
शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' में एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के भगवा रंग की बिकिनी पहनने से देशभर में हंगामा मचा हुआ है. इसकी वजह से शाहरुख खान भी कई लोगों के निशाने पर आए. बात इतनी आगे बढ़ गई थी कि सुपरस्टार की मौत का फरमान तक जारी कर दिया गया. अयोध्या के गुरु परमहंस आचार्य (तपस्वी छावनी) ने पहले शाहरुख खान पुतला फूंक था और अब इसके 13वें दिन बाकायदा मंत्रोच्चार के बीच घड़ा फोड़कर उनका तेरहवीं संस्कार भी कर दिया है.
अयोध्या में हुई शाहरुख खान की तेरहवीं
गुरु परमहंस आचार्य (तपस्वी छावनी) ने इस बारे में कहा है कि शाहरुख खान की जो फिल्म पठान आ रही है इसमें भगवा रंग में जो बेशर्म रंग का गाना जोड़ा है उसको लेकर के हम लोगों को बेहद आपत्ति है. हम लोग दूसरे की आस्था का हमेशा सम्मान करते हैं, लेकिन हमारे सनातनियों की आस्था का लगातार अपमान हो रहा है. अब उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 13 दिन पहले शाहरुख खान का हमने जो पुतला दहन किया था, आज 13 दिन होने पर आज हमने फिल्म जिहादी शाहरुख खान की तेरहवीं की है.
उन्होंने आगे कहा कि यह वही शाहरुख है जो अमेरिका के एयरपोर्ट पर रोका गया था. शाहरुख को कुछ लोग कहते है कि खान किंग है, किंग विंग कुछ नहीं है यह फिल्म जिहादी है. जिहादियों का ये लीडर है, जिसके चलते आए दिन लाखो लड़कियां लव जिहाद का शिकार हो रही है. कोई सूटकेश में मिल रही है कुछ को जिंदा जलाया जा रहा है, किसी के 35 टुकड़े, किसी के 100 टुकड़े, वो सब का यह जो है मुखिया है. यह जिहाद को पूरे देश में फैलाया हुआ है. इसलिए आज हमने इसकी तेरहवीं की है. जिहाद खत्म होना चाहिए.
बता दें कि इसके पहले गुरु परमहंस आचार्य ने शाहरुख खान का पोस्टर जलाकर कहा था कि वह शाहरुख खान की चमड़ी उधेड़ कर उन्हें जिंदा जलाएंगे और उनके लोग भी मुंबई में उनको ढूंढ रहे है. जो भी ऐसा करेगा वह उसके परिवार को आर्थिक मदद भी देंगे. एक बार फिर संत परमहंस ने चेतावनी दी है और सनातन धर्म और भगवे के अपमान का आरोप एक्टर पर लगाया है.
परमहंस आचार्य ने दी चेतावनी
गुरु परमहंस आचार्य अंत में कहते हैं कि जो जिहादियों का मनोबल बढ़ा रहे हैं ना उनकी भी वही दुर्दशा होगी जो शाहरुख खान की होने वाली है. शाहरुख खान का तो आज हमने तेरहवीं कर दिया है. जो भी इस तरह की मानसिकता के लोग हैं उनको चेतावनी है अपना नजरिया बदल ले, इंसान बन जाए. अगर वह जिहादी बनकर रहेंगे उनकी वह दुर्दशा हम लोग करेंगे. वह लोग जो है उनकी साथ पीढ़ियां याद करेंगी. इसलिए इंसान बनिए संविधान के दायरे में रहिए और मानवतावादी बनिए. यह भारत की पवित्र धारा है. यहां अगर आप जिहाद करेंगे तो उसका जो अंजाम है भुगतने को तैयार हो जाइए.
शाहरुख खान कुछ समय पहले कोलकाता फिल्म फेस्टिवल पहुंच थे. उन्होंने यहां सोशल मीडिया पर बात की थी. सुपरस्टार ने कहा था कि आज के वक्त में सोशल मीडिया पर एक कलेक्टिव नरेटिव दिया जाता है. मैंने कहीं पढ़ा था, निगेटिविटी सोशल मीडिया के यूज को बढ़ाती है. इसके अलावा इसकी कमर्शियल वैल्यू भी बढ़ती है. इस तरह की कहानियां हमें भटकाने और बांटने का काम करती है. सिनेमा इंसान के बर्ताव को दिखाता है, जिससे इंसान के बीच भाईचारा और सहानुभूति आती है.
किंग खान ने आगे कहा था, 'कुछ समय से हम नहीं मिल पाए हैं, लेकिन दुनिया अब सामान्य हो रही है. हम सब खुश हैं और मैं सबसे खुश हूं और मुझे यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि दुनिया चाहे कुछ भी करे, मैं और आप और दुनिया के सभी सकारात्मक लोग जिंदा हैं.'