पैन इंडिया स्टार प्रभास की फिल्म 'सलार' रिलीज के लिए तैयार है. 22 दिसंबर को दुनियाभर में रिलीज होने जा रही ये मूवी ढेर सारे ड्रामा से भरी हुई है. फिल्म की कहानी दो दोस्तों की कहानी है, जो जिंदगी की चुनौतियों का सामना करते हुए एक दूसरे के आमने-सामने आ खड़े होते हैं. अब उनका मुकाबला आपस में ही होना है. फिल्म में प्रभास के साथ मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन हैं. इसका निर्देशन 'केजीएफ' जैसी धमाकेदार फिल्म बना चुके डायरेक्टर प्रशांत नील ने किया है. 'सलार' की रिलीज से पहले तीनों स्टार्स ने मिलकर डायरेक्टर एसएस राजमौली के साथ अपनी मूवी के बारे में बात की. आइए बताएं तीनों ने क्या कहा.
राजमौली ने प्रशांत नील से पूछा कि 'सलार' के मुकाबले आपके दिमाग में 'केजीएफ 1' और 'केजीएफ 2' की रिलीज के टाइम क्या चल रहा था?
प्रशांत नील ने अपने जवाब ने कहा, 'मैं बहुत नर्वस था. मैंने अभी तक 4 फिल्में बनाई हैं और रिलीज होने से एक हफ्ते पहले तक मुझे अपनी फिल्म पसंद नहीं आती है. इस बार मैं ज्यादा नर्वस हूं, क्योंकि मुझे ये फिल्म अच्छी लगी है. मुझे ये बोला गया था कि पिछली तीन बार मैं बहुत नर्वस था कि मेरी फिल्में अच्छा नहीं करेंगी. तो लोगों ने कहा कि ये शायद सुपरस्टिशन है कि मैं अपनी फिल्में पसंद नहीं करता तो वो हिट हो जाती हैं. इस बार मुझे मेरी फिल्म पसंद है. ये प्योर ड्रामा है. ड्रामा में होता है कि दो तीन किरदार फिल्म में अलग से खिलकर आते हैं. यही मैं इस फिल्म में कर रहा हूं. हां, इसमें काफी किरदार हैं, प्रभास सर और पृथ्वी सर के अलावा. तो इस बार मैं नर्वस हूं, क्योंकि मुझे अपनी फिल्म पसंद है. मैंने दोनों स्टार्स को अपनी कहानी सुनाई थी और ये बिल्कुल ऐसी ही बनी है.'
फिल्म 'सलार' को लेकर पृथ्वीराज सुकुमारन ने कहा, 'मैं सलार को गेम ऑफ थ्रोन्स की तरह मानता हूं और मैंने प्रशांत को भी यही कहा है. इसमें बहुत सारा ड्रामा है और बहुत सारे किरदार हैं. मुझे नहीं पता कि वो इसकी पूरी कहानी को कैसे दो पार्ट्स में फिट कर पाएंगे. ये काफी मुश्किल चीज है. मुझे याद है जब हम हैदराबाद में मिले थे. उन्होंने मुझे पहली बार सामने से कहानी सुनाई थी. मुझे याद है वहां एक बोर्ड था और उसमें उन्होंने खानसर के बारे में सबकुछ लिखा हुआ था. सारे किरदार, उसका इतिहास. खानसर की हर ट्राइब का क्या रिश्ता है. तब मैंने सोचा कि हे भगवान इस इंसान ने कितना कुछ सोचकर इस दुनिया को बनाया है. मैं खुश हूं कि कोई प्रभास फैन थिएटर से निराश नहीं निकलेगा.'
प्रभास के साथ काम करने की सबसे खराब चीज क्या है.
एसएस राजमौली ने प्रभास के साथ काम करने को लेकर पृथ्वीराज और प्रशांत दोनों से सवाल किया. उन्होंने पूछा कि प्रभास के साथ काम करने की सबसे खराब चीज क्या है. इसके जवाब में पृथ्वीराज ने कहा, 'आप डाइट नहीं कर सकते. एक दिन मेरा परिवार मुझसे मिलने सेट पर आया था. मेरी बेटी भी वहां थी, वो 9 साल की है. इन्होंने उससे पूछा क्या खाना है. वो बच्ची है. उसने बोल दीं कुछ 20 चीजें. मैं बढ़ा-चढ़ा कर नहीं बोल रहा हूं, उस दिन मुझे खाना रखने के लिए अलग से एक कमरा लेना पड़ा. मैंने उन्हें अगले दिन कहा कि सर आपको क्या लगा था कि मैं अपने साथ अपने अंकल-आंटी और रिश्तेदार लेकर आया हूं. तो उनके साथ डाइट करना नामुमकिन है. और उन्हें जरूरत भी नहीं है. वो आपको इतना खिलाते हैं.' इसपर प्रभास ने पृथ्वी से कहा, 'श्रुति (हासन) कहती है तुम्हारी स्किन 20 साल के बच्चे जैसी है. उसने मेरे लिए कभी ऐसा नहीं कहा. क्यों ही डाइट करनी है तुम्हें.'
पृथ्वीराज सुकुमारन ने हंसते हुए आगे कहा, 'आपको कभी उन्हें नहीं बताना चाहिए कि मुझे ये पसंद है, क्योंकि आप जबतक अपने कमरे में जाओगे तो आपको वो चीज पैक करके तैयार मिलेगी. मुझे याद है मैंने बहुत समय से अपनी कार नहीं चलाई थी. तो मैंने उन्हें कहा कि मैं अपनी कार मिस कर रहा हूं. इन्होंने कहा- लो मैं अपनी लैम्बोर्गिनी यहां छोड़ रहा हूं कुछ दिनों के लिए, तुम चला लेना. मैंने कहा सर आप पगला गए हो क्या. ये वैसे खतरनाक इंसान हैं.'
प्रभास को बेवकूफ बनाना नही आसान
प्रभास के साथ काम करने को लेकर प्रशांत नील ने भी बात की. उन्होंने कहा, 'जब मैं उन्हें कोई सीन बताता हूं तो वो सुनते हैं और उसकी बुराई नहीं करते. फिर मैं वापस आता हूं और सोचता हूं कि मैं सही था क्या. क्या मुझे किसी और से भी पूछा लेना चाहिए. वो ड्रामा को लेकर सवाल करते हैं. वो इसमें बहुत अच्छे हैं. वो बड़े सवाल पूछते हैं. मैंने पहली बार जब उन्हें पूरी कहानी सुनाई. तो उन्होंने मुझे कहा कि सलार का पहला सीन और आखिरी सीन, मतलब पार्ट 2 का आखिरी सीन एक जैसा होना चाहिए. और मैंने उम्मीद नहीं की थी कि वो मुझसे ऐसा कुछ बोलेंगे. मुझे लगा था कि वो मुझसे डायलॉग मांगगे. तो मुझे ये चीज पसंद आई. ऐसा है कि अगर हीरो कहता हैं कि बढ़िया लिखा है, तो ये जरूर अच्छा ही है.'
इसपर इंटरव्यू ले रहे राजमौली ने प्रभास के बारे एक जरूरी बात कही. उन्होंने कहा कि प्रभास को देखकर लगता है कि वो भोले-भाले हैं, कुछ यही जानते, लेकिन अंदर से वो धूर्त हैं. आपको लगता है कि उन्हें बेवकूफ बनाया जा सकता है, लेकिन वो सब जानते हैं. बहुत समझदार हैं.
पृथ्वी की तारीफ तेलुगू सीखी
इंटरव्यू के दौरान प्रभास ने बताया कि पृथ्वीराज सुकुमारन एक बढ़िया कलाकार हैं. उन्होंने कहा कि वो एक अच्छे एक्टर होने के साथ-साथ डायरेक्टर भी हैं. साथ ही उन्हें अलग-अलग भाषाओं का ज्ञान है. राजमौली से बात करते हुए प्रभास ने खुलासा किया कि पृथ्वी को 'सलार' करने से पहले तेलुगू भाषा नहीं आती थी. लेकिन उन्होंने डायरेक्टर प्रशांत नील से कहा कि वो भाषा को सीख लेंगे. इसमें उनकी शर्त बस यही थी कि उन्हें डायलॉग शूटिंग से 24 घंटे पहले मिल जाने चाहिए. प्रशांत ने ऐसा किया भी. लेकिन पृथ्वीराज के सामने चैलेंज ये था कि प्रशांत शूट के दौरान डायलॉग बदल देते थे. फिर भी पृथ्वीराज ने अपने सीन्स को बढ़िया अंदाज में किया और कभी भी शिकायत नहीं की और ना ही कभी गुस्सा किया. वो मुस्कुराते हुए अपना काम करते थे.
केजीएफ और सलार में कोई रिश्ता है?
शुरुआत से कहा जा रहा है कि फिल्म 'सलार' और 'केजीएफ' के बीच रिश्ता है. इसपर इंटरव्यू में प्रशांत नील ने कहा, 'नहीं, ये दो अलग दुनिया हैं. हमारे लिए ये करना बहुत आसान होता. लेकिन मेरी जिम्मेदारी है अपने स्टार की इज्जत करना. उसे नई दुनिया देना. जैसे मैंने रॉकी दुनिया को दिया और ऑडियंस ने उसे याद रखा. वैसे ही मैं चाहता हूं कि दर्शक देवा को याद रखें. ये गलत होगा कि मैं उस फिल्म का फायदा उठाकर इसे बनाऊं. दोनों की टाइमलाइन भी अलग है. केजीएफ 80 के दशक में सेट थी और ये आज की कहानी है. मैं दोनों को कनेक्ट कर भी नहीं सकता. मुझसे होता भी नहीं है.'
काले संग से प्रशांत को है प्यार
अगर आपने 'सलार' का ट्रेलर देखा है तो आपको पता होगा कि इसमें काले रंग का काफी इस्तेमाल किया गया है. एसएस राजमौली ने डायरेक्टर प्रशांत नील से इसे लेकर सवाल किया. उन्होंने पूछा कि फिल्म में काले रंग का इस्तेमाल इतना क्यों किया है. इसपर प्रशांत ने कहा कि ये उनका ओसिडी है. मुझे मोनोक्रोम पसंद है. डायरेक्टर की बात सुनकर पृथ्वीराज ने बताया कि उनके किरदार ने सबसे ज्यादा काले कपड़े पहने हैं. एक दिन शूट के वक्त उन्होंने काला कुर्ता पहना था, जो प्रशांत को पसंद नहीं आया. उन्होंने एक्टर से कहा- सॉरी सर इसको बदला देते हैं. प्रशांत ने कॉस्टयूम डिपार्टमेंट को 20 मिनट समझाया. इसके बाद जो कुर्ता आया वो भी सेम था. फिर से उन्होंने लोगों को डांट लगाई. फिर जो कुर्ता आया वो सेम था. पृथ्वी और प्रभास ने हंसते हुए कहा कि हम आपस में बात करते थे कि भाई नया कुर्ता पहना क्या? हां. लेकिन लग तो पहले जैसा ही रहा है.
बालों को लेकर नखरे करते हैं डायरेक्टर नील
पृथ्वीराज ने ये भी बताया कि प्रशांत को हेयरस्टाइलिंग का भी शौक है. शौक क्या उन्हें ऑब्सेशन है. उन्हें डायरेक्टर, राइटर और हेयरस्टाइलिस्ट सब कहा जा सकता है. एक्टर ने कहा, 'वो हर एक्टर का हेयरस्टाइल ठीक करते थे. उन्होंने टीनू आनंद सर के साथ भी ये किया है. टीनू जी ने मुझे आकर कहा कि अरे यार ये क्या कर रहा है. मेरे सिर पर 7 ही बाल हैं.' पृथ्वी ने आगे बताया, 'हमारी फिल्म के सेट्स बहुत बड़े थे. कई बार प्रशांत हमसे आधा किलोमीटर दूर बैठे होते थे. ड्रोन शॉट चल रहा है और वो भागते हुए आते थे हमारे बाल ठीक करने.'
फिल्म को ए सर्टिफिकेट मिलने पर बोले प्रशांत
एक बड़ा सवाल जो राजमौली ने डायरेक्टर प्रशांत नील से किया वो था, प्रभास के कई फैंस हैं, उनसे बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी हैं. आपकी फिल्म को ए सर्टिफिकेट मिला है. तो आपको इसे लेकर कैसा लग रहा है. जवाब में प्रशांत ने कहा, 'मैंने सोचा नहीं था कि इतनी हिंसक फिल्म बनाऊं कि उसे ए सर्टिफिकेट मिले. मैंने तेलुगू सिनेमा पिछले 30 सालों से देखा है. मुझे बहुत-सी बार लगता है कि मेरा सिनेमा, जो एक्शन मैंने देखा है उसके सामने फीका है.'
'लेकिन उन्होंने नई गाइडलाइन निकाली हैं. सेंसर के अफसर ने भी मुझे बताया. उन्होंने मुझे बहुत से कट्स बताए. मैं उन्हें करने के लिए भी मान गया. लेकिन कुछ कट्स ऐसे थे, जो मैं लगाना नहीं चाहता था, क्योंकि वो कहानी के ड्रामा को न्याय नहीं दे पाएंगे. मैं इस बात से निराश था. मैं उनके सामने 15-20 मिनट बैठा रहा. क्योंकि मुझे पता है कि मैंने अश्लील फिल्म नहीं बनाई है, या ऐसी फिल्म जो बेतुकी है. इसमें जरूरी हिंसा डाली गई है. केजीएफ से भी ज्यादा. ये फिल्म दोस्ती, त्याग और एक किरदार के बारे में है, जो दुनिया से अलग रहता है. तो हमारी सोच हिंसक फिल्म बनाने की थी ही नहीं. ये एक ड्रामा से भरी फिल्म बनाने की थी, जो हिंसक दुनिया के अंदर है. ये हिंसा के लिए डिजाइन नहीं की गई है. इमोशन्स के लिए डिजाइन की गई है.'
प्रभास और श्रुति का रोमांस
राजमौली ने पूछा कि 'सलार' में प्रभास और श्रुति हासन के बीच कुछ रोमांटिक गाने और केमिस्ट्री क्यों नहीं है? इसपर प्रशांत नील बोले, 'हम ड्रामा में इतना खो गए थे कि हमने श्रुति को ग्लैमर के हिसाब से फिल्म में इस्तेमाल किया ही नहीं है. उनका किरदार फिल्म का बड़ा और ताकतवर हिस्सा है. मुझे लगता है कि पिछले कुछ सालों में दुनिया काफी बदल गई है. अब लोग सिर्फ ड्रामा को एक्सेप्ट कर रहे हैं. और ड्रामा हमेशा काम करता है.