लता मंगेशकर की याद में आजतक के खास कार्यक्रम 'श्रद्धांजलि: तुम मुझे भुला ना पाओगे' में सिंगर सोना मोहपात्रा ने शिरकत की. सोना ने यहां लता दीदी के सुपरहिट गानों को गुनगुनाया. सोना ने बताया कैसे लता दीदी की लीगेसी को हमें संजोकर रखना चाहिए. उन्होंने ये भी खुलासा किया कि बचपन में उन्हें उनकी मोटी आवाज की वजह से लता के गाने ना गाने को कहा गया था.
सोना मोहपात्रा ने बताई अपनी ख्वाहिश
सोना मोहपात्रा ने एक जरूरी मुद्दा उठाया. उन्होंने लेजेंडरी सिंगर लता मंगेशकर से सभी गानों को आर्काइव करने की अपील की. उनकी लीगेसी को संभालकर रखने का मुद्दा उठाया. सोना ने कहा- हमें एक बात पर एक्शन लेना चाहिए. हम बातचीत कर लेते हैं लेकिन सिनेमा और म्यूजिक को कैसे आरकाइव करना है उसपर फोकस नहीं करते. लता जी की रिकॉर्डिंग को नैचुरल फॉर्म में आरकाइव करना चाहिए. इस बारे में कोशिश होनी चाहिए.
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जब सोना को कहा गया- लता के गाने मत गाओ
वो कहती हैं- हम तीन बहनें थीं. सबको लगता था मेरी आवाज इतनी भारी है कि लता का गाना कभी नहीं गाना चाहिए. कभी मुझे प्रोत्साहित नहीं किया जाता था. मुझे कहते थे तुम अंग्रेजी गाना गाओ. अच्छी बात ये रही मैंने इनकी बातें नहीं सुनी. हर उम्र में लता जी के गाने मेरे लिए माइलस्टोन बने.
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''एक मेमोरी है जब मेरी बड़ी बहन भरतनाट्यम-कथक सीखती थी. हम लोग नाइजीरिया में थे. वहां इंडियन कम्यूनिटी के लिए उसने डांस परफॉर्म किया था. तब वहां गाने को कोई नहीं था तो मैंने गाया था. उसके बाद मैंने लता जी के गानों की लिस्ट बनाई. मैं उनकी लेगेसी से इंस्पायर हूं.''