इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2024 में स्पेशल गेस्ट सैफ अली खान आए. 'दिल चाहता है', 'ओमकारा', 'सैक्रेड गेम्स' जैसी फिल्म-वेब सीरीज में काम करने वाले सैफ जल्द ही 'देवरा' में नजर आने वाले हैं. जाह्नवी कपूर और जूनियर एनटीआर संग ये स्क्रीन शेयर करते दिखेंगे.
पहली बार ऐसा हुआ है जब सैफ इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में आए. सैफ ने कहा- मुझे नहीं पता कि इतना समय क्यों यहां आने में लग गया, लेकिन मैं आया हूं तो बहुत खुश हूं. बतौर एक्टर सैफ बदले हैं. अपने करियर पर बात करते हुए सैफ ने कहा- मैंने अपनी पहली फिल्म साल 1992 में की थी. पिता ने मेरी पढ़ाई पर बहुत खर्च किया. काफी सारे ऑप्शन्स मुझे दिए जहां मैं अपने करियर बना सकूं, लेकिन मेरे से किसी ने नहीं पूछा. लेकिन मां को देखकर मुझे हमेशा से ही एक्टिंग करने का शौक रहा.
"मैंने एक्टिंग सीखी. और सच कहूं तो ये सबसे शानदार करियर है जो मैंने खुद के लिए चुना. स्क्रीन पर जो मैजिक आप क्रिएट करते हैं, उसका अहसास अलग ही होता है. ये एक ऐसा क्राफ्ट है, जिसमें आप सिर्फ सीखते ही रहते हो. मेरे पापा ने मुझे कहा था कि मैं तुम्हें पॉकेट मनी दे रहा हूं लेकिन तुम बिगड़ना मत. मेरे लिए ये कभी ऑप्शन नहीं रहा कि मैं कुछ काम नहीं करूंगा और पापा-मम्मी के पैसों पर जियूंगा. मैंने अच्छी पढ़ाई की तो करियर बनाने के लिए की है."
सैफ के खून में एक्टिंग रही. एक्टर ने इसपर कहा- मुझे कभी पेरेंट्स ने नहीं कहा कि मैं एक्टिंग ही करूंगा. मैंने खुद एक्टिंग अपने अंदर डाली. मम्मी को मैं सेट पर देखता था तो सोचता था कि मैं यही करूंगा, क्योंकि मुझे मूवी सेट्स काफी मैजिकल लगते थे. मैं अगर एक्टर नहीं होता तो खुद को आर्ट में अपना करियर बनाता.
पैपराजी से सैफ का अच्छा कनेक्शन
सैफ ने कहा- उस दिन हम पार्टी से लौट रहे थे और कम से कम 25 कैमरे हमपर थे. तो मुझे थोड़ा गुस्सा आ गया. तब मैंने कहा था कि एक काम करिए आप हमारे बेडरूम में आ जाइए. पैपराजी के साथ मेरा सिम्बायोटिक रिश्ता है. कई बार मैं कुर्ता पायजामा में होता हूं, बेटा साथ होता है तो मैं नहीं पसंद करता कि वो मेरी फोटो लें. पर जब अच्छी तरह ड्रेसअप किया होता है तो लगता है, हां फोटो ली जाए. पर मुझे ये बात अच्छी नहीं लगती जब वो मेरे बच्चों के पीछे जाते हैं. और उन्हें क्लिक करते हैं.
मेरे परिवार ने कभी पैपराजी को पैसे नहीं दिए, जहां हमने बोला हो कि आओ और फोटो क्लिक करो. वो लोग खुद आते हैं फोटो लेने के लिए.
इंस्टाग्राम पर नहीं हैं सैफ
सोशल मीडिया पर सैफ अली खान का कोई अकाउंट नहीं. इसपर सैफ ने कहा- मैं अपनी मैनेजमेंट के साथ बैठता हूं और बात करता हूं कि क्या मुझे और पैसे की जरूरत है. मुझे लगता है कि सोशल मीडिया बहुत अच्छा है, मेरी पत्नी करीना इंस्टाग्राम पर काफी चीजें डालती हैं. पर मुझे नहीं पसंद. मुझे अपनी निजी जिंदगी निजी रखना ही पसंद है. करीना बोलती हैं कि चलो फोटो लेते हैं, लेकिन मुझे और बच्चों को नहीं पसंद आता. हो सकता है कि आगे आने वाले समय में मैं इंस्टाग्राम पर आ जाऊं. लेकिन मुझे लगता है कि इंस्टाग्राम काफी टाइम खर्च करता है. मुझे लगता है कि मैं इतनी देर में कोई किताब पढ़ लूं या फिर और उससे अच्छी चीज कर लूं जो मेरी जिंदगी के लिए अच्छा रहे. मुझे निगेटिविटी से दूर रहना है. सोशल मीडिया पर जो भर-भरकर दिखती है. मुझे लगता है कि मैं इंस्टाग्राम पर नहीं हूं तो मुझे ये बात बहुत कूल लगती है.
"मीडिया हर जगह है. मेरे बारे में आपको सब जगह मिल जाएगा. पर मुझे लगता है कि खुद में रहना अच्छा है. कई ब्रैंड्स आपको खुद अप्रोच कर लेते हैं. तो काम की दिक्कत नहीं. मुझे नहीं पसंद कि मैं अपनी लाइफ को सोशल मीडिया पर अच्छी फोटो चूज करकते पोस्ट करूं. हालांकि, मुझे फोटोज लेना पसंद है, लेकिन वो मेरे लिए पर्सनल हैं. मैं नहीं करना चाहता शेयर. मुझे नहीं जरूरत है फॉलोअर्स की. मुझे पसंद है खुद का दिन बनाना. मुझे नहीं जरूरत ज्यादा पैसे की क्योंकि मेरे पास ऑलरेडी है. इंस्टाग्राम पर बहुत ज्यादा कम्पेयरिंग होती है और वो मुझे नहीं पसंद है. मेरी लाइफ बहुत बिजी रहती है. बहुत सारी चीजें होती हैं, जहां मुझे टाइम देना होता है."
लाइमलाइट से दूर रहना बच्चों को पसंद
सैफ ने कहा- दोनों बच्चे एक्टर्स बनना चाहते हैं. तैमूर स्कूल में प्ले करता है. जहांगीर, जबसे पैदा हुआ है, वो परफॉर्म करता रहता है. उसके एक्स्प्रेशन्स अलग रहते हैं. मैं और करीना, दोनों बच्चों को सपोर्ट करते हैं, फिर वो चाहे कुछ भी बनना चाहें.
सारा और इब्राहिम लेते हैं सैफ से सलाह
सैफ ने कहा- दोनों ही मेरे से सलाह लेते हैं. इब्राहिम ने मेरे से लड़कियों के बारे में भी सलाह ली है. इब्राहिम ने मेरे से पूछा कि किसी रिश्ते को कब हमें सीरियल लेना चाहिए. तो मैंने उसको सलाह दी. इब्राहिम ने मेरे से गर्लफ्रेंड्स के बारे में भी डिसकस करता है. सारा, काम को लेकर मेरे से पूछती रहती हैं. हम तीनों ही कई बार डिनर या लंच पर जाते हैं. बातें करते हैं.
सैफ ने बताया कि वो बचपन से ही काफी नॉटी रहे हैं. इस बात को उन्होंने खुद कबूल किया. सैफ ने कहा- मेरे बच्चे लेकिन मेरी तरह नहीं. मैं उनसे कहता रहता हूं कि तुम लोग और बहुत ज्यादा हो जो तुम दिखाते हो. खुद को पहचानो. चारो ही बच्चे सुलझे हुए हैं. मैं आपको बता दूं कि जब मैंने करियर की शुरुआत करने का सोचा था तो मैं थोड़ा खोया-खोया सा था. लेकिन फिर खुद को संभाला और एक्टिंग डेब्यू किया.
सैफ का कहना रहा कि तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री आगे काफी ग्रो करने वाली है. ये लोग बहुत अच्छी फिल्में बना रहे हैं. बतौर एक्टर अगर मैं तेलुगू भाषा के साथ कम्फर्टेबल हूं और मुझे मौका मिल रहा है तो मैं उसे करूंगा. बॉलीवुड अपनी फिल्मों के साथ रूटेड नहीं है. तेलुगू सिनेमा है जो अपनी ऑडियन्स के साथ काफी रूटेड है. मैंने देखा है कि साउथ में सिनेमा काफी ग्राउंडेड होकर बनाया जाता है. वो अपनी फिल्मों के जरिए अपने कल्चर को दिखाते हैं.
फिल्म इंडस्ट्री एक बिजनेस है. इसमें पैसा पानी की तरह बहाया जाता है. करण जौहर ने जो सैलेरी को लेकर बात की. मुझे लगता है कि लोग शायद ज्यादा पैसा मांगते हैं और उस तरह से काम नहीं देते. तो शायद उनका ये कहना रहा होगा.
क्लोदिंग ब्रैंड पर बोले सैफ
सैफ ने कहा- मुझे कुर्ता पहनना पसंद है. मेरे मैनेजर ने कहा कि हम इसे क्यों मार्केट नहीं करते. इसके बाद मैंने सोचा कि इससे पैसा बनाते हैं तो बेचना शुरू कर दिया. जिस तरह के क्लाइमेट में हम रहते हैं, उसमें कॉटन कुर्ता, लिनेन पैंट्स काफी अच्छा रहता है.
पटौदी पैलेस के वारिस सैफ
सैफ ने कहा- पटौदी पैलेस कई लोगों का रहा. लेगेसी को मैं आगे बढ़ाना चाहता था. पापा कहते थे कि मैं पैलेस को होटल बनाऊंगा और पैसा कमाऊंगा, लेकिन मेरी दादी ने मेरे से कहा कि इसे होटल कभी मत बनाना. मुझे कई लोगों ने अप्रोच किया कि मैं इसको होटल में बदल दूं, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. इस घर से मेरी बहुत यादें जुड़ी हैं. मैंने इस घर के हर कोने को सजाया हुआ है, वो भी यादों से. मैं इसे कभी होटल में बदलना नहीं चाहता था.
तैमूर और इब्राहिम को है क्रिकेट पसंद
सैफ ने कहा- एक्स वाइफ अमृता ने मुझे कहा था कि इब्राहिम को क्रिकेट से रूबरू कराते हैं तो मैं उसको एक प्रोफेशनल के पास लेकर गया था. पर कोच ने कहा कि इब्राहिम लंबा है तो उसको बॉलर बनना चाहिए. हालांकि, वो और तैमूर आज भी क्रिकेट काफी पसंद करते हैं.
सैफ ने हीरो की जगह निगेटिव किरदार ज्यादा अच्छे निभाए हैं. इसपर सैफ ने कहा- मैं हमेशा से ही निगेटिव किरदार निभाना चाहता था. मैं अपने प्रोफेशन में क्रिएटिव होना चाहता था. पैसे कमाना चाहता था, वो भी हार्ड वर्क से. अबतक मैंने मायथोलॉजिकल रोल अदा नहीं किया है. मैंने 'रावण' का रोल अदा किया, लेकिन और बेहतर रोल अदा करना चाहता हूं मैं.
राजनेता नहीं बनना चाहते सैफ
सैफ ने कहा- मुझे राजनेता नहीं बनना. अगर मुझे अपनी राय किसी मुद्दे पर रखनी होगी तो मैं राजनेता बनूंगा और फिर बोलूंगा. लेकिन अभी तो मैं पॉलिटीशियन नहीं बनना चाहता हूं.