कोई भी जंग चाहे जिस भी देश में हो रही हो, किसी को नहीं भाती. खुद रूस के कई ऐसे नागरिक हैं जो जंग का विरोध कर रहे. दुनियाभर के लोग चाह रहे हैं कि ये जंग जल्द थम जाए. मगर जंग है जो थमने का नाम ही नहीं ले रही है. दोनों देशों के बीच इस लड़ाई की वजह से दुनियाभर के लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
जगजाहिर है कि यूक्रेन में कई सारे भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई करते हैं. युद्ध की शुरुआत से ही उन्हें भारत सुरक्षित लाने की तैयारी की जा रही है. मगर कई सारे छात्र वहीं फंसे हुए हैं. इससे बड़ी दुखद खबर तो ये है कि इस लड़ाई में एक बेकसूर भारतीय छात्र ने भी अपनी जान गंवा दी है. एक्टर फरहान अख्तर ने इसपर शोक व्यक्त किया था.
भारतीय छात्र की यूक्रेन में मौत
जिस बात का डर था वही हुआ. पिछले कुछ दिनों से भारत की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है कि यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गए मेडिकल छात्रों को वापस ले आया जाए ताकि उनकी जान इस युद्ध में ना चली जाए. मगर शुरुआत हो गई है. जैसे-जैसे रूस का आक्रमण यूक्रेन पर बढ़ रहा है आम नागरिकों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. भारतीय छात्र भी मुश्किल में हैं. हाल ही में नवीन नाम के एक भारतीय छात्र के मरने की खबर सामने आई है. ये जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता Arindam Bagchi ने दी है.
An Indian student is now a casualty of the Ukraine invasion .. feel terrible for the family .. deepest condolences.. hope we can get all our citizens home safe and soon. 🙏🏽
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) March 1, 2022
ये खबर सुनते ही भारतवासियों के बीच मायूसी छा गई है. एक्टर फरहान अख्तर ने इसपर लिखा- 'एक भारतीय छात्र यूक्रेन पर हो रहे आक्रमण का शिकार हो गया है. उसके परिवार के बारे में सोच कर बहुत दुख हो रहा है. गहरी संवेदनाएं. मैं उम्मीद करता हूं कि जल्द से जल्द सारे भारतीयवासी सुरक्षित देश वापस आ जाएं.' फरहान की इस पोस्ट पर लोग दुख जता रहे हैं. ये वाकई में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है.
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भारतीय दूतावास की ओर से मिली थी चेतावनी
गोलीबारी में जान गंवाने वाले नवीन की बात करें तो वे कर्नाटक के रहने वाले थे. बता दें कि मंगलवार को ही भारतीय दूतावास ने सख्त एडवाइजरी जारी की थी. इसमें कहा गया था कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र कीव को जल्द से जल्द छोड़ दें. किसी भी साधन को पकड़ वे कीव छोड़ दूसरी जगहों पर शिफ्ट हो जाएं. आंकड़ों की मानें तो 20 हजार से भी ज्यादा भारतीय, यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करते हैं. इसमें से 4 हजार छात्रों को सुरक्षित भारत वापस ले आया गया है.