'पंचायत 3' में सचिव जी की लव स्टोरी रफ्तार पकड़ने लगी है. फुलेरा के प्रधान की बेटी, रिंकी के साथ उनकी पहचान और दोस्ती अब धीरे-धीरे एक्प्रेम-प्रसंद की शक्ल लेने लगी है. सचिव का किरदार निभाने वाले जितेंद्र कुमार और रिंकी का रोल करने वालीं एक्ट्रेस सांविका की केमिस्ट्री भी जनता को बहुत पसंद आ रही है.
पिछले सीजन में रिंकी का किरदार देखने के बाद लोगो सांविका की एक्टिंग और इस रोल में उनकी सादगी के कायल होने लगे थे. इस सीजन ने उनकी फैन फॉलोइंग काफी बढ़ा दी थी. मगर क्या आपको पता है कि सांविका, एक्ट्रेस का असली नाम है ही नहीं?
सांविका नहीं, ये है रिंकी का असली नाम
'पंचायत' में रिंकी का किरदार निभाने वाली सांविका का असली नाम पूजा सिंह है. उन्होंने डिजिटल कमेंट्री के साथ बातचीत में अपना नाम बदलने की वजह बताई. सांविका ने बताया, 'स्कूल में भी अगर आप पूजा बुलाओगे तो पांच लड़कियां पलटकर देखेंगी. ये इतना कॉमन नाम है. और पूजा सिंह के नाम से पहले से एक एक्ट्रेस थीं, जो टीवी काफी कर चुकी थीं. और उनकी काफी वर्क हिस्ट्री थी. तो लोग कन्फ्यूज हो रहे थे. जब सीजन 1 रिलीज हुआ था तो विकिपेडिया ने भी उन्हें ही टैग किया था.'
सांविका ने कहा कि फिर उन्होंने इस कन्फ्यूजन को खत्म करने के लिए काफी मशक्कत की. उन्होंने गूगल करके अच्छे नाम खोजे और फिर अपने दोस्तों से पोलिंग करवाई. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपना नाम रखने के लिए जो ऑप्शन चुने उनमें एक आराध्या जैसा कुछ नाम था, और दूसरा नाम सांविका था. ये सिर्फ उनका स्क्रीन नेम ही है, अभी कागजों में उनका नाम पूजा सिंह ही है.
उन्होंने कहा, 'अभी भी मैं अपने पुराने नाम से काफी कनेक्टेड हूं. कोई पूजा बुलाता है तो लगता है 'अरे वाह पुराना दोस्त.' पूजा बहुत पर्सनल लगता है.' सांविका ने बताया कि 'पंचायत' के पहले सीजन के क्रेडिट में उनका नाम पूजा ही है.
किए बैकग्राउंड रोल, दीपिका की जगह हुईं खड़ी
सांविका ने बताया कि मुंबई एक बहुत महंगा शहर है, तो उन्होंने काफी छोटा-छोटा काम किया है और कई फिल्मों में पासिंग भी दी है. करण जौहर और दीपिका पादुकोण का एक ऐड था, जिसमें मैंने पासिंग शॉट दिया है.' सांविका ने बताया कि इस ऐड के शूट पर जब लाइटिंग सेट करनी थी तो उन्हें थोड़ी देर दीपिका की जगह खड़े होने के लिए कहा गया.
सांविका ने कहा, 'मैं तो उसी में खुश हो गई थी कि इन लोगों ने मुझे दीपिका पादुकोण की जगह खड़ा किया है. मेरे लिए इन छोटी-छोटी चीजों ने साइकोलॉजिकली बड़ी हेल्प की.' सांविका ने कहा कि इन छोटे-छोटे कामों से वो भी एक्सप्लोर कर रही थीं कि उन्हें इस फील्ड में आगे जाना है या नहीं. उन्होंने कहा कि जब पहला सीजन हुआ तब भी उन्हें नहीं पता था कि आगे क्या होने वाला है.