बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन का कहना है कि उनके करियर में एक समय ऐसा आया था, जब मीडिया ने उन्हें टारगेट करना शुरू कर दिया था. फीमेल एक्टर्स के बारे में मीडिया में केवल निगेटिव स्टोरीज ही छापी जाती थीं. हालांकि, बाद में पब्लिकेशन ने इसे लेकर माफी भी मांगी, लेकिन उनपर किसी ने ध्यान नहीं दिया. हाल ही में एक इंटरव्यू में रवीना टंडन ने बताया कि महिला एडिटर्स ने 90 के दशक में बॉडी शेम करने से लेकर दूसरी महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिश की. आज के समय में लोगों के पास सोशल मीडिया है, जिसके जरिए वह अपने फैन्स और फॉलोअर्स से सीधा कॉन्टैक्ट कर सकते हैं और अपनी बात कह सकते हैं. उस समय में यह चीजें नहीं हुआ करती थीं.
रवीना ने कही यह बात
जर्नलिस्ट पूजा तलवार संग बातचीत में रवीना टंडन ने कहा, "आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ महिला एडिटर्स, जिन्हें मैं आज देखती हूं कि वह अब एडिटर्स नहीं हैं, वह उस समय में फेमिनिस्ट का एक बड़ा सा बैच लेकर घूमती थीं. ये वही महिलाएं हैं जो उस जमाने में महिला होते हुए एक महिला को बॉडी शेम करती थीं, उनके बारे में गलत चीजें लिखती थीं. शायद वह हीरो से प्यार करती थीं या उनकी पूजा किया करती थीं. या फिर हीरो ने उन्हें कहा होता था कि वह उन्हें मैगजीन के कवर पेज पर जगह दिलाएंगे."
रवीना टंडन ने आगे कहा कि हीरो को कोई फर्क नहीं पड़ता था. वह ध्यान भी नहीं देते थे, लेकिन यह महिला जर्नलिस्ट उस समय उनकी तारीफ करने में लगी रहती थीं. अगर किसी एक्ट्रेस को यह एडिटर्स पसंद नहीं करती थीं तो उस समय वह एक पर्सनल गुस्से के रूप में देखा जाता था और एक्ट्रेस के पास कोई विकल्प नहीं होता था. शायद, आज के जमाने में मैं कई बार सोशल मीडिया का शुक्रिया अदा करती हूं कि वह है और इसके जरिए हम सभी अपनी ऑडियंस के साथ डायरेक्ट बातचीत कर सकते हैं.
रिफ्रेश होने के लिए शहर से दूर गांव की ओर चलीं रवीना टंडन, शेयर किया पोस्ट
रवीना कहती हैं कि सोशल मीडिया पर आप तुरंत आकर अपना पक्ष रख सकते हैं. लोगों को सच और झूठ के बारे में तुरंत बता सकते हैं. अगर कोई आपसे माफी भी मांगता है तो वह नोटिस की जाती है. उस समय में तो कोई अगर माफी मांगता भी था तो हम में से कोई कुछ नहीं कर पाता था, क्योंकि न्यूजपेपर या मैगजीन स्टैंड्स पर तब तक जा चुके होते थे.