एक्टर पंकज त्रिपाठी ने अपने फिल्मी करियर में कई शानदार किरदार निभाए हैं. कई तो ऐसे भी रहे हैं जहां पर उनका एकदम अलग ही अंदाज दिखा है. फिर चाहे वो उनका गैंग्स ऑफ वासेपुर का कैरेक्टर हो या फिर मिर्जापुर का कालीन भैया. अब ऐसे किरदारों को निभाते हुए पंकज त्रिपाठी के मुंह से काफी गालियां निकली हैं. उन्होंने अलग ही अंदाज में बात की है. लेकिन अब एक्टर की इस मुद्दे पर राय थोड़ी अलग हो गई है.
फिल्मों में गालियों के चलन से नाराज पंकज?
पंकज त्रिपाठी मानते हैं कि फिल्मों और सीरीज में बेमतलब की गालियां देना गलत है. उनके मुताबिक सिर्फ गालियां देने से ही कोई नजरों में नहीं आता है. एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया है- तब तक गालियां देने की जरूरत नहीं है जब तक स्क्रिप्ट की ऐसी डिमांड ना हो. जब स्क्रीन पर कोई गाली देता है, तब उसका मतलब बिल्कुल अलग रहता है.
वहीं पकंज त्रिपाठी को ऐसा भी लगता है कि उन्होंने मिर्जापुर में गालियां जरूर दी हैं, लेकिन उनके किरदार के खाते में ऐसी भाषा काफी कम देखने को मिली है. इस बारे में वे कहते हैं- कालीन भैया ने सबसे कम गाली दी थी. मैं अपने आप को इस किरदार या फिर सीरीज से अलग नहीं कर रहा हूं. मैं अपने प्रोजेक्ट के विचारों संग खड़ा हुआ हूं. पंकज जोर देकर कहते हैं कि राइटर्स को और ज्यादा जिम्मेदारी से कंटेट लिखना चाहिए. अब पकंज के इस बयान पर बॉलीवुड के कितने सेलेब्स उनका समर्थन करते हैं, ये तो वक्त ही बताएगा.
पंकज त्रिपाठी के अपकमिंग प्रोजेक्ट
वर्क फ्रंट पर पंकज त्रिपाठी को पिछली बार फिल्म लूडो में देखा गया था. अनुराग बासु की इस खास पेशकश में पंकज के रोल ने सभी को हंसने पर मजबूर कर दिया था. उन्होंने कहने को एक गुंडे का रोल अदा किया था, लेकिन उनका किरदार खासा फनी रहा था. वहीं वे वेब सीरीज क्रिमिनल जस्टिस में भी अहम रोल निभाते दिखने वाले हैं.