'हीरामंडी' में अपने काम के लिए तारीफ बटोर रहे एक्टर शेखर सुमन ने हाल ही में बीजेपी जॉइन की थी. अब शेखर ने कहा है कि उन्होंने अपने पॉलिटिकल करियर के लिए एक टाइम लिमिट सेट की है. अगर वो उस सेट टाइम में पार्टी की सेवा नहीं कर पाए तो बीजेपी छोड़ देंगे.
शेखर ने ये भी कहा कि उन्होंने अपनी इंडस्ट्री और राज्य की सेवा के लिए पॉलिटिक्स जॉइन की है. वो भले राजनीति में आ गए हों मगर राजनीतिक उठा-पटक, बहस या महत्वाकांक्षा का हिस्सा नहीं बनना चाहते.
पॉलिटिशियन नहीं, पॉलिटिक्स से जुड़ा एक्टर बनना चाहते हैं शेखर
न्यूज 18 के साथ एक बातचीत में शेखर ने कहा, 'मैं अभी भी एक ऐसा एक्टर ही बने रहना चाहता हूं जो पॉलिटिक्स का हिस्सा है ताकि इससे मुझे वो चीजें करने के लिए एमपावरमेंट मिले जो मैं अपनी इंडस्ट्री और अपने राज्य के लिए करना चाहता हूं. मैं राजनीतिक उठा-पटक और बहसों और राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का हिस्सा नहीं बनना चाहता. मैं एक पॉलिटिशियन नहीं हूं. मैं पॉलिटिक्स में नहीं रहना चाहता और फिर भी पॉलिटिक्स में रहना चाहता हूं और वो चीजें करने के लिए जो मैं करना चाहता हूं.'
शेखर ने अपने राजनीतिक करियर पर लगाई है टाइम लिमिट
शेखर ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि वो काम नहीं कर पा रहे फिर भी राजनीति में बने रहेंगे. उन्होंने बताया, 'मैंने अपने लिए एक टाइम लिमिट सेट की है और अगर मैं वो डिलीवर नहीं कर पाया जो मैंने खुद से वादा किया है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा. मैं यहां एक खास उद्देश्य से आया हूं- सेवा करने के लिए. अगर मैं सेवा नहीं कर पाऊंगा, तो बस बने रहने के लिए यहां होने का कोई फायदा नहीं है. लेकिन जब आप इतनी पॉजिटिविटी और विश्वास के साथ आते हैं तो ईश्वर मदद करता है.'
बता दें, शेखर ने 7 मई को बीजेपी जॉइन की थी. उन्होंने राजनीति में करीब 15 साल बाद वापसी की है. उन्होंने 2009 में कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था, मगर इस सीट पर सीनियर एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा की जीत हुई थी.
शेखर के वर्कफ्रंट की बात करें तो वो हाल ही में संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी' में नजर आए थे. नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही इस सीरीज में शेखर ने नवाब जुल्फिकार अहमद का किरदार निभाया है.