बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर को गए कई महीने गुजर चुके हैं, इस कमाल के अभिनेता को अभी भी याद किया जाता है, उन्हें अभी भी ट्रिब्यूट दिया जाता है. ऋषि कपूर का परिवार हो या दोस्त हो सभी सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें शेयर करते रहते है. हाल ही मेंऋतिक रोशन की मां पिंकी ने शेयर की ऋषि कपूर की अनमोल तस्वीरें, कहा 'मिस यू भैया'.
बता दें दो साल तक कैंसर से जूझने के बाद 30 अप्रैल को ऋषि कपूर का मुंबई में निधन हो गया था. पिंकी रोशन ने सोशल मीडिया पर साझा की और एक प्यारा सा नोट भी लिखा.
इन तस्वीरों में ऋषि, राकेश रोशन और नीतू कपूर हैं. पहली तस्वीर में, हम इन तस्वीरों में ऋषि कपूर और राकेश रोशन को बातचीत करते देख सकते है. पिंकी ने इस पोस्ट को कैप्शन दिया, '' फ्रेंड्स एट वर्क #we मिस यू भैया". पोस्ट पर नीतू कपूर और उनकी बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी ने प्यारा सा कमेंट भी किया जिसमे उन्होंने एक दिल का इमोजी लगाया.
पिंकी ने जो दूसरी तस्वीर पोस्ट की वो तस्वीर एक पुरानी फिल्म के सेट की है. उस तस्वीर में ऋषि कपूर राकेश रोशन और नीतू कपूर साथ में बैठे है, इस पोस्ट को शेयर करते समय पिंकी ने लिखा ''मैं उनके साथ स्क्रीन स्पेस में तो नहीं हूं लेकिन ये दोस्ती हमेशा के लिए है". इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर देखकर नीतू ने लिखा, '' खूबसूरत यादें''
यहां देखें तस्वीरें :
ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर, जो दिल्ली की एक आभूषण डिजाइनर हैं. अभिनेता ऋषि कपूर के निधन के बाद मुंबई में नीतू कपूर के साथ रह रही हैं. करवा चौथ पर नीतू ने रिद्धिमा कपूर, करीना कपूर खान, नताशा नंदा, आदर जैन, अरमान जैन और उनकी पत्नी अनीसा मल्होत्रा रीमा और मनोज जैन के साथ अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक तस्वीर साझा की. साथ में ही तस्वीर पोस्ट करते टाइम नीतू ने लिखा "परिवार के साथ करवा चौथ, मिस यू कपूर साहब '
ऋषि कपूर का अधूरा सपना
एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक ऋषि कपूर अपने बेटे रणबीर कपूर संग एक फिल्म में काम करना चाहते थे. रणबीर ने प्रोजेक्ट के लिए हामी भर दी थी. लेकिन देश में लगे लॉकडाउन की वजह से ना वो फिल्म कभी बन पाई और ना ही ऋषि कपूर, रणबीर संग काम कर पाए. चाल जीवी लाइए फिल्म की बात करें तो ये एक बाप-बेटे के इर्द-गिर्द घूमने वाली कहानी है. फिल्म में दिखाया जाता है बेटा अपने काम में काफी बिजी रहता है और पिता को समय नहीं दे पाता. लेकिन जब पिता अपनी एक अंतिम इच्छा सामने रखता है, तब वो बेटा भी अपना काम छोड़ उनकी वो इच्छा पूरी करने के लिए आ जाता है. इस फिल्म ने गुजराती सिनेमा में बढ़िया प्रदर्शन किया था. फिल्म की इसी थीम से इंप्रेस होकर ऋषि भी इसे करना चाहते थे.