सबसे दमदार एक्टर्स में से एक पंकज त्रिपाठी को स्क्रीन पर देखकर जनता हमेशा राजी रहती है. पंकज किसी भी तरह के प्रोजेक्ट में, कैसे भी रोल में आएं, उनका काम दर्शकों को खूब पसंद आता है. पिछले कुछ समय में पंकज लगातार ऑडियंस के सामने अलग-अलग प्रोजेक्ट्स में नजर आ चुके हैं. अब वो जल्द ही पूर्व प्रधानमंत्री, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की बायोपिक 'मैं अटल हूं' में नजर आने वाले हैं.
मगर एक के बाद एक लगातार प्रोजेक्ट्स कर रहे पंकज त्रिपाठी ने अब बताया है कि इसका असर उनके काम पर कैसे हो रहा है. पिछले 3 साल में कई वेब सीरीज समेत, 14 फिल्मों में नजर आ चुके पंकज ने कहा है कि अब वो अपने काम को कम करने वाले हैं. उन्हें लगता है कि 'ओवर ईटिंग' कर रहे हैं और इसलिए वो ब्रेक ले-लेकर लिमिटेड काम करना चाहते हैं.
एक किरदार में दूसरे किरदार जैसे नजर आए पंकज
लगातार काम करना कैसे असर करता है, इसके बारे में बात करते हुए पंकज ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'मैंने अटल खत्म की और अगले दिन 'स्त्री 2' के सेट पर था. पहले दिन मेरे शॉट के बाद, अमर कौशिक (स्त्री 2 के डायरेक्टर) मेरे पास आए और कानों में धीरे से बोले- 'अटल जी लग रहे हैं!' मैंने उन्हें पूछा कि अब मैं क्या करूं, मैंने एक ही दिन पहले दिल्ली में वो फिल्म खत्म की थी. तो उन्होंने मुझे एक दिन का ऑफ दिया और 'स्त्री' देखकर चिल करने को कहा. मैंने भी कहा दे दो छुट्टी, मुझे इसकी जरूरत है!' पंकज को एक सेट से दूसरे सेट पर जाने वाली ये बात अच्छी नहीं लगी और लगा कि चीजें ओवरलैप हो रही हैं.
पंकज बोले कि एक आदमी जैसा सोचता है और परफॉर्म करता है, उसकी एक लिमिटेशन होती है. उन्होंने कहा, 'मैं शारीरिक तौर पर खुद को नहीं बदल सकता, तो दस प्रोजेक्ट करने से अच्छा है मैं सिर्फ तीन ही फिल्में करूं. इस तरह मेरे दिमाग और क्रिएटिव प्रोसेस को थोडा रेस्ट मिलेगा. अगर मुझे रेस्ट मिलेगा, तो मैं बेहतर काम कर पाऊंगा.'
अब ब्रेक लेकर काम करेंगे पंकज
पंकज ने अपने आगे के प्लान को लेकर कहा कि उन्हें एक प्रोजेक्ट से दूसरे प्रोजेक्ट के बीच में 30 दिन का ब्रेक चाहिए. उन्होंने बताया, 'दस दिन काम से बाहर आने के लिए, दस दिन पूरी तरह आराम करने और परिवार के साथ बिताने के लिए और दस दिन अगले रोल की तैयारी के लिए. अब ये मेरे लिए बहुत जरूरी है.'
बातचीत में पंकज ने कहा कि इतनी मेहनत के बाद वो अब उस स्टेज पर पहुंचे हैं जहां किसी फिल्म को इनकार कर सकते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि अब वो पैसों के पीछे और नहीं दौड़ेंगे. पंकज ने बताया कि पहले उनके जीवन की परिस्थितियां दूसरी थीं और वो पैसों के लिए हर हाथ आया काम पकड़ लेते थे. लेकिन अब बात दूसरी है, किश्तें लगभग खत्म हो चुकी हैं. उन्होंने आगे कहा, 'पैसों की जीवन में बड़ी भूमिका नहीं है, ये बात कहने के लिए पैसे चाहिए. पैसे हों तभी आदमी ये बात कहता है., ज्ञानी महसूस करता है.'
पंकज की फिल्मों की बात करें तो उनकी 'मैं अटल हूं' 19 जनवरी को थिएटर्स में रिलीज होगी. इसके अलावा वो इस साल 'स्त्री 2' और 'मेट्रो इन दिनों' में भी नजर आएंगे.