सुष्मिता सेन को लोग उनकी एक्टिंग के साथ-साथ जिस एक चीज के लिए बहुत चाहते हैं, वो है लाइफ मे उनके लिए वो फैसले जिनसे सभी प्रेरणा लेते हैं. 46 साल की सुष्मिता अभी तक सिंगल तो हैं ही, लेकिन वो एक सिंगल मदर भी हैं और उनकी दो बेटियां हैं.
सुष्मिता ने जब अपनी पहली बेटी रेने को एडॉप्ट किया तो कानूनी लड़ाई लड़ी. लेकिन जब दूसरी बेटी अलीसा को एडॉप्ट करने की बारी आई तब भी सुष्मिता के लिए राह आसान नहीं रही और इस बार लड़ाई और लंबी चली. ट्विंकल खन्ना से एक ताजा बातचीत में सुष्मिता ने बताया कि अलीसा को एडॉप्ट करने के लिए उन्हें 10 साल का इन्तजार करना पड़ा.
कैसे आया एडॉप्ट करने का आईडिया
सुष्मिता ने कहा कि मिस यूनिवर्स के दौरान उन्हें पहली बात एडॉप्शन सेंटर ले जाया गया तो उनकी उम्र सिर्फ 19 साल थी. उन्होंने कहा, "ये दिल तोड़ देने वाला था क्योंकि मैं वहां सिर्फ तस्वीरें खिंचवा रही थी. लेकिन अंदर से कुछ महसूस हुआ कि ये ठीक नहीं है. मैंने अपनी मौसी और बाकी सब से पूछना शुरू किया कि अगर मैं एडॉप्ट करना चाहूं तो कितनी मुश्किल होगी?"
सुष्मिता से लोगों ने कहा कि अगर उन्हें ऐसा करना है तो शादी करने से पहले सब कर लेना चाहिए क्योंकि उसके बाद दिक्कत होगी. सुष्मिता के मन में तभी से ये सवाल घर कर गया और इस बात पर उनकी मां ये कहते हुए उनसे नाराज हुई थीं कि 'तुम अभी खुद बच्ची हो'.
24 साल की उम्र में रेने को लिया था गोद
सुष्मिता ने कहा कि उन्होंने अप्लाई 21 साल की उम्र में किया था और हाई कोर्ट में उनके मामले को सुनवाई तक पहुंचने में 3 साल लग गए. सुष्मिता ने कहा, "जज ने मुझे देखा और कहा कि मेरी प्रैक्टिस के 38 साल में, अगर मैंने आज इस ऑर्डर पर साइन किए और तुमने ये काम ठीक से नहीं किया तो तुम और मैं दोनों जिम्मेदार होंगे."
सुष्मिता ने कहा कि वो कोर्ट में ही रोने लगी थीं. फिर जज ने उनके पिता से सवाल किया पूछा, "मिस्टर सेन आपकी बेटी की शादी और सबकुछ इस फैसले से प्रभावित होगा. आपको इससे कोई समस्या नहीं है?" सुष्मिता ने बताया कि उनके पापा बहुत सच्चे आदमी हैं और उन्होंने कोर्ट में भी ऐसा ही कुछ कहा, शायद उनकी बात की वजह से ही जज राजी हुए.
उन्होंने बताया, "मेरे पिता ने कहा- कोई भी पिता इस फैसले से सहमत तो नहीं होगा. लेकिन हमने उसे इस तरह बड़ा नहीं किया कि उसकी एकमात्र पहचान यही हो कि वो किसी की पत्नी है. लेकिन एक बात मुझे अच्छे से पता है, उसने मां बनने का ये फैसला किया है और मेरी बेटी पर मुझे एक बात का यकीन है कि वो अपने फैसले को पूरी तरह निभाती है. वो इसे भी निभाएगी. और उसे मेरा सपोर्ट है, उसकी मां हैं, उसके साथ पूरा परिवार है." सुष्मिता ने कहा कि जज ने इस फैसले पर जो मुहर लगाईं उसकी आवाज वो कभी नहीं भूल सकतीं.
अलीसा के लिए लड़ी अलग लड़ाई
सुष्मिता ने बताया कि अलीसा के समय एडॉप्ट करने में तो दिक्कत नहीं आई, मगर इस बार उन्हें एक अलग लड़ाई लड़नी पड़ी. सुष्मिता ने बताया कि कानून के हिसाब से नियम था कि अगर किसी ने एक लड़की गोद ले रखी है, तो उसे दूसरी बार एक लड़का एडॉप्ट करना पड़ेगा, आप दोनों बच्चे सेम जेंडर के नहीं अडॉप्ट कर सकते.
उन्होंने कहा, "लेकिन अनाथालय में सिर्फ लड़कियां ही थीं. तो 10 साल हमने, एडॉप्शन का इंतजार कर रहे दूसरे परिवारों के साथ मिलकर इसे एक 'क्लास एक्शन सूट' की तरह लड़ा. हम 15 नवंबर को जीते, 18 को अलीसा घर आईं. तो लोगों को सुनाने के लिए उनकी फेवरेट स्टोरी ये है कि मेरी मां को मेरे लिए 10 साल इन्तजार करना पड़ा. उन्हें कानून बदलवाने पड़े, तब जाकर मैं घर आई."
आर्या में नजर आई थीं सुष्मिता
सुष्मिता सेन स्क्रीन पर आखिरी बार डिज्नी प्लस हॉटस्टार की वेब सीरीज 'आर्या 2' में नजर आई थीं. सुष्मिता सेन ने एक लम्बे ब्रेक के बाद, 2020 में इस शो के पहले सीजन से स्क्रीन पर वापसी की थी. उनकी वापसी तो दमदार थी ही लेकिन दूसरे सीजन में सुष्मिता के काम को जमकर तारीफ मिली. लोग अब बेसब्री से 'आर्या 3' का इंतजार कर रहे हैं.