तारीख थी 6 दिसंबर 2020. शाम का समय था और सभी अपने काम में व्यस्त थे. फिर अचानक से खबर चल पड़ी कि डायरेक्टर अनुराग कश्यप की एक्टर अनिल कपूर संग जोरदार लड़ाई हो गई है. सोशल मीडिया पर दोनों एक दूसरे को जिल्लत के लड्डू खिला रहे हैं. अभी तक लोग कंगना-दिलजीत की ट्विटर वॉर भूले भी नहीं थे, और यहां तो एक दूसरे के करियर से लेकर पर्सनल लाइफ तक, हर चीज पर कमेंट कर दिया गया. बाद में पता चला कि ये दोनों जनाब अपनी फिल्म AK Vs AK को प्रमोट कर रहे थे. अब जिस फिल्म के लिए इन दोनों ने इतना ड्रामा क्रिएट किया, वो रिलीज हो गई है. जानते हैं इस ड्रामा का कितना फायदा हुआ है.
कहानी
सबसे बड़ा ट्विस्ट क्या है, जानते हैं? AK Vs AK में कोई कहानी है ही नहीं. अनिल कपूर फिल्म में भी 'अनिल कपूर' बन गए हैं तो वहीं अनुराग कश्यप भी अपना ही किरदार निभा रहे हैं. मतलब कहानी पूरी तरह रियलिटी पर बेस्ड है और जो भी कुछ होता दिखेगा, वो सब बिल्कुल रियल होगा. ट्रेलर देखकर पता चल गया था कि अनुराग कश्यप ने अनिल कपूर की बेटी सोनम कपूर को किडनैप कर लिया है. उन्होंने अनिल कपूर को टास्क दिया है कि वे एक रात में अपनी बेटी को ढूंढ निकालें. इस जर्नी में आप अनिल कपूर का गुस्सा भी देखेंगे, उनका फूट-फूट कर रोना भी दिखेगा और वे अनुराग कश्यप को बहुत धोएंगे भी.
ये सब आप 1 घंटा 48 मिनट की फिल्म में देख लेंगे. लेकिन कहानी सिर्फ यहां तक नहीं है, इसमें कई सारे ट्विस्ट हैं, भर-भर के सस्पेंस है और कुछ हद तक पागलपन भी. वो सब यहां रिवील नहीं किया जा सकता, इसलिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी. वैसे कश्यप Vs कपूर की जोरदार लड़ाई में कौन जीतेगा?
फिल्म के अंदर 'फिल्म' चल रही है
आप एक फिल्म देख रहे हैं और उस फिल्म के अंदर भी एक और 'फिल्म' चल रही है, तो ये मजा तो अलग ही लेवल का हो जाएगा. ये देखने में काफी रियल तो लगेगा ही, साथ में आप भी बहुत आसानी से कनेक्ट कर जाएंगे. ये विक्रमादित्य मोटवानी निर्देशित AK Vs AK की सबसे बड़ी ताकत है. फिल्म को जिस अंदाज में शूट किया गया है, दिखने में काफी रफ एंड टफ लग रहा है. भाग रहे हैं तो शेक करता हुआ कैमरा, गलियों का वो बाहरी शोर जिसे मेकर्स हमेशा दबा देते हैं, ये सारे एलिमेंट फिल्म को काफी रियल बना रहे हैं.
अनिल-अनुराग की जोड़ी ने मचाया गदर
AK Vs AK में जो भी कलाकार हैं वो सब अपना ही कैरेक्टर प्ले कर रहे हैं. ऐसे में कुछ अलग या लीक से हटकर नहीं करना है. लेकिन शायद किसी ने सही कहा है- कई बार कुछ ना करना ही सबसे ज्यादा मुश्किल साबित होता है. इस मुश्किल काम को दोनों अनिल कपूर और अनुराग कश्यप ने बखूबी निभा लिया है. ये अलग बात है कि हर सीन को देख ये साफ होता जाएगा कि अनिल कपूर एक्टिंग के मामले में तो अनुराग से काफी आगे हैं. पूरी फिल्म में अनिल कपूर का वो अंदाज देखेंगे जिसमें बनावटीपन कम होगा और रियल लाइफ एक्शन ज्यादा. कुछ सीन्स में जरूर थोड़ा ओवर द टॉप लग सकता है, लेकिन इग्नोर किया जा सकता है. अनुराग कश्यप की बात करें तो वे पूरी फिल्म में काफी फनी लगे हैं. वे एक विलेन कम और एक शरारती बच्चे जैसे ज्यादा लगते हैं. फिल्म के लिहाज से उनकी ऐसी एक्टिंग भी जायज कही जा सकती है.
फिल्म में अनिल कपूर के दामाद
AK Vs AK की ये भी ताकत रही है कि इसमें अनिल कपूर Vs अनुराग कश्यप की लड़ाई दिखाई गई है. दोनों पूरी फिल्म में एक फ्रेम में नजर आएंगे और मौके-मौके पर एक दूसरे पर ऐसे तंज कसेंगे कि आप अपनी हंसी शायद ही रोक पाएं. तो इसका सारा क्रेडिट तो मेकर्स को देना ही चाहिए. वैसे फिल्म में अनिल कपूर के दामाद भी आपको अहम रोल में दिखेंगे. बस आप उन्हें सुन पाएंगे, देख नहीं. हर्षवर्धन कपूर भी फिल्म में कुछ ना कुछ करते दिख जाएंगे. कुल मिलाकर इस फिल्म में अनिल कपूर ने अपने पूरे परिवार की एंट्री करवा दी है.
वायुसेना की यूनिफॉर्म का किया अपमान?
लेकिन इस फिल्म को लेकर एक बात ऐसी भी है जो बहुत खली है और जिसे लेकर मन में नाराजगी है. आपको ये तो पता ही होगा कि AK Vs AK को लेकर एक बड़ा विवाद था. भारतीय वायुसेना ने गुस्सा जाहिर किया था क्योंकि अनिल ने फिल्म में उनकी यूनिफॉर्म पहन रखी है. अब अगर हम एक बार के लिए पहनने को गुनाह ना भी माने, फिर भी हर यूनिफॉर्म की अपनी इंटीग्रिटी होती है, एक औधा होता है. आप वायुसेना की यूनिफॉर्म पहनकर यूं सड़कों पर नहीं चल सकते हैं. उस यूनिफॉर्म को पहनकर आप सड़कों पर गुंडों की तरह लड़ाई नहीं कर सकते हैं. लेकिन AK Vs AK में अनिल कपूर ने ये सब किया है तो गुस्सा आना लाजिमी है और सवाल उठाना तो और ज्यादा जरूरी.