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'पहली बार लगा मैं किसी की जान ले सकता हूं' विक्रांत मैसी को याद आई वो घटना

विक्रांत ने बताया है कि रियल लाइफ में वो हिंसा से बहुत बचते हैं. इसके पीछे उनके स्कूल के दिनों में हुई एक घटना है. उन्हें एक हिंसक एक्शन के बाद उन्हें ये डरा देने वाला एहसास हुआ था कि वो सिर्फ हाथों से किसी की जान ले सकते हैं. फिर उन्होंने पिटने पर भी हिंसा नहीं की.

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एक्टर विक्रांत मैसी
एक्टर विक्रांत मैसी

'12वीं फेल' फिल्म से जनता का दिल जीत चुके एक्टर विक्रांत मैसी को लोग अमेजन प्राइम की वेब सीरीज 'मिर्जापुर' में भी बहुत पसंद कर चुके हैं. शो में विक्रांत ने, लीड किरदार गुड्डू पंडित (अली फजल) के छोटे भाई बबलू पंडित का किरदार निभाया था. शॉकिंग हिंसा के लिए पॉपुलर 'मिर्जापुर' में उनका किरदार अपने गुस्सैल और विस्फोटक भाई की तरह हिंसा नहीं, बल्कि दिमागी तिकड़म से चीजों का हल निकालता नजर आया था. 

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अब विक्रांत ने बताया है कि रियल लाइफ में भी वो हिंसा से बहुत बचते हैं. इसके पीछे उनके स्कूल के दिनों में हुई एक घटना है. विक्रांत ने बताया कि कैसे एक हिंसक एक्शन के बाद उन्हें ये डरा देने वाला एहसास हुआ था कि वो सिर्फ हाथों से किसी की जान ले सकते हैं. उसके बाद उन्होंने पिटने पर भी हिंसा नहीं की. 

एक घटना के बाद हमेशा के लिए बदल गए विक्रांत 
प्रखर के प्रवचन पॉडकास्ट में पहुंचे विक्रांत ने अपनी नेटफ्लिक्स फिल्म 'हसीं दिलरुबा' और उसके सीक्वल 'फिर आई हसीन दिलरुबा' का उदाहरण देते हुए बताया कि शायद उनके किरदार को अपनी हिंसक प्रवृत्ति पता लग गई है और वो इसे दबाने की कोशिश करता रहा है. 

विक्रांत ने कहा, 'मैं आपको अपना रियल लाइफ अनुभव बताता हूं. मैं स्कूल में कराटे करता था, मैं एग्रेसिव हो गया और ऐसा महसूस करने लगा कि मुझे कुछ नहीं हो सकता. लंच ब्रेक के दौरान मैंने एक लड़के के जबड़े पर घूसा मार दिया, बिना ये एहसास हुए कि उसे मिर्गी आती है.' विक्रांत ने कहा कि उन्होंने लड़के के मुंह से झाग आने के बाद उसे बेहोश होते देखा. 

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उन्होंने बताया, 'उसका बड़ा भाई आया और उसने मुझे बुरी तरह पीटा. ये सब कुछ ही सेकंड्स में हो गया. मुझे उसके भाई की पिटाई महसूस भी नहीं हुई क्योंकि उस वक्त मैं घबराया हुआ था कि उस लड़के की जान जा सकती है. मैंने सब छोड़ दिया, कराटे करने छोड़ दिए  क्योंकि मुझे एहसास हुआ कि मैं किसी की जान ले सकता हूं. बदकिस्मती से उसके बाद मैं लड़ाइयों में मार ही खाता था क्योंकि फिर मैंने कभी हाथ नहीं उठाया.' 

विक्रांत को है न लड़ पाने का अफसोस?
जब विक्रांत से पूछा गया कि क्या सच में ये 'बदकिस्मती' है कि वो लोगों को मार नहीं पा रहे? तो उन्होंने खुद को करेक्ट करते हुए कहा, 'शायद खुशकिस्मती से, मुझे नहीं पता. शुक्र है कि खुशकिस्मती से, मैंने फिर किसी पर हाथ नहीं उठाया क्योंकि मुझे डर है कि मैं फिर से ट्रिगर हो सकता हूं.' 

जब विक्रांत से कहा गया कि उनके बर्ताव से नहीं लगता कि वो कभी किसी की हत्या कर सकते हैं, तो उन्होंने कहा, 'बर्ताव से भ्रम भी तो हो सकता है, है न?' विक्रांत ने कई प्रोजेक्ट्स में टॉक्सिक प्रवृत्ति वाले ऐसे किरदार निभाए हैं, जिन्हें देखकर उनके बारे में अंदाजा लगा पाना मुश्किल है. जैसे 'अ डेथ इन द गंज', 'गैसलाइट' और 'हसीन दिलरुबा'. अब विक्रांत नेटफ्लिक्स फिल्म 'फिर आई हसीन दिलरुबा' में नजर आएंगे, जिसमें उनके साथ तापसी पन्नू और सनी कौशल भी हैं.  

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