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'बॉलीवुड के बाप नहीं हो', नागा वामसी पर बिफरे डायरेक्टर संजय गुप्ता, बोनी कपूर संग किया था मिसब‍िहेव

बोनी कपूर और नागा वामसी की हीटेड कॉन्वर्जेशन ने नई बहस छेड़ दी है. डायरेक्टर संजय गुप्ता ने भी इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की है, उन्होंने नागा के हर सवाल का जवाब देते हुए उनका बोनी कपूर से बेतुके लहजे में बात करने को लेकर सवाल खड़े किए हैं. संजय ने पोस्ट शेयर कर उन्हें घटिया कहा है.

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बोनी कपूर, संजय गुप्ता, नागा वामसी
बोनी कपूर, संजय गुप्ता, नागा वामसी

बॉलीवुड वर्सेज साउथ की बहस एक बार फिर से शुरू हो गई है. फिल्म मेकर्स बोनी कपूर और नागा वामसी के बीच हुई एक 'हेल्दी' बहस ने अलग ही मोड़ ले लिया. बातचीत के दौरान जब बोनी कपूर ने बताया कि कैसे साउथ इंडियन फिल्मों का विदेशों में अपना एक अलग मार्केट है. इस पर नागा वामसी ने अपना अलग ही टेक दिया. उन्होंने कहा कि बॉलीवुड बांद्रा और जुहु में अटका हुआ था. उनके मुताबिक साउथ इंडस्ट्री ने हिंदी सिनेमा को नया रूप दिया है. 

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इन बातों पर नागा वामसी की खूब किरकिरी भी हो रही है. अब डायरेक्टर संजय गुप्ता ने भी अपनी राय दी है. संजय को नागा का इस तरह से बोनी कपूर की बातों का दरकिनार करना रास नहीं आया. संजय के मुताबिक नागा ने एक सीनियर प्रोड्यूसर की बेइज्जती की है. X पर पोस्ट कर संजय ने पूरी बात कही और लिखा कि ये कोई तरीका नहीं है किसी सीनियर प्रोड्यूसर से बात करने का. 

नागा पर संजय का फूटा गुस्सा

संजय ने x पर वीडियो शेयर कर कई पोस्ट किए और लिखा- बोनी जी जैसे सीनियर प्रोड्यूसर के बगल में बैठा ये घटिया आदमी कौन है, जो अपने नकली घमंड से उनका मजाक उड़ा रहा है? उसकी बॉडी लैंग्वेज और घिनौने रवैये को देखिए. 4 या 5 हिट देने से ये बॉलीवुड के बाप नहीं बने हैं ना बनेंगे.

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संजय ने आगे लिखा कि उनमें इतनी हिम्मत होगी कि वो अल्लू अरविंद सर या सुरेश बाबू सर जैसे सीनियर प्रोड्यूसर्स के सामने बैठकर उनके चेहरे पर उंगली उठाकर इस तरह से बात कर सकें. सफलता से पहले सम्मान को महत्व देना सीखें. ग्रेट साउदर्न फिल्म मेकर्स के साथ काम करते हुए हमने जो पहली चीज सीखी थी, वो थी विनम्रता और अनुशासन. अहंकार का नफरत दिखाना वो आखिरी चीज है जिसकी आप उनसे उम्मीद करेंगे.

हर साल लगभग 300 तेलुगू फिल्में रिलीज होती हैं. इसका मतलब है कि 2020 (बाहुबली 1 रिलीज) और 2024 तक उन्होंने 1500 फिल्में रिलीज की हैं. बाहुबली 1 और 2, आरआरआर, पुष्पा, कल्कि और पुष्पा 2. 1500 में से 6 फिल्में ऑल इंडिया ब्लॉकबस्टर रही हैं. हम ये जानकर बहुत शांति और खुशी से सोए कि हमारे डिस्ट्रीब्यूटर्स ने 86 करोड़ रुपये इकट्ठे किए हैं. आपके मामले में भी ऐसा ही होगा, लेकिन दूसरों की सफलता हमें रातों की नींद हराम नहीं करने देती.

क्या हुई थी बातचीत?

बता दें, गैलट्टा प्लस के प्रोड्यूसर्स राउंड द टेबल में बातचीत के दौरान बोनी कपूर और नागा वामसी की हीटेड कॉन्वर्जेशन ने खूब ध्यान खींचा. जहां बोनी ने कहा कि मोरक्को के राजा ने अमिताभ और बाद में शाहरुख खान को सम्मानित किया था. तेलुगु फिल्मों और तमिल फिल्मों के मार्केट यूनिक हैं. जैसे, तेलुगु फिल्मों का अमेरिका में एक यूनिक मार्केट है, जबकि तमिल फिल्मों की सिंगापुर और मलेशिया में मजबूती है. 

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इस पर नागा ने असहमति जताते हुए कहा था कि मुझे इसमें कुछ और जोड़ना है. ये हार्श साउंड कर सकता है, लेकिन हम साउथ इंडियन सिनेमा ने आपके देखने का तरीका बदल दिया है- बॉलीवुड के लिए भी. क्योंकि आप लोग बांद्रा और जुहू के लिए फिल्में बनाने में फंस गए थे. लेकिन अब, आरआरआर, बाहुबली, एनिमल, जवान जैसी फिल्मों की वजह से आपका नजरिया बदल गया है. मुगल-ए-आजम के बाद, आपने बाहुबली और आरआरआर जैसी फिल्मों का जिक्र किया, जो तेलुगु फिल्में थीं. आपने मुगल-ए-आजम के बाद कभी किसी हिंदी फिल्म के नाम के बारे में नहीं बताया. मुझे नहीं लगता कि पूरी मुंबई सो पाई होगी जब पता चला कि पुष्पा 2 ने एक दिन में 86 करोड़ कमा लिए थे. 

अब बोनी और नागा के बीच छिड़ी ये बहस कहां तक जाती है ये तो नहीं कह सकते लेकिन ये कहना गलत नहीं होगा कि 2025 एक नई बहस के लिए तैयार है. 

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