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Salim Khan और Lata Mangeshkar के बीच थीं ये 2 कॉमन चीजें, कहा- वो गाने में जान डाल देती थीं

सलीम खान ने कहा- "लता और मुझमें दो चीजें समान है, वह भी मेरी तरह इंदौर में पैदा हुई थीं और मेरी तरह ही उन्हें भी क्रिकेट का बहुत शौक था. जब मुझे पता है लता दीदी इंदौर से हैं, तो मैं उनके घर इंदौर गया था.'

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लता मंगेशकर, सलीम खान
लता मंगेशकर, सलीम खान
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लता मंगेशकर को सलीम खान ने किया याद
  • सलीम खान ने याद किए लता मंगेशकर संग गुजरे पल

स्वर कोकिला लता मंगेशकर के इस दुनिया से रुख्सत होने से सिर्फ म्यूजिक जगत में ही उदासी नहीं छाई है, बल्कि पूरा देश गमगीन हो गया है. लता मंगेशकर को याद करके हर किसी के आंखें नम हो जाती हैं. अब दिग्गज स्क्रीनराइटर और सलमान खान के पिता सलीम खान ने लता मंगेशकर संग अपनी पुरानी यादों के किस्से शेयर किए हैं. 

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सलीम खान और लता मंगेशकर के बीच थीं ये 2 कॉमन चीजें

लता मंगेशकर की याद में आयोजित आज तक के खास इवेंट श्रद्धांजलि: तुम मुझे भुला ना पाओगे में सलीम खान ने कहा कि उनके और लता मंगेशकर के बीच 2 चीजें कॉमन थीं. पहला ये कि दोनों इंदौर से ताल्लुक रखते हैं और दोनों को क्रिकेट से प्यार था. सलीम खान ने कहा- "लता और मुझमें एक चीज समान है, वह भी मेरी तरह इंदौर में पैदा हुई थीं और मेरी तरह ही उन्हें भी क्रिकेट का बहुत शौक था. जब मुझे पता लता था कि वो इंदौर से हैं, तो मैं उनके घर इंदौर गया था. 

क्या समय के साथ उनके रिश्ते बदले थे? सलीम खान ने कहा- लता मंगेशकर इतनी हंबल थीं कि कभी कोई दूरी नहीं रही. "हमारा रिश्ता कभी नहीं बदला, चाहें कितने साल बीत गए या हम कितने भी सफल हो गए. वो बहुत हंबल इंसान थीं और इंदौर का कनेक्शन हमेशा बना रहा."

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लता मंगेशकर को हमेशा उनकी आवाज के लिए याद किया जाएगा

सलीम खान ने कहा कि लता मंगेशकर की आवाज अमर है और उनकी लेगेसी दशकों तक जिंदा रहेगी. उन्होंने कहा-पैसा लक्ष्मी मां का उपहार है, लेकिन ये कभी भी आपको छोड़ सकता है. लता मंगेशकर की आवाज सरस्वती का उपहार थी और उसे उनसे कोई भी नहीं ले सकता था. हर चीज की एक सीमा होती है. कोई भी इंसान इतनी ऊंचाइयों तक नहीं पहुंच सकता है, जब तक कि उनके पास भगवान का आशीर्वाद न हो. लता जी की ऐसी आवाज थी कि वह किसी भी रेंज में गा सकती थीं. वह सच में काफी वर्सेटाइल थीं."

लता मंगेशकर को कभी रिप्लेस नहीं किया जा सकता. इसपर सलीम खान ने कहा-"मुझे लगता है कि ऐसा इसलिए, क्योंकि आजकल के लोगों में वो डेडीकेशन नहीं है जो पहले के लोगों में होती थी. लता मंगेशकर सिंगिंग में ही डूबी रहती थीं, इसके प्रति जुनूनी थीं. उस लेवल की सफलता पाने के लिए उस डेडीकेशन की जरूरत है."

लता मंगेशकर गाने में जान डाल देती थीं
सलीम खान ने उस पल को याद किया कि कैसे लता मंगेशकर ने शोले के जब तक है जान गाने में जान डाल दी थी. सलीम खान ने कहा- "इसमें कोई शक नहीं है कि लता जी गाने को दूसरे ही लेवल पर ले जाती थीं. गाने में जान आ जाती थी, जब वो गाती थीं. लिरिक्स बहुत अच्छे होते थे, लेकिन आपको उसे अच्छा भी गाना होता है, जो उन्होंने किया. अगर आप मुझसे उनका कोई फेवरेट गाना पूछेंगे, तो मैं नहीं बता पाऊंगा, क्योंकि उनका हर एक गाना मेरा फेवरेट है. इसे चुनना बहुत मुश्किल है."

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