
2022 में आई पैन इंडिया फिल्म 'विक्रम' में इंडियन सिनेमा के लेजेंड्स में से एक कमल हासन हीरो थे. इंडियन एक्टर्स की मौजूदा जेनरेशन में सबसे टैलेंटेड कलाकारों में शामिल फहाद फाजिल और विजय सेतुपति भी इस फिल्म में थे. डायरेक्टर लोकेश कनगराज की इस फिल्म ने जनता को जबरदस्त एंटरटेनमेंट डिलीवर किया और सभी एक्टर्स की भी खूब तारीफ हुई. लेकिन इस फिल्म के अंत में एक छोटे से कैमियो ने जबरदस्त माहौल बना दिया.
तमिल स्टार सूर्या जब रोलेक्स भाई के रोल में स्क्रीन पर आए तो जनता दंग रह गई. सोशल मैसेज देने वाले और नैतिकता के मैसेज के साथ एंटरटेनमेंट डिलीवर करने वाली फ़िल्में करने के लिए पॉपुलर सूर्या पहली बार इस कदर भयानक नेगेटिव रोल में नजर आ रहे थे. ये कहना गलत नहीं होगा कि उनके इस कैमियो में एक सरप्राइज फैक्टर के साथ-साथ खुद सूर्या की शानदार परफॉरमेंस भी थी.
इस किरदार का क्रेज ऐसा तगड़ा फैला कि लोकेश कनगराज सिर्फ रोलेक्स के किरदार के साथ एक अलग स्पिन-ऑफ फिल्म प्लान कर रहे हैं. लेकिन ये जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि कैरेक्टर्स की तैयारी के लिए जमकर मेहनत करने वाले सूर्या ने, रोलेक्स भाई की पूरी तैयारी और शूट सिर्फ आधे दिन में कर डाला था! अब अपनी नई फिल्म 'कंगुवा' के प्रमोशन में जुटे सूर्या ने बताया कि उन्होंने रोलेक्स का किरदार कैसे पर्दे पर जिंदा किया.
सूर्या ने 20 साल बाद तोड़ा अपना बनाया रूल
सूर्या ने द हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के साथ बातचीत में किरदारों के पीछे अपनी मेहनत को लेकर बात की. ओटीटी पर जबरदस्त पॉपुलर हुई अपनी फिल्म 'सोरारई पोटरू' से शुरू करते हुए उन्होंने बताया, 'वो किरदार कैसे बोलेगा, वो आर्मी बैकग्राउंड से है तो उसकी बॉडी लैंग्वेज कैसी होगी, वो पॉज लेगा या लगातार बोलेगा, इन सारी चीजों पर बहुत काम किया गया था. लेकिन जब मैंने लोकेश के साथ रोलेक्स का रोल किया तो मुझे उस सीन का पेपर सुबह से पहले नहीं मिला था.'
तो क्या सूर्या को नहीं पता था कि उन्हें एक आदमी का हाथ काटना है? इसके जवाब में सूर्या ने कहा, 'मुझे ये पता था कि ऐसा होने वाला है, वो बुरा आदमी है. कमल सर फिल्म में थे, विजय सेतुपति थे, इतनी सारी चीजें हो रही थीं. मुझे पता था कि मैं फिल्म के आखिरी दो मिनट में दिखूंगा. ये आधे दिन का शूट था, उसके लिए कोई प्रेप नहीं किया गया था. सेट पर लाइटिंग हो गई, कैमरा सेट हो गए, तब डायलॉग दिए गए. अब आपको ये करना है, एक डायलॉग यहां बोलना है-एक वहां. आप टेबल पर चढ़कर चलना चाहो तो चल सकते हो, मतलब सबकुछ कैंडिड तरीके से उस सिचुएशन में वहीं पर करना था.'
इसके बाद सूर्या ने बताया कि कैसे उन्होंने रोलेक्स के किरदार के लिए उन्होंने अपने स्सालों पहले बनाए नियम तोड़े और बड़े नए तरीके से किरदार को अप्रोच किया. उन्होंने बताया, 'उससे पहले 20 साल तक मैंने पर्दे पर सिगरेट नहीं पी. मुझे लगा था मुझे ये नहीं करना चाहिए. लेकिन इस सीन के लिए मुझे लगा कि यहां मैं बुरा आदमी प्ले कर रहा हूं तो सूर्या को बीच में क्यों लाऊं. चलो मैं सारे रूल्स तोड़ता हूं. शॉट से ठीक पहले मैंने कहा 'लाओ मुझे एक सिगरेट दो'.
सूर्या जो बात करने में और अपने बिहेवियर में बहुत जेंटलमैन टाइप आदमी हैं, उन्होंने अपने अन्दर से ये रोलेक्स जैसा खूनी-खूंखार किरदार कैसे खोजकर निकाला? इस बारे में सूर्या ने बताया, 'नॉर्मली मैं इमोशंस को फील करने के लिए अपनी पुरानी यादों, पुराने अनुभवों का सहारा लेता हूं. ऐसी चीजें जो मुझे कभी महसूस हुईं लेकिन मैंने अपने अंदर ही रखीं. ज्यादातर समय ऐसा ही होता है. लेकिन लोकेश के साथ कुछ अलग हुआ. शूटिंग स्पॉट पर कमल सर (कमल हासन) भी आने वाले थे. मुझे उनसे पहले शूट करना था. मैं उनके सामने एक्टिंग कर ही नहीं पाता.'
रोलेक्स भाई को समझना बहुत मुश्किल नहीं था
इस जल्दी में सूर्या ने रोलेक्स बनने की कोशिश की और उसका माहौल उन्हें डायरेक्टर लोकेश ने पहले ही तैयार करके दिया था. सूर्या ने बताया, 'मुझे लगता है उस किरदार का मूड लोकेश ने ही सेट पर दिया था, मुझे उसके लिए पुरानी यादों में जाने की जरूरत नहीं पड़ी. लेकिन स्क्रिप्ट में सब डायलॉग वगैरह इस तरह थे कि उसमें मूड सेट था- उसने 27 साल की मेहनत से अपना बिजनेस खड़ा किया है, किसी ने उसे तोहफे में नहीं दिया. स्क्रिप्ट में इस तरह की चीजें थीं जिन्हें मुझे बस सही से उतारना था. मैंने बस ये सोचा कि अगर ये आदमी उस दुनिया में है, तो अपनी दुनिया में कितना ईमानदार हो सकता है? तो इसके लिए पुरानी मेमोरीज वगैरह या ज्यादा कुछ सोचना नहीं पड़ा.'
सूर्या ने कहा उन्हें नहीं पता था कि एक दिन वो अलग से रोलेक्स को लेकर एक फिल्म की बात कर रहे होंगे. मैं हमेशा से बस कमल सर और उनकी राजकमल फिल्म्स के साथ कुछ करना चाहता था और ये टलता जा रहा था. तो इस बार मैंने सोचा कि इसे कर ही लेते हैं.'