संजय लीला भंसाली की सीरीज 'हीरामंडी' जब से रिलीज हुई है चर्चा में हैं. इस सीरीज को मिक्स रिव्यू मिले थे. सीरीज में काम करने वाले कलाकारों को खूब सराहा गया, लेकिन भंसाली की भांजी और एक्ट्रेस शर्मिन सहगल लगातार ट्रोल हो रही हैं. दर्शकों ने शर्मिन की परफॉरमेंस को 'बिना एक्सप्रेस' और 'बिना इमोशन' वाला बताया था. हाल ही में भंसाली ने भी सफाई दी थी कि उन्होंने नेपोटिज्म के चले शर्मिन सहगल को 'हीरामंडी' में कास्ट नहीं किया था.
बॉलीवुड हंगामा संग इंटरव्यू के दौरान एक्टर शेखर सुमन और उनके बेटे अध्ययन सुमन से शर्मिन सहगल और उन्हें मिलने वाली आलोचना को लेकर सवाल किया गया. इस दौरान शेखर सुमन ने कहा कि वो समझते हैं कि शर्मिन ने क्यों अपने किरदार को उस तरह निभाया है, जैसी वो पर्दे पर दिख रही हैं. लेकिन अध्ययन ने इस पर खुलकर अपने विचार रखे. साथ ही अपनी को-स्टार को सलाह भी दी.
अध्ययन सुमन ने कही ये बात
अध्ययन सुमन ने कहा, 'मुझे लगता है कि वहम में न रहना जरूरी है. किसी भी तरह की असलियत को अपना लेना बहुत जरूरी है. ये समझना बहुत जरूरी है आप कौन हैं. ये समझना बहुत जरूरी है कि आपके अंदर अगले 15-20 सालों तक लड़ने की शक्ति है या नहीं. आपके लिए ये बहुत जरूरी है कि आप खुद से झूठ न बोलें.'
अध्ययन ने कहा कि उन्हें ऐसा इसलिए लगता है क्योंकि वे इन चीजों से गुजर चुके हैं. एक वक्त था जब खराब दौर के बाद उन्हें इंडस्ट्री ने नकार दिया था. तब उन्होंने खुद पर काम किया और एक अच्छे एक्टर के रूप में उभरे. उन्होंने कहा, 'वो अपनी परफॉरमेंस के लिए आलोचना पा रही हैं, तो उन्हें सामने आना चाहिए और लोगों से इस बारे में बात करनी चाहिए. ऑडियंस काफी दयालु है. अगर उन्हें लगेगा कि आपने कड़ी मेहनत की है तो वो आपको एक और मौका जरूर देगी.'
शेखर सुमन ने किया शर्मिन का बचाव
शेखर सुमन ने शर्मिन सहगल के ट्रोल होने पर बात की. उन्होंने कहा कि उनके हिसाब से ये सही नहीं है. साथ ही उन्होंने बताया कि वो शर्मिन को सपोर्ट क्यों करते हैं. हालांकि शेखर ने भी ये साफ-साफ नहीं कहा कि 'हीरामंडी' में शर्मिन ने बढ़िया काम किया था. वो बोले, 'अगर आपको लगता है कि आलोचना करने का कोई सही कारण हैं, तो इस बारे में तुरंत सोचें कि वो ऐसा जो कह रहे हैं, वो क्यों कह रहे हैं. और अगर आपको लगता है कि उनकी बातों में पॉइंट है, तो खुद में सुधार करें और उन्हें गलत साबित करें. और अगर वे बिना किसी सिर-पैर की बात कर रहे हैं तो उन्हें नजरअंदाज करें.'
शेखर ने कहा कि अगर भंसाली जैसे अनुभवी फिल्मकार को शर्मिन सहगल के स्किल्स पर भरोसा नहीं होता, तो वह इस रोल के लिए उन्हें नहीं लेते. और अगर वे कभी भी उनके परफॉरमेंस से खुश नहीं होते तो इस बात का ध्यान रखते कि शर्मिन वैसे ही काम करें, जैसे वो चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'मेरे ख्याल से लोग शर्मिन के लिए बहुत ज्यादा सख्ती दिखा रहे हैं. एक्टिंग के बहुत सारे स्कूल होते हैं. अगर वो सही नहीं होती तो भंसाली साहब अपने नाम, करियर और रेपुटेशन पर रिस्क क्यों लेते, वो भी इसलिए क्योंकि वो उनकी भांजीजी हैं.'
कुछ वक्त पहले ही शर्मिन सहगल ने ट्रोलिंग को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी थी. शो में अपनी एक्टिंग को लेकर आलोचना पर वो खुद का बचाव करती नजर आईं. न्यूज 18 से बातचीत में एक्ट्रेस ने कहा था कि उन्होंने आलमजेब के किरदार को अपना सब कुछ दे दिया था. वहीं इंडिया टुडे संग बातचीत में भंसाली ने शर्मिन सहगल को कास्ट करने और उनके काम को लेकर बात करते हुए सफाई दी थी कि उन्होंने एक्ट्रेस को शो में क्यों लिया.