हाल ही में नेटफिल्क्स पर राकेश रोशन और उनके परिवार पर डॉक्यूमेंट्री 'द रोशन्स' स्ट्रीम हुई है. इस डॉक्यूमेंट्री में उनके जीवन में आने वाले हर उतार-चढ़ाव को दिखाया गया है. इन दिनों वो इस डॉक्यूमेंट्री को प्रमोट कर रहे हैं. एक इंटरव्यू में राकेश रोशन कैंसर के साथ जिंदगी की जंग की कहानी को शेयर किया है. फिल्म मेकर्स राकेश रोशन को साल 2019 में गले के कैंसर का पता चला था. पता चलने के बाद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इसका इलाज करवाया और ठीक हो गए. इस जंग को लड़ने में बेटी सुनैना रोशन ने उन्हें काफी हिम्मत दी थी.
बेटी सुनैना है राकेश रोशन के जीवन की प्रेरणा
न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में, राकश रोशन कहते हैं, जिंदगी में उन्होंने कभी हार नहीं मानी. वह असफलताओं को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते. वह कहते हैं, 'ये सब उन्होंने अपनी बेटी सुनैना रोशन से ही सीखा है. राकेश रोशन आगे कहते हैं, 'सुनैना को बचपन से ही कई बीमारियों और सर्जरी से गुजरना पड़ा है. लेकिन वो हमेशा से ही बहुत बहादुर थी और जीवन में आने वाली हर कठिनाइयों का मुस्कुराकर सामना किया करती थी. वह हमेशा से ही खुशमिजाज इंसान रही हैं और उसने मुझे बहुत कुछ सिखाया है. राकेश रोशन आगे कहते हैं कि जिंदगी में स्थिति चाहे जो भी हो, हमें हर हाल में खुश और संतुष्ट रहना चाहिए.
परिवार ने दिया हर हाल में साथ
राकेश रोशन आगे कहते हैं, फिल्म 'कहो ना प्यार है' की रिलीज के बाद मुझे गोली लगी थी. लेकिन जीवन के प्रति मेरे नजरिए ने मुझे बचा लिया. जब मुझे गोली लगी तब मैंने इसे बहुत हल्के में लिया. मैं खुद को ये एहसास नहीं होने देना चाहता था कि मुझे कोई खतरा है. कैंसर में भी मैंने यही किया था. यहां तक कि जिस दिन मुझे सर्जरी के लिए जाना था उस दिन सुबह में मैं और ऋतिक वर्कआउट कर रहे थे. राकेश ने ये भी कहा कि मेरे मुश्किल जर्नी में मेरे परिवार ने मेरा पूरा साथ दिया है. खासकर पत्नी पिंकी रोशन ने.
डॉक्यूमेंट्री 'द रोशन्स' में फिल्ममेकर राकेश रोशन, उनके बेटे एक्टर ऋतिक रोशन और उनके भाई राजेश रोशन की लाइफ को दिखाया गया है. इसमें उनके परिवार के अतीत से लेकर अब तक की सफर की कहानी है.