बॉलीवुड में अपनी खनकदार आवाज से जबरदस्त पहचान बना चुके सिंगर सुखविंदर सिंह ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में सामने आए ड्रग्स एंगल पर अपनी बात रखी है. सुखविंदर को उम्मीद है कि बॉलीवुड में क्लीन अप होगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पूरे बॉलीवुड को ड्रग्स नगरी कहने जैसी बातें एकदम बेबुनियाद है.
सुखविंदर ने कहा- मुझे लगता है कि लोगों को इस मामले में बोलना चाहिए. पहले लोग मूड बनाने के लिए शौक रखते थे लेकिन अब एक तरह की वेव चली है जो हर किसी को तकलीफ दे रही है. जो लोग एक्टर्स को इतना मान-सम्मान देते थे, वे भी हर्ट हो रहे हैं और जो एक्टर्स जो कभी ड्रग्स नहीं लेते थे, वे भी इस पूरे मामले में टारगेट हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि चीजें अभी और खराब होंगी लेकिन फिर धीरे-धीरे बेहतर होती चली जाएंगी. मुझे लगता है कि मीटू मूवमेंट के बाद लोग महिलाओं के साथ बेहतर ढंग से पेश आ रहे हैं. ऐसे ही अब जो लोग थोड़ा बहुत भी ड्रग्स करते थे, वे भी इस जांच के चलते ऐसा करना छोड़ देंगे और सिर्फ बॉलीवुड ही क्यों. इसके अलावा भी कई लोग हो सकते हैं. कई लोग म्यूजिक इंडस्ट्री के भी हो सकते हैं.
सुखविंदर का मानना है कि सरकार फिल्म इंडस्ट्री पर निशाना नहीं साध रही है, क्योंकि अगर ऐसा होता तो कई सालों पहले ही सरकार ऐसा कर सकती थी. सुखविंदर ने उम्मीद जताई कि जो लोग ड्रग्स ले रहे हैं उन पर फोकस के बजाए पेडलर्स पर जांच एजेंसियों को ज्यादा ध्यान देना चाहिए क्योंकि यही लोग हैं जो समाज में ड्रग्स की खेप को आगे बढ़ाते हैं और वे इस मामले में बड़े कसूरवार हैं.
कई बेहतरीन सितारों के लिए जैसी भाषा इस्तेमाल हो रही है, वो देख दुख होता है: सुखविंदर
सुखविंदर ने कहा, ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग सोशल मीडिया पर इन चीजों का खूब मजा ले रहे हैं. इन लोगों की कोई आइडेंटिटी नहीं है और ये सेलेब्स पर निशाना साधते हैं और इनके पास खोने के लिए कुछ नहीं होता. बॉलीवुड इस मामले में एक बेहद सॉफ्ट टारगेट है. हमारी फिल्म इंडस्ट्री में इतने लोग हैं जिन्होंने देश का नाम ऊंचा किया है जो कई मायनों में प्रेरक हैं लेकिन सोशल मीडिया पर और कई चैनल्स द्वारा भी इन सितारों के लिए इस्तेमाल की जा रही भाषा बेहद दिल दुखाने वाली है.