं. 'स्कूप' का ट्रेलर बताता है कि कहानी में रियल लोगों के नाम थोड़े बदले गए हैं. जहां जिगना वोरा का जागृति पाठक कर दिया गया है, वहीं ज्योतिर्मय डे का जयदीप सेन. लेकिन शो का ट्रेलर बहुत दमदार नजर आ रहा है. करिश्मा तन्ना, प्रसनजीत चैटर्जी, मोहम्मद जीशान अयूब जैसे दमदार एक्टर्स का कास्ट में होना सॉलिड एक्टिंग की भी गारंटी है. 'स्कूप' 2 जून को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो रहा है.