बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर ने फिल्म इंडस्ट्री में बेहतरीन काम कर सभी के दिल में अलग जगह बनाई है. कई तरह के रोल निभाने से लेकर बड़ी फिल्मों का हिस्सा बनने तक, शाहिद ने सबकुछ देखा है. एक्टर ने फ्लॉप फिल्में भी दीं और हिट फिल्म देकर रिकॉर्ड भी कायम किए. लेकिन इस मुकाम तक पहुंचना शाहिद के लिए कभी भी आसान नहीं था. एक्टर को काफी स्ट्रगल करना पड़ा था. स्ट्रगल भी ऐसा जहां खाने के भी लाले पड़े थे और रहने के लिए जगह भी कम पड़ जाती थी.
बता दें कि 25 फरवरी को शाहिद कपूर का बर्थडे है.
शाहिद के संघर्ष वाले दिन
शाहिद ने एक बार बताया था कि करियर के शुरुआती समय में उन्हें कई बार रिजेक्शन झेलना पड़ा था. एक्टर की माने तो उन्हें 100 बार फिल्म रोल के लिए मना किया गया था. उन्होंने ऑडिशन कई दिए, लेकिन हमेशा असफलता हाथ लगी. वजह कोई भी क्यों ना रही हो, लेकिन शाहिद को बड़े पर्दे पर आने का मौका नहीं मिल रहा था. वैसे ये वो दौर था जब शाहिद के लिए सिर्फ मुसीबत ये नहीं थी कि उनके पास फिल्म ऑफर नहीं आ रहे थे, दिक्कत तो ये भी थी कि एक्टर अपने के लिए खाने का भी इंतजाम नहीं कर पा रहे थे. वे ऑडिशन का किराया देने में भी समर्थ नहीं थे.
शाहिद को मिला नेपोटिज्म का फायदा?
अब यहां पर गौर करने वाली बात ये है कि शाहिद कहने को एक्टर-डायरेक्टर पकंज कपूर के बेटे हैं, लेकिन उन्हें उनके नाम की वजह से कभी भी काम नहीं मिला. ऐसा देखने को नहीं मिला कि क्योंकि वे पकंज कपूर के बेटे हैं, इसलिए उन्हें स्ट्रगल नहीं करना पड़ेगा और सीधे उनकी हाथ बड़ी फिल्म लग जाए. एक्टर ने खुद भी कभी अपने पिता के नाम का इस्तेमाल नहीं किया, बल्कि उन्होंने संघर्ष किया और सिर्फ अपने टैलेंट पर भरोसा जताया.
कैसे बदला करियर?
उस टैलेंट की वजह से शाहिद को टीवी एड्स में तो काम मिलने लगा, लेकिन फिल्मों का सफर फिर भी दूर रहा. एक्टर ने कुछ समय तक यूं ही टीवी एड्स और एक बैक डांसर के तौर पर काम किया, फिर 2003 में उन्हें उनके धैर्य का फल मिला. एक्टर को उनकी पहली फिल्म इश्क-विश्क में काम करने का मौका मिल गया. उस फिल्म ने शाहिद की जिंदगी बदलकर रख दी. एक्टर को अपनी फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिल गया और बॉक्स ऑफिस पर भी परफॉर्मेंस शानदार रहा. इसके बाद एक्टर ने अमृता राव संग विवाह जैसी बेहतरीन फिल्म में भी काम कर लिया और बतौर स्टार एक्टर की पहचान बन गई.
अब आज शाहिद कपूर कहने को फ्लॉप फिल्में भी करते हैं, लेकिन इस इंडस्ट्री में उनका एक स्टैंडर्ड बन गया है. उन्हें भी पता है कि उनके पास अच्छी फिल्मों की कमी नहीं है और वे कभी भी आसानी से मजबूत कमबैक कर सकते हैं.