हम भले ही 21वीं सदी में जी रहे हैं, लेकिन कुछ चीजों में अभी लोगों की सोच नहीं बदल पाई है. हमारे आस-पास कई ऐसे लोग होते हैं, जो दूसरों के रंग-रूप पर कमेंट करते रहते हैं. बिना ये सोचे कि उससे दूसरों को कितना दुख पहुंच सकता है. अब 'रक्षा बंधन' एक्ट्रेस स्मृति श्रीकांत (Smrithi Srikanth) ने भी उनके साथ हुए इसी तरह के बुरे व्यवहार का जिक्र किया है.
पूरा हुआ सपना
स्मृति श्रीकांत ने रक्षा बंधन में अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की बहन लक्ष्मी का किरदार निभाया है. स्मृति के अलावा फिल्म में सादिया खतीब, दीपिका खन्ना और सहजमीन कौर ने भी अहम रोल अदा किया है. हिंदुस्तान टाइम्स को दिये इंटरव्यू में स्मृति ने बताया कि उनका अक्षय कुमार के साथ काम करना किसी सपने के सच होने जैसे था. इसके अलावा उन्होंने 21वीं सदी में भी स्किन कलर को लेकर होने वाले भेदभाव पर विचार शेयर किये हैं.
आनंद एल रॉय के निर्देशन में बनी 'रक्षा बंधन' में स्मृति ने अक्षय की बहन लक्ष्मी का कैरेक्टर प्ले किया है, जिसके रंग के कारण उसे दूल्हा नहीं मिलता. लेकिन ये समस्या सिर्फ फिल्म के कैरेक्टर की ही नहीं है. असल जिंदगी में भी स्मृति सांवले रंग को लेकर कई दिक्कतें झेल चुकी हैं. वो बताती हैं कि बचपन में भी उन्हें उनकी स्किन कलर की वजह से कई टिप्पणियां मिलती थीं. पर स्मृति हमेशा से इसके खिलाफ रही हैं.
मॉडलिंग दिनों में झेला दर्द
डार्क स्किन पर बात करते हुए 'रक्षा बंधन' एक्ट्रेस ने बताया, 5-6 साल पहले की बात है. मैं एक मॉडलिंग प्रोजेक्ट के लिये काम कर रही थी. ये इवेंट एक ब्रांड के लिए था. मैंने ऑडशिन दिया और मेरा सेलेक्शन हो गया. ये इवेंट दो हिस्सों में होना था. बाकी लड़कियों को एक पार्ट के लिये साइन किया गया था. वहीं मुझे पूरे इवेंट के लिये काम करना था.
इसलिए मैंने उनसे अपने पैसे बढ़ाने के लिये कहा. पर बदले में उन्होंने मुझे जो दिया वो बहुत दुखी करने वाला था. एक्ट्रेस ने बताया कि इवेंट वालों ने उन्हें कहा कि वो सांवली लड़कियों को काम पर नहीं रखते. पर उन्होंने आपको लिया. अगर आप प्रोजेक्ट का पार्ट बनना चाहती हैं, तो आपको कम ही अमाउंट दिया जायेगा.
खैर, तमाम तानों और मुश्किलों के बावजूद स्मृति लाइफ में आगे बढ़ती रहीं. और देखिये, आज अपनी मेहनत की बदौलत स्मृति बॉलीवुड डेब्यू कर चुकी हैं.