'द केरल स्टोरी' रिलीज से पहले ही विवादों में आ चुकी है. फिल्म पर केरल में भी विवाद हो रहा है. कई राजनीतिक पार्टियां फिल्म का विरोध कर रही हैं. इस फिल्म को लेकर इतना विवाद क्यों हो रहा है? इसकी कहानी कितनी सच्ची है? 'ब्लैक एंड व्हाइट' शो में 'द केरल स्टोरी' के प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और एक्ट्रेस ने फिल्म को लेकर हर सवाल का जवाब दिया.
खत्म हो चुका है लॉजिक
फिल्म के प्रोड्यूसर विपुल शाह से जब पूछा गया कि क्या ये एक प्रोपगेंडा फिल्म है. इस पर उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि जब लॉजिकल बहस खत्म हो जाती है, तो बहुत आसान होता है कहना कि प्रोपगेंडा फिल्म है. जितने भी लोग ये कह रहे हैं कि ये प्रोपगेंडा फिल्म है, उसमें से किसी ने भी इस फिल्म को देखा नहीं है. देखने से पहले तय हो जाता है कि ये प्रोपगेंडा फिल्म है.'
आगे उन्होंने कहा, 'हम जब इन लड़कियों से मिले, इन्हें समझा तो लगा कि ये इतना जरूरी सब्जेक्ट है कि इस देश में किसी को पता ही नहीं है. तब हमने फैसला किया कि ये फिल्म जरूर बनाएंगे. ये फैसला हमने तीन साल पहले किया था. उस समय हमें कहां पता था कि इलेक्शन आ रहे हैं. जरूरी ये है कि हमें इस फिल्म के सब्जेक्ट पर बात करनी चाहिए. प्रोपगेंडा है या नहीं. ये बहुत छोटी बात है. हमने इस फिल्म को टाइम लेकर इसलिए बनाया, क्योंकि हम चाहते थे. इसकी एक-एक लाइन सच्ची कहानी से निकलकर आए.'
रियल है कहानी
विपुल कहते हैं, 'हम कह सकते हैं कि ये बिल्कुल सच्ची कहानी है. तीन लड़कियों की कहानी है इसमें. एक जो अफगानिस्तान की जेल में है. एक वो जिसने खुदखुशी कर ली. एक वो जो गैंगरेप होने के बाद अंडरग्राउंड है. हर एक लाइन सच्ची है. हम हर चीज का प्रमाण दे सकते हैं. लोगों को लगता है कि कौन देखेगा ये फिल्म. पर फिर हमने सोचा कि हम करेंगे ये. हमारे साथ कोई नहीं था. हमने सोच लिया था कि अच्छी क्वालिटी वाली सच्ची फिल्म बनाएंगे. सब कुछ हमने खुद किया. ये बहुत दुख की बात है कि हमें सिक्योरिटी लेकर घूमना पड़ रहा है. हमें पता है कि JNU में विरोध हो रहा है, लेकिन फिर भी हम JNU जाएंगे.'
'द कश्मीर फाइल्स' से तुलना होने पहले प्रोड्यूसर ने कहा, 'मुझे लगता है कि फिल्म की सबसे बड़ी सफलता तब होगी, जब लड़कियां सतर्क हों. इस पर नेशनल डिबेट हो और कुछ काम हो. हम लव जिहाद शब्द यूज नहीं करना चाहते, क्योंकि ये एक पॉलिटिकल टर्म हो जाता है.'
50 हजार लड़कियों की कहानी है फिल्म
वहीं फिल्म के डायरेक्टर से सुदिप्तो सेन से पूछा गया कि फिल्म बनाते हुए किन परेशानियों का सामना करना पड़ा, तो उन्होंने कहा, 'मैं इसको परेशानियां नहीं बोलता हूं. ये हम चॉइस से गए थे.'
'2014 में बहुत चर्चा हुई थी कि एक 19 साल की लड़की ने इस्लाम अपना लिया था. बाद में उसे पछतावा हुआ था. ये 30000 लड़कियों नहीं, बल्कि 50 हजार लड़कियों की कहानी है. नंबर जरूरी नहीं है. अगर एक लड़की को भी परेशानी हुई, तो ये बहुत शर्म की बात है. बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन हमने ये फिल्म बनाई.'
'हम सोच रहे थे कि साउथ की तरफ से कोई एक्ट्रेस फिल्म करे, लेकिन सबने फिल्म करने से मना कर दिया. इसलिए हम अदा का शुक्रिया करना चाहेंगे. गाने की राइटर मुस्लिम है, जिसे अब धमकी मिल रही है. हमें 6 महीने लगे कास्ट ढूंढने में. केरल में लव जिहाद है. हम यही चाहेंगे लव जिहाद के पीछे की कहानी सामने आनी चाहिए.'
देश हमारे साथ है
फिल्म की लीड एक्ट्रेस अदा शर्मा कहती हैं, 'सुदिप्तो सर ने फिल्म पर सात साल तक रिसर्च किया. पूरा देश हमारे साथ है. फिल्म करने के बाद मैं पहले से ज्यादा अच्छी इंसान हो गई हूं.'
'द केरल स्टोरी' 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. इसके डायरेक्टर सुदीप्तो सेन हैं और प्रोड्यूसर विपुल अमृतलाल शाह.