
देशभर में मदद का हाथ बढ़ाने वाले सोनू सूद ने जालौर के एक दिहाड़ी मजदूर की बेटी को नई जिंदगी दी है. दरअसल दिहाड़ी मजदूर की 10 दिन की बेटी के दिल में छेद था जिसके इलाज के लिए सोनू सूद आगे आए. उन्होंने मुंबई ले जाकर बच्ची की हार्ट सर्जरी करवाई जिससे बच्चे को एक नई जिंदगी मील गई. आपको बता दें कि जालोर शहर के गोडीजी निवासी भगाराम माली के घर 1 जून को बच्ची का जन्म हुआ था. जन्म से बच्चे के दिल में छेद था इसके बाद बच्ची के पिता ने उसके इलाज के लिए प्रयास किए लेकिन दिहाड़ी मजदूर एवं गरीब परिवार के होने से इलाज करवाने में सक्षम नहीं था.
हार्ट सर्जरी के बाद पूरी तरह से स्वस्थ बच्ची
वहीं बच्ची की सर्जरी के लिए जोधपुर में बच्ची के परिजनों को निजी अस्पताल में 8 लाख रुपए का खर्च बताया गया था. जिसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से सोनू सूद से मदद मांगी जिस पर सोनू सूद ने 7 जून को जानकारी मिलते ही जोधपुर से उनके प्रतिनिधि हितेश जैन को जालौर भेजा और एंबुलेंस भेज कर बच्चे के इलाज के लिए उसके पिता व बच्ची को मुंबई बुलाया तथा मुंबई में बच्ची का सफल ऑपरेशन किया गया. इसके बाद सोनू सूद फाउंडेशन की टीम ने मुंबई से फ्लाइट से बच्ची व उसके पिता को घर पहुंचाया. बच्चे की हार्ट सर्जरी के बाद वो पूर्ण रूप से स्वस्थ है. इलाज के बाद बच्चे के पिता भगाराम का कहना है कि बच्ची का इलाज इतना महंगा था और उनका परिवार इलाज करवाने के लिए सक्षम नहीं थे. सोनू सूद एक भगवान की तरह हैं जिन्होंने उनकी बच्ची को नई जिंदगी दी है. इसलिए मासूम बच्ची का नाम भी सोनू के नाम पर रखा है.
ठीक होने के बाद मिली अस्पताल से छुट्टी
अभिनेता सोनू सूद की वजह से दिल में छेद वाली मासूम को नई जिंदगी मिल गई. सफल ऑपरेशन के बाद रविवार को मुंबई के अस्पताल से छुट्टी मिलने पर सोमवार दोपहर बच्ची अपने घर पहुंच गई. सोनू के घर पहुंचते ही परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं रहा. फिल्म अभिनेता सोनू सूद का परिवार ने आभार जताया. मासूम बच्ची के दिल में छेद की वजह से परिजनों का दिल बैठ गया था और उन्हें इस बात का डर सताने लगा था कि बच्ची जिंदा रहेगी या नहीं. निजी अस्पताल में इलाज के लिए 8 लाख रुपए खर्च बताया गया था जो दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवार के लिए संभव नहीं था.
सोनू सूद के नाम पर परिवार ने रखा बेटी का नाम
बता दें कि जब परिवार की पीड़ा सोशल मीडिया के जरिए अभिनेता सोनू सूद तक पहुंची तो उन्होंने इलाज की व्यवस्था करवाई. इसके अलावा बच्ची के इलाज के लिए करीब 3 लाख रुपये का खर्च आया. सफल ऑपरेशन के बाद सोनू जालौर पहुंची और जैसे ही घर आई तो परिवार में खुशी का माहौल छा गया. सोनू के माता-पिता दादा-दादी सहित परिवार के सदस्यों के चेहरे पर खुशी थी. वहीं घर के आगे परिवार के सदस्यों ने तिलक लगाकर स्वागत करते हुए आरती भी उतारी. उनके पिता भगाराम का कहना है कि सोनू सूद ने उनकी बेटी को दूसरा जीवन दिया है. वह नहीं होते तो बच्ची को कोई नहीं बचा सकता था. यह जीवन उन्हीं का दिया हुआ है. बता दें कि मदद का हाथ बढ़ाने पर परिवार ने बच्ची का नाम सोनू रख दिया था.
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सर्जरी में आया तीन लाख का खर्च
सोनू सूद फाउंडेशन के सदस्य हितेश जैन के मुताबिक 10 जून को बच्ची को पिता के साथ एंबुलेंस से मुंबई ले जाया गया जहां मुंबई में एचआरसीसी अस्पताल में उपचार करवाया गया. 14 जून को बच्चे की सफल सर्जरी हो गई जिसके बाद 6 दिन तक चिकित्सकों की टीम की देखरेख में बच्ची को रखा गया. 20 जून तक तीन बार टेस्ट होने एवं स्वास्थ्य रिपोर्ट आने पर रविवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. उन्होंने बताया कि सर्जरी का खर्च करीब ₹3 लाख रुपए आया.
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सोनू सूद ने उठाया पूरा खर्चा
यह खर्चा अभिनेता सोनू सूद की ओर से व्यय किया गया है. वहीं बच्ची के सफल ऑपरेशन के बाद मुंबई से फ्लाइट के जरिए जोधपुर एयरपोर्ट से बच्चे को जालौर तक पहुंचाने के लिए भी सोनू सूद की टीम की ओर से जोधपुर निवासी हितेश जैन के साथ बच्चे को उसके पिता जालौर पहुंचे. उन्होंने बताया कि बच्ची की सर्जरी के बाद सोनू स्वस्थ हैं वहीं परिवार के सदस्यों में खुशी हुई है. आपको बता दें कि अभिनेता सोनू सूद की वजह से एक मासूम बच्ची को नई जिंदगी मिलने से हर कोई सोनू सूद फाउंडेशन की सराहना करता नजर आ रहा है वही सोनू सूद का कार्य काबिले तारीफ है.
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