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'आत्मा बेचकर, दूसरे को धोखा देकर नहीं जी सकता' विवेक ओबरॉय ने बताया क्यों छोड़ी इंडस्ट्री

विवेक ओबरॉय अब एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन बन चुके हैं, लेकिन एक समय वो फिल्मों में काफी काम किया करते थे. उन्होंने अपने करियर में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने फिल्म इंडस्ट्री में स्ट्रगल के बारे में बात की है.

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एक्टर विवेक ओबरॉय का सफर फिल्मों में आसान नहीं रहा. सलमान संग पंगा, ऐश्वर्या संग रिश्ता दोनों ने मिलकर उनके फ‍िल्मी करियर को रोक दिया. लेकिन विवेक इंडस्ट्री को छोड़कर ब‍िजनेसमैन बन चुके हैं. मगर एक एक्टर के अंदर की कसक अब तक बरकरार है. उन्होंने इस बार खास बातचीत की.  

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कंपनी फ‍िल्म में लोगों को विवेक की एक्टिंग काफी पसंद आई थी. ये वो दौर था जब स्टार किड्स इंडस्ट्री में छाए रहते थे. विवेक इसके बाद कई फिल्मों का हिस्सा रहे, लेकिन कुछ समय के बाद वो कहीं गायब हो गए थे. उन्हें कई प्रोड्यूसर्स ने काम देना बंद कर दिया था. विवेक के अपने 20 साल के फिल्मी करियर में करीब 60 फिल्में की हैं. अब विवेक दुबई में करोड़ों का बिजनेस संभालते हैं. 

फिल्म इंडस्ट्री एक 'असुरक्षित' जगह

विवेक ओबरॉय ने अपना ध्यान अब अपने बिजनेस को खड़ा करने में लगा लिया है, जिससे उन्हें करोड़ों का फायदा होता है. विवेक ने इसी दौरान फिल्म इंडस्ट्री में अपने मुश्किल समय के बारे में भी बात की, 'मैंने 22 साल के फिल्मी करियर में करीब 67 प्रोजेक्ट्स में काम किया है लेकिन ये इंडस्ट्री बड़ी असुरक्षित जगह है. आप अच्छा काम कर रहे होंगे, अवॉर्ड्स जीत रहे होंगे और एक एक्टर के तौर पर अपना काम कर रहे होंगे लेकिन उसी पल दूसरी तरफ आपको किसी कारण से काम नहीं मिलेगा. 2007 के बाद जब मैंने शूटआउट ऐट लोखंडवाला की थी उसमें गंपथ गाना काफी वायरल हुआ था, मैंने उसके लिए अवॉर्ड्स जीते थे और मैं उम्मीद कर रहा था कि मुझे इसके बाद काफी काम मिलेगा. लेकिन मुझे कोई काम नहीं मिला.' 

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vivek oberoi in 'shootout at lokhandwala'

विवेक ने आगे कहा, 'मैं करीब 14-15 महीना घर में बैठा था अपनी फिल्म की सक्सेस के बावजूद. 2009 के बाद से मैंने सोच लिया था कि अब मैं पूरी तरह से फिल्मों पर निर्भर नहीं रहूंगा, मैं अपने लिए अपना खुद का कुछ काम खड़ा करूंगा. मैं उस परिस्थिति में नहीं रहना चाहता था जहां सिर्फ कुछ चुनिंदा लोग बैठकर मेरा भविष्य तय करें. कोई आपकी टांग खींच सके क्योंकि एक काम जिसे आपने किया वो कोई और बैठकर कंट्रोल कर रहा हो.'

 बिजनेस ने मुझे कुछ करने की आजादी दी

विवेक ने आगे बताया कि कैसे उनके बिजनेस ने उन्हें उस 'फिल्मी लॉबी' से आजादी दिलाई. उन्होंने कहा, 'बिजनेस मेरा हमेशा से प्लान B रहा था और मैंने सोच रखा था कि सिनेमा मेरा जुनून रहेगा. मेरा जीवन बिजनेस ही होगा जो मुझे आजादी दिलाएगा और उस पूरी लॉबी से बाहर निकलने में मदद करेगा. अपनी आत्मा को बेचना या किसी को धोखा देना, कम से कम मेरे लिए जीने का कोई अच्छा तरीका नहीं है. कुछ लोग ऐसा करके जी लेते हैं, लेकिन मेरे साथ वो बात नहीं है.'

अपनी 22 साल की फिल्मी जर्नी से क्या सीखा?

 विवेक ने कहा, 'मैंने कई चीजों को लेकर तनाव महसूस किया है, बहुत टेंशन भी ली है लेकिन वो सब किसी काम नहीं आई. जिंदगी अपना रास्ता कहीं ना कहीं से ढूंढ ही लेती है, एक कर्मा स्कोर होता है कि आप अच्छा करेंगे, आपके साथ अच्छा होगा. आप बुरा करेंगे, आपके साथ बुरा ही होगा. मैं अभी ऐसे मोड़ पर खड़ा हूं जहां मैंने पैसा, नाम, शोहरत, सफलता सब देख रखी है. तो अब ये जीवन बदलने वाला नहीं है.'

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काफी समय से विवेक ओबरॉय किसी फिल्म में काम करते हुए नजर नहीं आए हैं. आखिरी बार उन्हें रोहित शेट्टी की वेब सीरीज 'इंडियन पुलिस फोर्स' में देखा गया था. उन्होंने इस दौरान अपने बिजनेस को खड़ा किया जिसके कारण आज उनकी नेटवर्थ 1200 करोड़ रुपये है. उनकी कंपनी में करीब 400 से भी ज्यादा लोग काम करते हैं. विवेक अब एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन बन चुके हैं. 

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