सतीश कौशिक जैसे दिग्गज एक्टर, डायरेक्टर व प्रोड्यूसर का अचानक यूं जाना फिल्म इंडस्ट्री के लिए गहरा सदमा है. बता दें, सतीश पिछले कुछ सालों से अपने फ्यूचर प्रोजेक्ट्स व प्लानिंग को लेकर खासे उत्साहित भी थे. हालांकि फिल्मों में एक्टिंग व डायरेक्शन के साथ-साथ सतीश अपने फैंस के लिए और भी कुछ स्पेशल प्लान कर रहे थे.
बता दें, सतीश चाहते थे कि उनकी जर्नी को किताब के पन्नों में समेटा जाए. सतीश एक लंबे समय से अपनी ऑटोबायोग्राफी की प्लानिंग कर रहे थे. हालांकि अपने कुछ खास करीबी के अलावा सतीश ने इसका जिक्र किसी और से नहीं किया था. पिछले दो महीने से वो इस प्लानिंग को लेकर काफी एक्टिव भी हो गए थे.
सतीश कौशिक के भतीजे निशांत बताते हैं, चाचा की ख्वाहिश थी कि वो अपनी ऑटोबायोग्राफी लिखें. हरियाणा से लेकर मुंबई तक उनकी कमाल की जर्नी रही है. उनके पास अनुभवों का खजाना और कई दिलचस्प कहानियां भी थीं. वो इन्हें समेटकर एक किताब में लिखने की प्लानिंग कर रहे थे. वे अपनी कहानी को खुद भी लिख रहे थे और एक अच्छे राइटर की भी तलाश कर रहे थे. मुझे याद है वो खाली वक्त में अपनी जिंदगी की कहानियों का ड्राफ्ट बनाने में लग जाते थे. हालांकि वो इसे कोई बड़े लेवल पर प्लान नहीं कर रहे थे. काफी राइटर्स से बातचीत करने के बाद उन्होंने किसी को कंफर्म भी किया था. हालांकि कभी उनके नाम का जिक्र नहीं हो पाया था.
निशांत आगे कहते हैं, हम अब उनकी ऑटोबायोग्राफी के सपने को जरूर पूरा करेंगे और उसे और भी भव्य तरीके से लोगों के बीच लाया जाएगा. उनकी जिंदगी के संघर्ष लोगों को प्रेरित करेंगे. उन्होंने लाइफ में कई अप्स एंड डाउन देखे हैं लेकिन कभी अपने दुखों को जाहिर नहीं किया है. उल्टा हमारे हताश होने पर पूरी टीम को चीयरअप किया करते थे. एक-एक घंटे हमें किस्से कहानियां सुनाकर मोटिवेट किया करते थे.