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एथलीट की मदद के लिए आगे आए सोनू सूद, खुद फोन कर क‍िया मदद का वादा

युवा एथलीट मनोज जांग‍िड़ को सोनू की टीम की ओर से बताया गया कि उन्हें वो स्पेशल जूते मिलेंगे जो ट्रेनिंग के लिए जरूरी होते हैं. इसके अलावा दवाओं आदि के लिए भी जांगिड़ को मदद का भरोसा दिया गया.

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सोनू सूद
सोनू सूद

अभिनेता सोनू सूद अब ऐसे रीयल लाइफ हीरो बन गए हैं जिनकी ओर लोग मदद की उम्मीद से देखते हैं. सोनू भी अपनी टीम के साथ यथासंभव हर किसी की मदद की कोशिश करते हैं. इसी कड़ी में जयपुर के एक एथलीट मनोज जांगिड़ सोनू सूद की ओर से मिली मदद की तारीफ करते नहीं थक रहे.  

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जांगिड़ एक रेस वॉकर (तेज पैदल चाल एथलीट) हैं. वे ऐसे परिवार से आते हैं जिसका सीमित संसाधनों की वजह से मुश्किल से गुजारा हो पाता है. उनके पिता बढ़ई हैं. जांगिड़ अपनी ओर से नेशनल रेस वॉकर बनने के सपने को पूरा करने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं.  

जांगिड़ ने 2019 में, राष्ट्रीय स्तर पर रेस वॉकिंग इवेंट में 5वां स्थान पाने में कामयाबी पाई. उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट, ट्विटर का सहारा लिया और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए सोनू सूद से मदद मांगी. जांगिड़ के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब सोनू ने एक दिन में ही जवाब दिया और मदद का भरोसा जताया.  

सोनू सूद ट्वीट

असल में जांगिड़ के ट्वीट के बाद, अभिनेता सोनू सूद के मैनेजर ने फोन पर सारी जानकारी देने को कहा. बाद में, सोनू ने खुद भी जांगिड़ को फोन किया. युवा एथलीट को सोनू की टीम की ओर से बताया गया कि उन्हें वो स्पेशल जूते मिलेंगे जो ट्रेनिंग के लिए जरूरी होते हैं. इसके अलावा दवाओं आदि के लिए भी जांगिड़ को मदद का भरोसा दिया गया.  

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जांगिड़ ने सोनू को लिखा था कि वो ट्रेनिंग में फटे जूते पहन कर हिस्सा ले रहे हैं और उसे नए खास तरह के अच्छी क्वालिटी के जूतों की आवश्यकता है. रेस वॉकिंग के लिए गहन ट्रेनिंग की जरूरत होती है. जांगिड़ ने ये भी बताया कि वो प्रैक्टिस के लिए हर दिन 40 किलोमीटर चलते हैं. जांगिड़ ने कुछ दवाओं के लिए भी मदद मांगी. इसके बाद सोनू ने जांगिड़ को फोन पर बताया कि जूते और दवाएं जल्दी ही उस तक पहुंच जाएंगे. 

एक्टर की मदद पर ऐसा है मनोज का रिएक्शन 

ये सब जांगिड़ को सपने जैसा लग रहा था. आजतक/इंडिया टुडे ने जयपुर में जांगिड़ से संपर्क किया तो एथलीट ने कहा, मेरी हैरानी का कोई ठिकाना नहीं था जब सोनू सर ने जवाब दिया. मैं हमेशा इस मदद के लिए उनका शुक्रगुजार रहूंगा.  

सोनू सूद देश में कोरोना महामारी की शुरुआत से ही अपनी टीम के साथ जरूरतमंदों को मदद पहुंचा रहे हैं. कई प्रवासी मजदूरों को उन्होंने लॉकडाउन के दौरान उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने में मदद की.

 

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