Dahan- Raakan Ka Rahasya Review: मॉर्डन जमाने में भूत-प्रेत और रहस्यों से भरी कहानियों पर यकीन करना मुश्किल होता है. पर आज भी कई गांव और कस्बे ऐसे हैं, जहां इन सब बातों को लेकर लोगों में भय बना हुआ है. लंबे वक्त बाद एक ऐसी कहानी पर आधारित सीरीज आई है. नाम है 'दहन: राकन का रहस्य'. दहन डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई सुपरनैचुरल हॉरर वेब सीरीज है. दहन को लेकर सोशल मीडिया पर काफी समय बातें हो रही थीं. सीरीज रिलीज हो चुकी है. चलिये जानते हैं कि सुपरनैचुरल हॉरर वेब सीरीज दहन की कहानी क्या कहती है.
कहानी में क्या नया है?
दहन राजस्थान के एक शैलासपुरा की कहानी है. इस गांव को मुर्दों की धरती भी कहा जाता है. शैलासपुरा को लेकर कहा जाता है कि दशकों पहले इस गांव को एक मायावी का श्राप मिला था. मयावी की आत्मा गांव की पहाड़ी के पास कैद है. इसलिये गांव वालों को डर है कि अगर वो मयावी आत्मा बाहर आ गई, तो सब बर्बाद कर देगी. इस दौरान शैलासपुरा का चार्ज एक नये डीएम को मिल जाता है. वो आईएएस अफसर अवनि राउत (टिस्का चोपड़ा) हैं. अवनि को शैलासपुरा के पास मौजूद पहाड़ी पर माइनिंग की जिम्मेदारी दी जाती है. ये प्रोजेक्ट करीब 240 करोड़ रुपये का है.
अवनि को विश्वास है कि अगर माइनिंग का काम सही तरीके से हो गया, तो गांव वालों की जिंदगी एक नया रूप ले सकती है. कई बदलाव होंगे, जिससे वहां रहने वालों को फायदा होगा. अवनि की पर्सनल में पहले से ही कई दिक्कते हैं. वो सिंगल मदर हैं. पति के मर्डर का इल्जाम भी लग चुका है. अवनि अंदर ही अंदर कई परेशानियों से जूझ रही है. इसके बावजूद निजी परेशानियों का वो प्रोफेशनल लाइफ पर कोई असर नहीं पड़ने देतीं. अवनि माइनिंग काम को आगे बढ़ाना चाहती है, लेकिन यहां भी कम दिक्कते नहीं हैं. गांव वाले अवनि के काम का विरोध करना शुरू कर देते हैं. विरोध करने वालों में सबसे पहला नाम धर्म गुरु 'प्रमुख' (सौरभ शुक्ला) का है. वो बाकी गांव वालों के साथ मिलकर माइनिंग का विरोध करते हैं. कहते हैं कि खुदाई के कारण अगर मयावी आत्मा जागी, तो सब तबाह हो जायेगा.
पर अवनि आज के दौर की जिद्दी महिला है. उसे यकीन है कि स्थानीय लोगों को सिर्फ आत्मा के भ्रम में जी रहे हैं. लेकिन जैसे ही माइनिंग का काम शुरू करती है. आये दिन कोई ना कोई अनहोनी होने लगती है. अब अंत में जीत अंधविश्वास की होती है या डीएम अवनि के काम की. ये जानने के लिये आपको 16 सितंबर को रिलीज हुई सुपरनैचुरल हॉरर वेब सीरीज दहन देखनी होगी. सीरीज में 9 एपिसोड हैं. इसलिये अच्छा खासा टाइम निकालकर देखने बैठियेगा.
कैसे रहे किरदार?
अगर कोई सीरीज या फिल्म रिलीज होती है, तो उनके किरदारों पर बात करना बेहद जरूरी होता है. क्योंकि कभी-कभी कहानी चाहें कितनी भी अच्छी हो, लेकिन एक्टर अगर अपने रोल के साथ न्याय करे, तो पूरी कहानी बर्बाद हो जाती है. पर टेंशन मत लीजिये अगर आप दिल से दहन देखने बैठे हैं, तो टिस्का चोपड़ा की एक्टिंग आपको बिल्कुल निराश नहीं करेगी. टिस्का चोपड़ा ने एक डिप्रेसिव महिला, एक स्ट्रांग सिंगल मदर और आईएएस अफसर के रोल को बखूबी निभाया है. वो सीरीज की लीड एक्ट्रेस हैं और एक पल के लिये भी एक महसूस नहीं होता है कि उन पर ये रोल सूट नहीं कर रहा है. इससे पहले उन्हें कई निगेटिव किरदार में भी देखा गया है, लेकिन इस बार उन्होंने अपने रोल से इंप्रेस कर डाला है. वहीं सौरभ शुक्ला के बारे में क्या कहें. वो इंडस्ट्री के मंझे हुए कलाकार हैं. 'प्रमुख' के किरदार में उन्हें जितना भी स्क्रीन स्पेस मिला उन्होंने उसके साथ न्याय किया. सौरभ शुक्ला और टिस्का चोपड़ा के अलावा सीरीज में राजेश तैलंग, मुकेश तिवारी, अंकुर नैयर, लहर खान और रोहन जोशी ने भी अच्छा काम किया है.
डरना मना है!
दहन की शुरुआत ही एक डरावने सीन के साथ होती है. चूंकि सीरीज रहस्य और भूत प्रेत की कहानी पर बनी है. इसलिये आपको इसे देखते हुए डर लग सकता है. पर अगर आपने बचपन में आहट जैसे शोज अकेले देखने की हिम्मत दिखाई है, तो फिर इसे आप बेखौफ होकर देख सकते हैं. लेकिन अगर आप हॉरर फिल्में, शोज या सीरीज फॉलो नहीं करते हैं, तो इसे रात में अकेले देखने का स्टंट ना करें. कई सीन बेहद डरावने हैं, जिसे देखने के बाद आपकी रात की नींद थोड़ी खराब हो सकती है.
दहन का निर्देशन विक्रांत पवार ने किया है, जिन्होंने अंधविश्वास की कहानी को पर्दे पर बेहद बारीकी से दिखाने की कोशिश की है. इस महीने कुछ हटकर देखना चाहते हैं, तो दहन आपके लिये एकदम परफेक्ट है. सीरीज देखने के बाद आपको टाइम वेस्ट करने वाली फीलिंग बिल्कुल नहीं आएगी.